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खेल – मनोरंजन

उलटफेर के साथ विजेता बनने का जारी है संघर्ष

फीफा महिला विश्व कप 2023, पिछली दो बार की चैंपियन यूएस बाहर

– जसवंत क्लाडियस,तरुण छत्तीसगढ़ संवाददाता
इन दिनों फुटबाल का खेल भले ही हमारे देश में कम लोकप्रिय है लेकिन पूरी दुनिया में वह सबसे चहेते खेल के रूप में जाना जाता है। इसकी वजह खेल की अवधि अधिक से अधिक 120 से 140 मिनट का होना, खेल में रफ्तार होना, खिलाड़ी में दमखम और ताकत होना, खिलाड़ी का पूरी तरह तंदुरुस्त रहना तो है लेकिन इन सबसे बढ़कर फीफा (याने फेडरेशन इंटरनेशनल डी फुटबाल एसोसिएशन या बोलचाल में फुटबाल का अंतर्राष्ट्रीय फेडरेशन होना है।) की महत्वपूर्ण भूमिका है। फीफा द्वारा पूरी दुनिया में फुटबाल की महिला, पुरुष, युवक, युवती,क्लब और महाद्वीपीय स्पर्धा का आयोजन किया जाता है। प्रत्येक आयोजन की देखरेख फीफा के द्वारा नियुक्त पर्यवेक्षकों द्वारा की जाती है। अत: किसी टूर्नामेंट में पक्षपात, अन्याय की शिकायत उभरकर आना संभव नहीं है। इसका प्रमाण इन दिनों में आस्ट्रेलिया व न्यूजीलैंड की संयुक्त मेजबानी में जारी फीफा महिला विश्वकप चैंपियनशिप है। 1991 से चीन में आरंभ इस टूर्नामेंट में 24 टीम को मुख्य मुकाबले के लिए प्रवेश दिया जाता है जिसे इस खेल के प्रति महिलाओं में बढ़ती दिलचस्पी के कारण 2023 से 32 कर दिया गया है। चौकानेवाला परिणाम रहा 2015 से लगातार विजयी और वर्तमान चैंपियन संयुक्त राज्य अमेरिका का इस मुकाबले से बाहर होना। इसमें शामिल टीमों को चार-चार करके आठ समूह में विभक्त किया गया था। समूह ए में स्वीट्जरलैंड, नार्वे, न्यूजीलैंड, फिलीपींस, समूह बी में आस्ट्रेलिया, नाइजीरिया, कनाडा, रिपब्लिक आफ आयरलैंड, समूह सी में जापान, स्पेन, जांबिया, हैती, समूह ई में नीदरलैंड, संयुक्त राज्य अमेरिका, पुर्तगाल, वियतनाम, समूह एफ में फ्रांस, जमैका, ब्राजील, पनामा, समूह जी में स्वीडन, दक्षिण अफ्रीका, इटली, अर्जेंटीना साथ ही समूह एच में कोलंबिया, मोरक्को, जर्मनी, दक्षिण कोरिया शामिल थे। नाकआउट राउंड में स्पेन ने स्वीट्जरलैंड, नीदर लैंड ने दक्षिण अफ्रीका, जापान ने नार्वे को, स्वीडन ने संयुक्त राज्य अमेरिका, इंग्लैंड ने नाइजीरिया, आस्ट्रेलिया ने डेनमार्क को पराजित करके क्वार्टर फायनल में प्रवेश किया। खेलकूद के संसार में यह कभी भी कहा नहीं जा सकता है कि कोई खिलाड़ी या टीम अजेय है। कुछ ऐसी स्थिति यहां पर हुई।
1991 से आरंभ इस चैंपियनशिप में चार बार की विजेता यूएस की टीम को स्वीडन ने पेनाल्टी किक के माध्यम से पछाड़कर मैदान से बाहर कर दिया। समूह के मुकाबले में संयुक्त राज्य की टीम दूसरे स्थान पर थी। वर्तमान विजेता ने वियतनाम को 3-0 से हराया और पुर्तगाल से 0-0, नीदरलैंड से 1-1 की बराबरी पर रहे। अत: यह बात स्पष्ट है कि वर्तमान चैंपियन इस स्पर्धा में शुरू से ही विजेता जैसा प्रदर्शन करने में नाकामयाब रही। संयुक्त राज्य की टीम ने तीन मैच में सिर्फ चार गोल दागे और एक गोल उन पर हुए। कोविड-19 के दौर को बीते बहुत समय हो चुका इसलिए कह नहीं सकते कि उनके अभ्यास पर कितना असर पड़ा होगा लेकिन राउंड आफ 16 में स्वीडन ने उन्हें पेनाल्टी के माध्यम से शिकस्त देकर इस चैंपियनशिप के लिए तथा विजेता टीम के विरूद्ध शानदार खेल दिखाने का निश्चय कर लिया था। मजेदार बात यह है कि मैच के दौरान गोल की ओर संयुक्त राज्य की टीम ने 22 निशाने लगाए जबकि स्वीडन ने सिर्फ 9 निशाने लगाए। याने गेंद पर नियंत्रण 58 प्रतिशत संयुक्त राज्य का रहा। इस परिस्थिति में कहा जा सकता है कि स्वीडन की टीम ने अपने प्रतिद्वंद्वी को काफी गंभीरता से लिया और आक्रमण बनाए रखते हुए अपने गोल की सुरक्षा में कोई कमी नहीं की। लेकिन 120 मिनट तक जब दोनों टीम बराबरी पर थी तब पेनाल्टी किक ने विश्व विजेता के खिलाडिय़ों की पोल खोल दी। नौ कार्नर मिलने से स्पष्ट है कि संयुक्त राज्य ने अपने विपक्षी स्वीडन पर दबाव बनाया था लेकिन इसे वे गोल में नहीं बदल सके। इस संघर्षपूर्ण मुकाबले के बाद कहा जा सकता है कि स्वीडन के खिलाडिय़ों की मानसिक एकाग्रता प्रतिद्वंद्वी टीम से अधिक थी। वैसे भी विश्व वरीयता के आधार पर 9 जून 2023 के अनुसार संयुक्त राज्य अमेरिका की टीम को पहला जबकि स्वीडन को तीसरी वरीयता प्राप्त है। अत: दोनों टीम के लिए यह मुकाबला फायनल की तरहा ही था। स्वीडन ने अपनी श्रेष्ठता साबित की और अन्य देशों, टीमों तथा खिलाडिय़ों को इस कहावत को चरितार्थ कर दिया कि प्रतिद्वंद्वी को कभी भी कमजोर नहीं समझना चाहिए।

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