पहलगाम आतंकी हमले के खिलाफ आक्रोश,सर्व समाज ने की कड़ी कार्रवाई की मांग,कैंडल मार्च निकाला, मृत लोगों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की

गरियाबंद । जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले, जिसमें 28 लोगों की नृशंस हत्या की गई, के विरोध में छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में सर्व समाज के लोगों ने तीव्र आक्रोश व्यक्त किया। इस जघन्य और कायरतापूर्ण घटना के खिलाफ सर्व समाज ने तिरंगा चौक पर विशाल प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए और केंद्र सरकार से आतंकवाद के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग करते हुए मृतको के लिये 2 मिनट मौन रख उनकी आत्मा की शांति की प्रार्थना की
सर्व समाज ने प्रदर्शन कर कैंडल मार्च निकाला
प्रदर्शन के दौरान सर्व समाज के लोग तिरंगा चौक पर एकत्र हुए, जहां उन्होंने आतंकी हमले की कड़े शब्दों में निंदा की। इस अवसर पर एक कैंडल मार्च निकाला मृत आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन धारण कर प्रार्थना की। प्रदर्शन में शामिल लोगों ने एक स्वर में आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख अपनाने और देश की एकता व अखंडता को मजबूत करने का संदेश दिया।
पाकिस्तान को कड़ा सबक सिखाने की मांग
प्रदर्शनकारियों ने इस आतंकी हमले को टारगेट किलिंग करार देते हुए कहा कि यह देश की शांति और एकता को कमजोर करने की साजिश है। उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की कि पाकिस्तान को इस कायरतापूर्ण कृत्य का कड़ा जवाब दिया जाए। लोगों ने कहा कि ऐसी घटनाओं के दोषियों को जल्द से जल्द कठोर सजा दी जाए और भविष्य में इस तरह की वारदातों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।
जनप्रतिनिधियों ने भी की कड़ी कार्रवाई की अपील
इस अवसर पर नगर पालिका अध्यक्ष रिखी यादव ने कहा, “यह आतंकी हमला देश की संप्रभुता पर हमला है। अब समय आ गया है कि केंद्र सरकार पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठाए। ऐसी घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। वहीं, विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष प्रकाश निर्मल ने कहा, “यह टारगेट किलिंग का मामला है। आतंकवादियों को इसका परिणाम भुगतना होगा। केंद्र सरकार को इस हमले का जबरदस्त जवाब देना चाहिए ताकि भविष्य में कोई आतंकी ऐसी हिमाकत न कर सके।
सर्व समाज का संदेश आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता जरूरी
प्रदर्शन में सर्व समाज के लोगों ने कहा कि इस तरह की कायराना हरकतें देश की शांति और अखंडता को कमजोर नहीं कर सकतीं। उन्होंने सरकार से आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाने और सीमा पार से होने वाली ऐसी गतिविधियों को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने की अपील की।
पहलगाम हमले का पृष्ठभूमि
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकी हमले में आतंकवादियों ने पर्यटकों को निशाना बनाया, जिसमें 28 लोगों की जान चली गई और कई अन्य घायल हो गए। इस हमले को पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी संगठनों द्वारा अंजाम दिए जाने की बात कही है।
कश्मीर से लेकर गरियाबंद तक लोगों ने दिखाई एकजुटता
पहलगाम हमले के विरोध में जहां कश्मीर घाटी में बंद का आह्वान किया गया और स्थानीय लोग कैंडल मार्च निकाल रहे हैं, वहीं गरियाबंद जैसे छोटे शहरों में भी लोग आतंकवाद के खिलाफ एकजुट हो रहे हैं। यह प्रदर्शन न केवल आतंकवाद की निंदा का प्रतीक है, बल्कि देश की एकता और संप्रभुता को मजबूत करने का भी संदेश देता है.गरियाबंद के इस प्रदर्शन ने स्पष्ट कर दिया कि देश का हर नागरिक आतंकवाद के खिलाफ एकजुटी के साथ खड़ा है। लोगों ने सरकार से अपील की है कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया जाए।