खेल – मनोरंजन

पेनाल्टी कार्नर का लाभ नहीं उठा पाने का गम

हाकी विश्वकप 2023 ओडिशा: इंग्लैंड और भारत का मैच बराबरी पर रहा

– जसवंत क्लाडियस,तरुण छत्तीसगढ़ संवाददाता
52 वर्षों के सूखा को समाप्त करके स्वर्ण पदक जीतने के हौसले के साथ उतरी भारतीय टीम आज इंग्लैंड के विरुद्ध अपनी सुरक्षा में ही उलझकर रह गई। यह मुकाबला विश्व में 5वीं वरीतया प्राप्त इंग्लैंड की टीम का भारत की विश्व में 6वीं वरीयता प्राप्त टीम से हुआ। निश्चित रूप से आज का मैच दोनों ही टीमों के लिए जीत के साथ क्वार्टर फायनल में जगह बनाने का अवसर था। पहले मैच में इंग्लैंड ने वेल्स को 5-0 जबकि भारत ने स्पेन को 2-0 से परास्त करके विजय प्राप्त की थी। दोनों ही टीम के खिलाड़ी इस विश्व कप में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए उत्सुक दिखाई दे रहे थे। मुकाबले के आरंभ में ही भारतीयों ने अंग्रेजों के मैदान पर सुनियोजित हमला शुरू किया। इसके पहले कि इंग्लैंड के फिपेंंडर संभल पाते उन्होंने एक के बाद एक व्यवस्थित मूव करके इंग्लैंड की रक्षापंक्ति को हतप्रभ कर दिया।
ओडिशा प्रांत के राउरकेला में अत्याधुनिक सुविधायुक्त बिरसामुंडा अंतर्राष्ट्रीय हाकी स्टेडियम खेलप्रेमी दर्शकों से खचाखच भरा था। भारत के प्रारंभिक चाल से ऐसा लगा कि आज वे मैदान पर अपनी श्रेष्ठता साबित करने के लिए बेताब हैं। ऐसे समय में अंग्रेजों ने धैर्य का परिचय देते हुए बचाव किया और आने वाले खतरे से अपने आप को बचाकर रखने में कामयाबी पाई। आखिरकार खेल के आठवें मिनट में पहला पेनाल्टी कार्नर अंग्रेजों को मिला लेकिन डी के अंदर भारतीयों के चौकन्ना होने से कोई गोल नहीं हो सका। यह सिलसिला दोनों टीम के खिलाड़ियों द्वारा दोहराया गया। इस मैच में भी मिले पेनाल्टी कार्नर का लाभ दोनों टीम के खिलाड़ी नहीं उठा सके। भारत-इंग्लैंड का यह मुकाबला बेहद रोमांचक संघर्षपूर्ण रहा। दोनों टीम द्वारा गोल करने की कोशिश की गई लेकिन कभी रक्षापंक्ति के खिलाड़ियों ने उसे असफल किया, कई बार निशाना चुका, कुछ अवसर पर भाग्य ने साथ नहीं दिया। वैसे भी 5वीं, छठी वरीयता प्राप्त टीम से इसी तरह के खेल की उम्मीद थी। 15वें विश्व कप तक इन दोनों टीम के बीच 9 बार भिडं़त हुई है। जिसमें भारत ने 1975, 1982, 1994 में तीन बार जबकि इंग्लैंड ने 2002, 2006, 2010, 2014 में चार बार जीत दर्ज किया है। 1978 तथा अब 2023 में दो मैच बिना हार जीत के फैसले के समाप्त हुए हैं। वैसे हाकी के इतिहास में दोनों टीम के बीच 21 मुकाबले हुए हैं जिसमें भारत ने 10, इंग्लैंड ने 7 बार सफलता पाई है। कुल चार मैच बराबरी पर समाप्त हुए। भारतीय टीम को इस मैच से एक अंक मिले हैं और वह पूल डी में इंग्लैंड के बाद चार-चार अंक लेकर दूसरे स्थान पर हैं। पूल के अंतिम राउंड राबिन राउंड में भारत को वेल्स से साथ- साथ ही इंग्लैंड को स्पेन से भिड़ना है। क्वार्टर फायनल में जगह बनाना है तो भारत को वेल्स पर बड़े अंतर से सीधी जीत हासिल करनी होगी। इस दृष्टि से भारतीय टीम के खिलाड़ियों की जिम्मेदारी बढ़ गई है। आक्रमण और सुरक्षा करने वाले अपनी भूमिका तो अच्छी तरह निभा रहे हैं परंतु पेनाल्टी कार्नर को गोल में ना बदल पाने की वजह से टीम की सफलता संदिग्ध हो रही है। अत: इस दिशा में सभी को विशेष ध्यान देना होगा।

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