पदाधिकारियों की सक्रियता से खेल होता है प्रसिद्ध
द्वितीय विश्व टेस्ट चैंपियनशिप : 2021-23 फायनल में भारत-आस्ट्रेलिया के बीच होगी भिड़ंत
– जसवंत क्लाडियस,तरुण छत्तीसगढ़ संवाददाता
मानव सभ्यता का कोई भी दौर रहा हो किसी खेल को लोकप्रिय बनाने की जिम्मेदारी संबंधित खेल फेडरेशन की मानी जाती है। क्रिकेट के टेस्ट मैच की शुरुआत 15-19 मार्च 1877 को हुई। पांच या छ: दिवसीय मुकाबले का यह सिलसिला दिसंबर 1970 तक याने करीब 93 वर्षों चला। आधुनिक काल में क्रिकेट के कर्णधारों को लगा कि पांच दिवसीय मैच होने के कारण क्रिकेट के प्रति लोगों का मोह भंग हो रहा है। अत: उन्होंने 60-60 ओवर के एक दिवसीय मुकाबले की शुरुआत 5 जनवरी 1971 को की। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद द्वारा 1971 तक सिर्फ सात देशों भारत,आस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, दक्षिण अफ्रीका, वेस्टइंडीज, न्यूजीलैंड, तथा पाकिस्तान को टेस्ट मैच खेलने के लिए मान्यता दी गई थी। याने तब तक क्रिकेट खेल सिर्फ सात देशों तक सीमित था। 1971 में एक दिवसीय मुकाबले का आरंभ हुआ। आज दुनियाभर के 20 देशों को आईसीसी ने मान्यता दी है। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के पदाधिकारियों द्वारा लिये गये दूरदर्शी निर्णय की वजह से क्रिकेट ने ना सिर्फ संसार के कई देशों में अपनी पहुंच बनाई बल्कि प्रसिद्धि भी पाई है। इतना होने पर भी क्रिकेट फेडरेशन शांत नहीं बैठा वे तो क्रिकेट को दुनिया के कोने-कोने तक पहुंचाने के लक्ष्य को लेकर अडिग थे। आखिरकार क्रिकेट के फेडरेशन के जागरूक सदस्यों ने 20-20 ओवर के मुकाबले का नया प्रारूप प्रस्तुत किया। यह 21वीं सदी में अत्यंत तेजी से बढ़ता हुई क्रिकेट का खेल प्रारूप हुआ। यह पुरुष वर्ग में 17 फरवरी 2005 से लागू हुआ। आज की परिस्थिति में 85 देशों को आईसीसी द्वारा मान्यता दी जा चुकी है। इस तरह क्रिकेट के अगुवों ने इस खेल को सिर्फ विश्व के सिर्फ सात देशों से 85 देशों तक पहुंचा दिया। हालांकि अभी इस खेल की पहुंच 110 से 115 देशों तक हो चुकी है। आज की परिस्थिति में क्रिकेट इस जगत में आर्थिक रूप से लोकप्रिय प्रथम पांच खेलों में शामिल हो चुका है। सबसे उल्लेखनीय तथ्य यह है कि इतनी सफलता मिलने के बावजूद क्रिकेट के कर्ताधर्ता इस खेल के प्रारूप में बदलाव लाने प्रयासरत हैं। महिलाओं को भी क्रिकेट से जोड़ा गया है। और वनडे में 16 टीम है जिसके मैच 20 जून 1973 से तथा टी-20 के अधिकृत मैच 2 सितम्बर 2005 से खेले जा रहे हैं जिनमें करीब 74 टीम को मान्यता दी गई है। अब क्रिकेट के सबसे पुराने टेस्ट मैच प्रारूप को रोचक बनाने के लिए एक अन्य तब्दीली की गई तथा एक दिवसीय और टी-20 क्रिकेट के विश्व कप स्पर्धा के अनुरूप आईसीसी वल्र्ड टेस्ट चैंपियनशिप के आयोजन की शुरुआत की गई। पहली प्रतियोगिता 2019 से 2021 तक मान्यता प्राप्त टेस्ट टीमों के बीच 1 अगस्त 2019 से 18 जून 2021 तक आयोजित किया गया जिसमें न्यूजीलैंड विजेता जबकि भारत उपविजेता बनी। ठीक इसी तरह 4 अगस्त 2021 से 11 जून 2023 तक दूसरी प्रतियोगिता खेली जा रही है। इसका फायनल मैच आगामी 7 जून से 11 जून तक द ओवल लंदन में खेला जाएगा। सौभाग्य की बात है कि इसमें भारतीय टीम ने एक बार फिर से फायनल में जगह बना ली है जहां उसका मुकाबला आस्ट्रेलिया से होगा। इस चैंपियनशिप में बांग्लादेश, इग्लैंड, न्यूजीलैंड, पाकिस्तान, दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका तथा वेस्टइंडीज ने भी भाग लिया था जबकि टेस्ट मान्यता प्राप्त अफगानिस्तान, आयरलैंड, जिम्बाब्वे की टीम योग्यता हासिल नहीं कर सकी थी। इस तरह क्रिकेट को लोकप्रिय बनाने कदम उठाये गये। अन्य खेलों में भी फेडरेशन सक्रिय हो तो सब कुछ हो सकता है।