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खेल – मनोरंजन

फुटबाल: कतर विश्वकप 2022, फीफा सिर्फ नियम नहीं बनाता उसका पालन भी करता है

फीफा की व्यवस्था का नहीं है कोई जवाब

जसवंत क्लाडियस,तरुण छत्तीसगढ़ संवाददाता
खेलकूद स्पर्धा के सफल आयोजन, संचालन के लिए अनुशासन व समय की पाबंदी का सबसे बड़ा महत्व है। कोई भी मुकाबला एक निश्चित मापदंड, नियम के आधार पर होता है। इन सबका पालन खिलाड़ी से लेकर निर्णायक तथा तकनीकी अधिकारी को पूरी ईमानदारी से करना होता है। किसी आयोजन की सफलता इसी बात पर निर्भर होती है कि टूर्नामेंट में सम्मिलित समस्त लोग अपनी-अपनी जिम्मेदारी के प्रति कितने सजग हैं? इसी दृष्टि से अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित विश्व स्तरीय चैंपियनशिप की सफलता निर्भर करती है। गत 20 नवंबर से 18 दिसम्बर 2022 तक एशियाई अरब देश कतर में 22वें विश्वकप फुटबाल का आयोजन फीफा की देखरेख में सम्पन्न हुआ।
1930 से आरंभ यह प्रतियोगिता आज विश्व में सबसे लोकप्रिय होने के साथ ही साथ 211 देशों के बीच खेली जाने वाली सबसे लंबी सपर्धा है। 2022 में मुख्य दौर में 32 टीम के पहुंचने के पूर्व 211 में से 206 देशों ने योग्यता चक्र में अपनी किस्मत को 6 जून 2019 से 14 जून 2022 तक अर्थात् लगभग तीन वर्षों तक आजमाया। अन्य किसी भी खेल की विश्व चैंपियनशिप इतने लंबे अवधि तक के लिए नहीं होती है। 2020, 2021 में दो वर्ष तक कोरोना संक्रमण की वजह से व्यवधान आने की वजह से यह टूर्नामेंट निरंतर जारी रहा इसके लिए फीफा बधाई का पात्र है। इसके मुख्य चक्र में 32 टीम के जगह बनाने के पूर्व संसार के 6 भूभाग में 865 मैच खेले गये। इसमें 2424 गोल दागे गये। मैच को देखने वाले दर्शकों की संख्या करीब 90 लाख रही। 20 नवंबर से 18 दिसम्बर 2022 को सम्पन्न 32 देशों के बीच 64 मैच खेले गये जिसमें 172 गोल किए गए, दर्शकों की संख्या करीब 34 लाख रही। इसमें इलेक्ट्रानिक मीडिया के द्वारा मैच का जीवंत प्रसारण देखने, जानकारी प्राप्त करने वालों की संख्या को जोड़ दिया जाए तो वह एक अरब से अधिक हो सकती है। मुख्य दौर के मैच के सफल संचालन के लिए दुनियाभर के चुनिंदा 32 रैफरी, 69 असिस्टेंट रैफरी तथा 36 वीडियो असिस्टेंट रैफरी नियुक्ति किए गए थे। खिलाड़ियों को मैच के दौरान उद्दंडता करने पर पीला या लाल कार्ड दिखाने का नियम है।
64 मुकाबलों में 100 से अधिक पीला जबकि 20 से अधिक लाल कार्ड दिखाने का निर्णय पिच पर रैफरी द्वारा लिया गया था। इसके अलावा आफ साइड, गोल की अपील करने के लिए असिस्टेंट वीडियो रैफरी की मदद ली गई। उल्लेखनीय तथ्य यह है कि रैफरी, असिस्टेंट रैफरी, असिस्टेंट वीडियो रैफरी के माध्यम से दिये गये किसी भी निर्णय से कोई भी टीम का खिलाड़ी असंतुष्ट नहीं हुआ। फीफा याने फेडरेशन इंटरनेशनल डी फुटबाल एसोसिएशन इस उपलब्धि के लिए जितनी भी तारीफ की जाए कम है। लगभग तीन वर्षों तक चले विशाल आयोजन के दौरान सख्त नियम के निर्णय मैच से संबंधित वादविवाद, लड़ाई-झगड़े, अनुशासनहीनता का एक भी उदाहरण नहीं आना यह स्पष्ट करता है कि फुटबाल के इस महाकुंभ में शामिल प्रत्येक खिलाड़ी, प्रशिक्षक, टीम प्रबंधक, निर्णायक, पदाधिकारी, सपोर्ट स्टाफ फुटबाल को न सिर्फ चाहते हैं बल्कि मैदान हो या मैदान के बाहर उसका पूरा सम्मान करते हैं। फीफा द्वारा बनाई गई व्यवस्था को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता। कतर में सम्पन्न 2022 के फीफा (पुरुष) विश्वकप के सफल आयोजन पर प्रत्येक खेलप्रेमी और फुटबालर को गर्व है।

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