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छत्तीसगढ़

वन विभाग की सक्रियता से चीतल मांस, खाल व खाना बनाने के सामान व हथियार जब्त

गरियाबंद । मुख्य वन संरक्षक रायपुर वृत्त, रायपुर जे. आर. नायक के मार्गदर्शन एवं वनमंडलाधिकारी गरियाबंद मणिवासगन एस. के निर्देशन में वन अपराधों पर प्रभावी रूप से नियंत्रण एवं वन्यप्राणियों के संरक्षण करने के निर्देशों के परिपालन में उप वनमंडलाधिकारी राजिम मनोज कुमार चन्द्राकर के नेतृत्व में वन परिक्षेत्र छुरा अंतर्गत दिनांक 13.04.2023 की सायं मुखबीर से प्राप्त सूचना के आधार पर चरौदा परिसर का रात्रि गश्त दौरान रात्रि लगभग 10 बजे वन कक्ष क्रमांक 185 आरक्षित वन क्षेत्र में छान-बीन एवं गश्ती करते हुए जंगल के भीतर गये जहां पर मध्य जंगल में कुछ लोगों का आहट सुनाई दिया, करीब जाकर देखने से अज्ञात लोगों द्वारा संदिग्ध कार्य किया जाना प्रतीत हो रहा था । तदोपरांत टीम द्वारा चालाकी एवं सूझबूझ से संदिग्ध स्थल को चारो ओर से घेरा बंदी कर पकड़ा गया इस दौरान अंधेरे का फायदा उठाकर कुछ लोग मौका स्थल से फरार होने में सफल हो गये किन्तु चार आरोपी क्रमश: टीभू व घासिराम जाति गोंड़, उम्र 48 वर्ष ग्राम – मोंगरा (डुमरपारा), थाना – छुरा, जिला – गरियाबंद (छ.ग.) 2. संतराम व गैंदो राम जाति गोंड़, उम्र 37 वर्ष ग्राम • मोंगरा (खैरभांड़ी), थाना – छुरा, जिला गरियाबंद (छ.ग.) 3. पदमन व. परस राम जाति गोंड़, उम्र 28 वर्ष ग्राम मोंगरा (खैरभांडी), थाना – छुरा, जिला गरियाबंद (छ.ग.) 4. रजमन व. जामधर जाति गोंड़, उम्र 19 वर्ष – ग्राम – मोंगरा (खैरभांड़ी), थाना – छुरा, जिला गरियाबंद (छ.ग.) को सुरक्षित पकड़कर पूछ-ताछ किया गया। आरोपियों द्वारा 01 नग नर चीतल को दौड़ाकर लाठी डंडे से मारना स्वीकार किया है। जिसे वन अधिनियम 1927 की धारा 26 ( 1 ) झ 52 एवं वन्यप्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 09 सहपठित (2), 39,50,51, 52 के तहत गिरफ्तार कर वन अपराध प्रकरण (अवैध शिकार) पी.ओ. आर. क्रमांक 11893/09 दिनांक 14.04.2023 पंजीबध्द कर वन अपराध प्रकरण कायम किया एवं लोक संपत्ति क्षति निवारण अधिनियम कि धारा 2 एवं 3 के तहत् कार्यवाही किया जाना प्रस्तावित है।
1 इस कार्य में वन परिक्षेत्र अधिकारी छुरा सुयश धर दीवान, परिक्षेत्र सहायक चरौदा मोहन लाल यदु, परिसर रक्षक नागिनबाहरा देवराम साहू, परिसर रक्षक चरौदा ईशु जोशी,परिसर रक्षक रसेला एवं कनसिंघी पुरुषोत्तम धुर्वा, अध्यक्ष संयुक्त वन प्रबंधन समिति मोंगरा रामचंन्द्र नायक एवं दैनिक श्रमिक श्री तुलस यादव की सराहनीय भूमिका रही ।अपराधियों को न्यायायिक अभिरक्षा में रिमांड पर जेल दाखिल कराया गया है।

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