खेल – मनोरंजन

अब नहीं रहा एकछत्र राज का जमाना

फीफा महिला विश्वकप फुटबाल-2023, स्पेन बनी चैंपियन, इंग्लैण्ड उपविजेता

जसवंत क्लाडियस,तरुण छत्तीसगढ़ संवाददाता
समाज के प्रत्येक क्षेत्र में लिंग समानता को लेकर एक लंबा संघर्ष चला। खेलकूद की दुनिया में महिला-पुरुष टीम, इन दोनों वर्गों में अलग-अलग स्पर्धाओं के लिए 19वीं सदी के उत्तराद्र्ध में आवाज उठने लगी। आधुनिक ग्रीष्मकालीन खेलों जैसे बहुखेल प्रतियोगिता में स्त्री-पुरुष को अलग-अलग खेलों में भाग लेने की अनुमति 1900 से ही मिल गई थी। आधुनिक ओलंपिक खेलों का आयोजन 1896 से नियमित रूप से हो रहा है। इसका प्रमुख कारण है अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक परिषद का मजबूत होना साथ ही सदस्य पदाधिकारियों का ईमानदारी के साथ खेलकूद के प्रति समर्पित होना है। 20वीं सदी में इसके अलावा फुटबाल खेल संघ है जिसकी गतिविधि भी एकता व दृढ़ता से साथ रहने का प्रमाण है। फुटबाल की संस्था को फीफा के नाम से जाना जाता है जिसका अर्थ है फेडरेशन इंटरनेशनल डी फुटबाल एसोसिएशन। यह फ्रांसीसी शब्द है जिसे हिंदी में फुटबाल का अंतर्राश्ट्रीय खेल संघ भी कहते हैं। फीफा द्वारा महिला विश्वकप फुटबाल का आयोजन 1991 से किया जा रहा है। इसका उद्देश्य खेल को प्रसिद्धि दिलाना और महिला-पुरुष दोनों को समान अवसर दिये जाने को साबित करना है। 2023 में इस प्रतिष्ठापूर्ण प्रतियोगिता का आयोजन आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में किया गया। 2015 में टीमों की संख्या 16 से 24 कर दी गई थी जबकि 2023 में प्रतिभागी देशों की संख्या 24 से बढ़ाकर पहली बार 32 कर दिया गया। इस टूर्नामेंट में अफ्रीका से मोरक्को, जांबिया, नाइजीरिया, दक्षिण अफ्रीका को, दक्षिण अमेरिका से अर्जेंटीना, ब्राजील, कोलंबिया को, एशिया से चीन, फिलीपींस, विएतनाम, आस्ट्रेलिया, दक्षिण कोरिया, जापान को, यूरोप से डेनमार्क, इटली, नार्वे, स्विट्जरलैंड, फ्रांस, नार्वे, जर्मनी, नीदरलैंड, इंग्लैंड, स्पेन, पुर्तगाल, स्वीडन को, उत्तर अमेरिका से जमैका, संयुक्त राज्य अमेरिका, कोस्टारिका, पनामा, हैती, कनाडा को, साथ ही प्रशांत क्षेत्र से न्यूजीलैंड ने मुख्य ड्रा में खेलने के लिए योग्यता हासिल की। फीफा महिला विश्व कप 2023 के अंतर्गत 64 मैच 9 शहरों के 10 खेल मैदान में सम्पन्न हुए। आस्ट्रेलिया में सिडनी, ब्रिसबेन, मेलबर्न, पर्थ, एडिलेड जबकि न्यूजीलैंड के आकलैंड, वेलिंग्टन, ड्यूनेडिन, हेमिल्टन में मुकाबले हुए। 32 टीम को 8 ग्रुप में ए से एच तक प्रत्येक में चार-चार करके बांटा गया था। 32 में से 16 टीम ने अंतिम 16 में, क्वार्टर फायनल में, स्पेन, नीदरलैंड, जापान, स्वीडन, आस्ट्रेलिया, फ्रांस, इंग्लैंड, बोलंबिया ने जगई बनाई है। 2015, 2019 के विश्व कप विजेता संयुक्त राज्य अमेरिका की टीम अप्रत्याशित रूप से स्वीडन से परास्त हो गई। सेमीफायनल में स्पेन ने स्वीडन को 2-1 से जबकि इंग्लैंड ने मेजबान आस्ट्रेलिया को 3-1 से हराया। फायनल में स्पेन ने इंग्लैंड को 1-0 से पराजित करके पहली बार विजेता होने का गौरव प्राप्त किया। यह चैंपियनशिप बहुत ही सफल रही इसमें 164 गोल दागे गये तथा करीब 20 लाख दर्शकों ने देखा। सबसे अधिक पांच गोल जापान की हीनाना मियाजवा ने किया। स्पर्धा की सर्वश्रेष्ठ स्पेन की ऐनाना बोनमति, सर्वश्रेष्ठ गोलकीपर स्विट्जरलैंड की सलमा पैरालुएलो को घोषित किया गया। विजेता को 35.67 करोड जबकि उपविजेता को 26.19 करोड रुपये मिले। जबकि फीफा ने इस स्पर्धा से 4737 करोड़ कमाए।

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