19वीं एशियाई खेलों का आज हुआ रंगारंग शुभारंभ
प्रतिभागियों ने बहाया पसीना अब प्रतीक्षा परिणाम की
कोरोना विषाणु के संक्रमण से प्रभावित 19वें एशियाई खेलों 2022 का आरंभ आखिरकार आज चीन के शहर हांगझाऊ में हो ही गया। इस बहुखेल वाले स्पर्धा का बहुत से उदयीमान, होनहार और संन्यास के करीब पहुंच चुके खिलाड़ी बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। 2018 में इंडोनेशिया में सम्पन्न 18वें एशियाड के पश्चात एथलीट लगातार विभिन्न खेलों में अपना प्रदर्शन सुधारने, अपनी मेहनत का नतीजा जानने के लिए उत्सुक हैं। आमतौर पर चार वर्ष तक मैदान, खेल स्थल या जिम में पांच वर्ष तक समयबद्ध जीवन चक्र तथा पसीना बहाने के पश्चात अब खिलाडिय़ों को अपनी वास्तविक क्षमता को परखने का अवसर आ गया है। इस तरह की महाद्वीपीय चैंपियनशिप में सबसे उल्लेखनीय तथ्य यह होता है कि खिलाड़ी अपने देश का प्रतिनिधित्व करते हैं और सफलता मिलने पर एथलीट के साथ उनके देश का नाम होता है। यह स्पर्धा व्यावसायिक नहीं है लेकिन अलग-अलग खेलों के अनेक खिलाड़ी जो अपने देश को प्यार करते और सम्मान देते हैं वे प्रोफेशनल होते हुए भी ऐसे टूर्नामेंट में भाग लेते हैं। 2023 में आयोजित 19वें एशियाई खेलों को एशियाई खेल संघ के निर्णय के अनुसार 2022 ही माना जायेगा। इस प्रतियोगिता में एशिया के 45 देश के प्रतिभागी अपना प्रदर्शन दिखायेंगे। भारत ने 2018 के पिछले एशियाड में सर्वाधिक 18 स्वर्ण पदक जीते हैं। इस बार हमारे 655 खिलाड़ी 39 खेलों में अपना खेल दिखायेंगे। हांगझाऊ शहर जो कि पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना का एक शहर है वह तीसरा ऐसा शहर है जहां पर चीन एशियाई खेल सम्पन्न होंगे। इसके पहले 1986 में बीजिंग और 2010 ग्वांग्झू में ऐसा हो चुका है। भारत की तरफ से दो खिलाड़ी उद्घाटन समारोह में ध्वजवाहक की भूमिका निभाएंगे। पुरुषों में 2020 टोक्यो ओलंपिक कांस्य पदक विजेता भारतीय हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह और महिलाओं में 75 कि.ग्रा. वर्ग में 2020 में टोक्यो ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेलों में मुक्केबाजी में कांस्य पदक जीतने वाली लवलीना बोरगोहेन होंगी। भारतीय खिलाडिय़ों का एशियाई खेलों में अब तक प्रदर्शन सामान्य ही रहा है। 1986 से अब तक भारत पदक तालिका में पहले पांच स्थान में जगह नहीं बना सकी है। हाकी जैसे टीम खेल को छोड़ दिया जाए तो एशियाई खेलों में यह पहला मौका है जबकि ओलंपिक खेलों में भारत के एकल में पांच पदक विजेता प्रतिभागी एक साथ भाग ले रहे हैं उनमें भालाफेंक में स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा, भारोत्तोलक मीरा बाई चानू, पहलवान बजरंग पूनिया, मुक्केबाज लवलीना तथा शटलर पीव्ही सिंधु शामिल हैं। आठ अक्टूबर तक चलने वाली एशियाई देशों की यह चैंपियनशिप हांगझोऊ के साथ हुझोउ, निंग्बो, शाओजिंग, जिन्हुआ और वेंझोउ में एक साथ होंगे। आधुनिक युग में युवाओं में बढ़ती लोकप्रियता के कारण एशियाड के इतिहास में पहली बार ई-स्पोर्ट्स एवं ब्रेक डांसिंग जैसे खेलों को सम्मिलित किया गया है। 40 खेलों की 61 स्पर्धाओं में 481 स्वर्ण पदक दांव पर लगे हैं। समय को देखते हुए कुछ खेलों जैसे फुटबाल, व्हालीबाल क्रिकेट, नौकायन, पालनौकायन, टेबल टेनिस, आधुनिक पेंटाथलान आदि के मुकाबले उद्घाटन समारोह से पहले ही आरंभ हो चुके हैं। चीन के खिलाड़ी इस स्पर्धा के सबसे मजबूत दावेदार हैं। भारत की तरफ से नीरज चोपड़ा, तेजिंदरपाल तूर गोलाफेंक, निकहत जरीन, लवलीना बोरगोहेन मुक्केबाजी, मनु भाकर निशानेबाजी, सौरव घोषाल, दीपका पल्लीकल स्क्वॉश, मनिका बत्रा टेबल टेनिस साथ ही पहलवान अंतिम पंघाल आदि पदक के प्रमुख दावेदार हैं।