छत्तीसगढ़ मेें व्यापक प्रचार-प्रसार जरूरी
खेलो इंडिया यूथ गेम्स का 5वां संस्करण मध्यप्रदेश में 30 जनवरी से 11 फरवरी तक
– जसवंत क्लाडियस,तरुण छत्तीसगढ़ संवाददाता
जब कभी अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भारत के खिलाड़ियों द्वारा जीते गये पदक की तुलना दूसरे देशों से की जाती है तो हमारे पास कोई जवाब नहीं रह पाता। यह सच है कि हमारे देश की जनसंख्या के मुकाबले कम जनसंख्या वाले देशों के एथलीट हमसे कहीं अधिक पदक जीतकर वतन लौटते हैं। आजादी के 75 वर्षों बाद भी इसका कोई सीधा उत्तर देता नहीं जबकि स्पष्ट है कि कम उम्र में खिलाड़ियों का चयन करके उन्हें प्रशिक्षित नहीं किया जाना ओर विभिन्न स्पर्धाओं में उतारा नहीं जाना ही सबसे बड़ी गलती है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भारत में खेलकूद की संभावना से पूरी तरह वाकिफ हैं। 2014 में सत्ता में आते ही उन्होंने कम उम्र के खिलाड़ियों का चयन करके उन्हें प्रशिक्षित करने का बीड़ा उठाया है। इस दिशा में सबसे पहले प्रधानमंत्री ने भारत को खेलकूद के क्षेत्र में श्रेष्ठ बनाने के लिए ओलंपिक खेलों में रजत पदक विजेता लेफ्टि.कर्नल राज्यवर्द्धन सिंह राठौर को भारत का खेलमंत्री नियुक्ति किया। इसके पश्चात खेलो इंडिया, टेलेंट सर्च, टाप्स याने टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम, प्रशिक्षण के लिए एक्सीलेंस सेंटर आदि योजनाओं की शुरुआत की। इसमें से खेलो इंडिया एक ऐसा कार्यक्रम है जिसमें हमारे देश की प्रतिभाओं को बहुत कम उम्र में खोजकर निखारने का अवसर मिलता है। ओलंपिक खेलों, विश्व स्पर्धाओं, महाद्वीपीय टूर्नामेंट आदि में स्वर्ण, रजत, कांस्य पदक विजेताओं की सफलता का अध्ययन करने पर स्पष्ट हो जाता है कि कम उम्र से निरंतर अभ्यास तथा प्रतियोगिताओं में भाग लेते रहने का यह परिणाम है। 15 अगस्त 1947 को मिली स्वतंत्रता के पश्चात यह पहला मौका है जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने खिलाड़ी द्वारा प्राप्त कामयाबी के कारण को समझा और ङ्क्षचतन मनन के जरिए खेलो इंडिया जैसे कार्यक्रम को भारत में गंभीरता से लागू किया। इस के अंतर्गत प्रत्येक वर्ष खेलो इंडिया यूथ गेम्स और खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स का आयोजन किया जा रहा है। मध्यप्रदेश में यूथ गेम्स की पांचवीं कड़ी का आयोजन आगामी 30 जनवरी से 11 फरवरी 2023 तक किया जा रहा है। उत्सुक खिलाड़ी को किसी शाला या महाविद्यालय का विद्यार्थी होना चाहिए। इसके लिए दो आयु वर्ग 17 वर्ष तथा 21 वर्ष निर्धारित किया गया है। खिलाड़ी भारत का निवासी होना चाहिए और इस टूर्नामेंट में महिला/पुरुष दोनों वर्ग में कोई भी खिलाड़ी जो निर्धारित मापदंड के अनुसार योग्यता रखते हों शामिल हो सकते हैं। खेलो इंडिया यूथ गेमस 2023 में व्यायाम, सायकलिंग, बास्केटबाल, तीरंदाजी, फुटबाल, मुक्केबाजी, बैडमिंटन, कसरत, जूड़ो, हाकी, कबड्डी, तैराकी, शूटिंग, टेबल टेनिस, टेनिस, व्हालीबाल सहित 16 खेलों के मुकाबले होंगे। भारत सरकार के अंतर्गत खेल मंत्रालय के भारतीय खेल प्राधिकरण द्वारा यह स्पर्धा आयोजित की जाती है। इसमें भाग लेने के लिए युवा मामले और खेल मंत्रालय की अधिकारिक वेबसाईट 222.ठ्ठह्यह्म्ह्य.द्मद्धद्गद्यशद्बठ्ठस्रद्बड्ड.द्दश1.द्बठ्ठ में पंजीयन अनिवार्य है। छत्तीसगढ़ में खेल प्रतिभाओं की कमी नहीं है। प्रदेश का नाम रौशन करने की मानसिकता वाले राजनेताओं, प्रशासनिक अधिकारियों, ओलंपिक खेल संघों के पदाधिकारियों और जागरूक अभिभावकों की आवश्यकता है। आठ से दस वर्ष की उम्र में खेल कूद के प्रति रुचि रखने वाले नन्हें एथलीट को उचित प्रशिक्षण, मार्गदर्शन दिये जाने से आगे चलकर अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी बनाने की प्रधानमंत्री पहल तब कामयाब होगी जब पूरे देश के खेल प्रेमी ऐसी सोच रखेंगे।