नेहरू युवा केन्द्र के स्वयंसेवक सिविल डिफेंस मॉकड्रिल में शामिल हुए

उतई । केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देशन में दुर्ग जिला प्रशासन द्वारा सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल का आयोजन भिलाई के सूर्या मॉल, केंद्रीय विद्यालय सहित विभिन्न चौक चौराहों पर किया गया था जिसमें माय भारत नेहरू युवा केन्द्र दुर्ग के स्वयंसेवकों ने हिस्सा लिया।
जिला युवा अधिकारी नितीन शर्मा ने बताया 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने आतंकवादियों के खिलाफ कई बड़े एक्शन लिए हैं। भारत पाकिस्तान के बीच युध्द की स्थिति को देखते हुए भारत सरकार ने बुधवार को देश के सभी राज्यों में सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल कराने का एलान किया था।
इस हेतु केंद्रीय गृह मंत्रालय ने देश भर के 244 जिलों को चिह्नित कर बड़े पैमाने पर सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल के आयोजन का निर्देश दिया गया था जिसमें छग राज्य से दुर्ग जिला का भी चयन किया गया था।नितिन शर्मा ने बताया सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल एक नियोजित अभ्यास है, जिसका उद्देश्य नागरिकों, प्रशासन और आपातकालीन सेवाओं को युद्ध, प्राकृतिक आपदा या अन्य आपात स्थितियों जैसे हवाई हमले, आतंकी हमले या रासायनिक हमले के लिए तैयार करना है। भारत में आज हुई यह मॉक ड्रिल युद्ध जैसी परिस्थितियों में नागरिकों की सुरक्षा और प्रतिक्रिया क्षमता को मजबूत करने के लिए आयोजित की जा रही है। यह 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के बाद पहला इतना बड़ा सिविल डिफेंस अभ्यास था, जो राष्ट्रीय सुरक्षा और नागरिकों के लिए महत्वपूर्ण है।युवा सामाजिक कार्यकर्ता आदित्य भारद्वाज ने बताया सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल का मुख्य लक्ष्य नागरिकों को आपात स्थिति में व्यवस्थित और त्वरित प्रतिक्रिया देना सिखाना है। इसमें हवाई हमले की चेतावनी (सायरन), ब्लैकआउट, निकासी, प्राथमिक चिकित्सा और बंकरों में शरण लेने जैसे अभ्यास शामिल होते हैं। यह ड्रिल प्रशासन, सिविल डिफेंस वॉलंटियर्स, होम गार्ड, अग्निशमन सेवाओं और पुलिस के बीच समन्वय को भी बेहतर बनाती है। आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए सभी नागरिकों को जागरूक होना बहुत जरूरी है इसके लिए नेहरू युवा केन्द्र अपने सम्बंधित युवा मण्डलों के माध्यम से लगातार प्रयास करेगी।दुर्ग जिले के विभिन्न चिन्हित स्थलों पर हुए मॉक ड्रिल में नेहरू युवा केन्द्र के मास्टर ट्रेनर एवं ग्राम कातरो सरपंच जितेंद्र सोनी, आदित्य भारद्वाज, आशीष मलिक, आकांक्षा, मृदुल निर्मल, सुशील एवं केंद्र से सम्बध्द संघर्ष युवा संगठन, शौर्य युवा संगठन, कर्मवीर युवा संगठन सहित विभिन्न युवा मंडलों के स्वयंसेवकों ने सराहनीय योगदान दिया।