गुपचुप तरीके कर दी गई जांच, शिकायतकर्ता को बुलाया तक नही
राजिम/पांडुका । गांव के विकास कार्यों के लिए ग्रामीणों द्वारा ग्राम समिति के माध्यम से एक-एक रुपए घर घर से चंदा के रूप में पैसा इक_ा किया जाता है ।ताकि गांव के सार्वजनिक ,धार्मिक एवं अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमो सहित ग्राम के छोटे छोटे विकास कार्य में लगाया जा सके पर गांव के इस राशि में 50 हजार रुपए ग्राम के गौठान में मौजूदा ट्रांसफार्मर के सिप्टिंग के नाम से लेन देन होने का मामला सामने आया था बता दे की 16 जनवरी 2024 का ग्राम के एक युवा द्वारा कलेक्टर जनदर्शन में मौजूद होकर कलेक्टर के पास ग्राम पंचायत रजनकटा में गौठन निर्माण में ट्रांसफार्मर शिफ्टिंग को लेकर शिकायत किया था। जिस पर तत्काल विद्युत विभाग के अधिकारी गरियाबंद को कलेक्टर जनदर्शन में बुलाकर तुरंत मामले का निराकरण करने को कहा गया था और विद्युत विभाग के अधिकारी ने शिकायत कर्ता को निष्पक्ष जांच का भरोसा भी दिलाया था पर विद्युत विभाग के अधिकारी ने जांच टीम गठित कर 28 फरवरी 2024 को अपनी जांच रिपोर्ट कलेक्टर गरियाबंद के पोर्टल को प्रेषित कर दिया है जब टोकन नंबर के हिसाब से जानकारी निकाली गई तो ट्रांसफार्मर शिफ्टिंग व इसके स्टीमेट का कोई जिक्र ही नहीं है ।हैरानी की बात यह है की शिकायतकर्ता आवेदक को इस जांच में बुलाया नही गया है और ग्राम पंचायत के सरपंच सचिव और ग्राम समिति के कुछ लोगो के साथ मिल कर चुपचाप जांच कर दिया गया।जबकि आवेदक की माने तो पूरे ग्राम समिति के बैठक में गांव के बीच में ग्राम के एक व्यक्ति को 50 हजार ट्रांसफार्मर शिफ्टिंग के नाम से नगदी दिया गया था और साथ ही ग्राम पंचायत द्वारा 50 हजार रुपए दिए जाने की बात हुई थी आवेदक के बिना बुलाए इस तरह गुपचुप तरीके से जांच कर देना संदेह के घेरे में आता है और एक एक रुपया चंदा कर गांव के विकास के लिए ग्रामीण पैसा इक_ा किए रहते हैं। फिर उस 50 हजार की राशि का हेरा-फेरी किसने की जब बिजली विभाग अपने जांच में पैसा प्राप्त नहीं होने की बात कह रहा है तो क्या कथित व्यक्ति द्वारा गुपचुप तरीके से गांव के भोले भाले लोगो को बेवकूफ बना कर तो पैसा नही हड़प ली। दूसरी बात जांच में एक बड़ा सवाल यह है कि 16 सितंबर 2022 को ग्राम के गौठन में नए कनेक्शन की मांग के लिए सरपंच सचिव द्वारा आवेदन किया गया जिसमें 6 किलो वाट घरेलू प्रयोजन के हिसाब से कार्यालय कनिष्ठ अभियंता पांडुका में आवेदन जमा किया था। जिस पर दिनांक 27 सितंबर 2022 को स्वीकृति दी गई है और 17 अक्टूबर 2022 को कार्य आदेश दिया गया है साथ इसमें डिमांड राशि के रूप में 11 हजार 325 रुपया का ग्राम पंचायत द्वारा भुगतान भी किया गया है। इस प्रकार सरकारी कार्यों के लिए ट्रांसफार्मर शिफ्टिंग होना और घरेलू कनेक्शन के लिए आवेदन जमा किया गया आखिर ग्राम पंचायत द्वारा अपने किस प्रयोजन के लिए घरेलू कनेक्शन लिया गया यह स्पष्ट नहीं है। कही सरपंच और गांव के बिजली विभाग के कर्मचारियों ने यह गड़बड़ी तो नही की इस प्रकार यह पैसे का लेन देन किसी ग्रामीण के गले नहीं उतर रहा है और कुल मिलाकर यह कहा जाए की संभागीय कार्यालय गरियाबंद द्वारा अपने कनिष्ठ यंत्री पांडुका के अधिकारी कर्मचारी एवं रजनकटा में लेनदेन किये किसी व्यक्ति को बचाने के लिए गुपचुप तरीका से यहां जांच कर मामला का निपटारा कर दिया गया है जबकि गांव के बीच में पैसे देने की बात ग्राम समिति के सदस्य ने स्वीकार किया गया है।और आज भी ये बात वो कबुल रहे है। जिसके कॉल रिकॉर्डिंग आवेदक के पास मौजूद है इस प्रकार गलत तरीके से शासन को चूना लगाने के लिए ट्रांसफार्मर शिफ्टिंग कर दी गई और उसके बाद घरेलू कनेक्शन के नाम पर गौठान में मात्र 11 हजार 325 रूपये का भुगतान किया गया इस प्रकार हुए इस गड़बड़ झाला को लेकर अब शिकायतकर्ता संतुष्ट नहीं है और ऊर्जा मंत्री सहित रायपुर डंगनिया स्थित उच्च कार्यालय में शिकायत करने की बात कही जा रही है। जिसमें गांव के तथा विभाग के दोषी कर्मचारियों अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके। या फिर गांव का पैसा वापस करे जिसे नव निर्मित शीतला माता के मंदिर निर्माण में लगाया जा सके।