रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय में बारह दिवसीय रिफ्रेशर कोर्स का समापन
रायपुर। मानव संसाधन विकास केंद्र पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय मे आज साहित्य भाषा संस्कृति का बदलता स्वरूप ” विषय पर दो सप्ताह का रिफ्रेशर कोर्स सम्पन्न हुआ । इसमें 10 राज्यों के जिनमे छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, उत्तराखंड केरल, कर्नाटक, गुजरात एवं अन्य राज्यों से 39 सहायक प्राध्यापकों ने भाग लिया द्य कार्यक्रम के समापन समारोह में मुख्य अतिथि पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर के कुलपति प्रोफेसर केसरी लाल वर्मा रहे उन्होंने कार्यक्रम की पूर्णता पर कहा शिक्षा समाज का आवश्यक अंग है एक अच्छी शिक्षा व्यवस्था के बगैर एक अच्छे समाज की कल्पना नहीं की जा सकती पर यह कल्पना शिक्षकों के माध्यम से ही पूर्णता को प्राप्त करता है इसलिए शिक्षकों का उन्नयन एवं ज्ञान में परिमार्जन नितांत आवश्यक है द्य डॉ शैलेन्द्र सर्राफ निदेशक मानव संसाधन विकास केंद्र पंडित रविशंकर शुक्ला विश्वविद्यालय रायपुर ने कहा साहित्य का सुख सर्वोच्च सुख है क्योंकि साहित्य समाज का सृजन करता है और सृजन से नवीन अवधारणा स्पष्ट होते हैं जिसका ज्ञान शिक्षक को होना आवश्यक है ताकि एक व्यवस्थित समाज को मूर्त रूप दे सके द्यकार्यक्रम की अध्यक्षता साहित्य एवं भाषा अध्ययन शाला के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर श्रीमती शैल शर्मा ने की। कार्यक्रम का समन्वय डॉ बृजेंद्र पांडे मानव संसाधन विकास केंद्र पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर ने की द्य कार्यक्रम के समापन में समस्त प्रतिभागियों ने इस कार्यक्रम को अपने व्यावसायिक एवं व्यक्तिगत जीवन के लिए अत्यंत ही महत्वपूर्ण व जीवन मार्गी बताया द्य कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे साहित्य एवं भाषा अध्ययन शाला की विभागाध्यक्ष प्रोफेसर शैल शर्मा ने अपने उद्बोधन में कहा यह आयोजन कार्यक्रम में भाग लेने वाले प्रतिभागीयों के साथ -साथ साहित्य एवं भाषा अध्ययन शाला के सभी प्राध्यापकों के शैक्षिक उन्नयन के लिए भी महत्वपूर्ण रहा द्य इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य शैक्षिक उन्नयन व सृजनात्मकता के साथ-साथ शिक्षा में गुणवत्ता के महत्व से अवगत कराना है द्य इस कार्यक्रम के कार्यक्रम समन्वयक डॉ बृजेंद्र पांडे ने सभी प्रतिभागियों को कार्यक्रम को निर्बाध गति से संचालित करने एवं रिफ्रेशर कोर्स के उद्देश्यों की पूर्णता में सहभागी हेतु बधाई दिया द्य उन्होंने कहा शिक्षा के साथ-साथ समाज में नित नए परिवर्तन एवं परिमार्जन हो रहे हैं, नई तकनीकी एवं नए परिवर्तनों से नवनियुक्त प्राध्यापक विषय विशेषज्ञों से लाभान्वित होंगे उन्होंने कहा एचआरडीसी रिफ्रेशर कोर्स के माध्यम से विश्व में हो रहे नित नए खोजों और तथ्यों से नव नियुक्त प्राध्यापकों को अवगत कराने हेतु इस तरह का आयोजन करते आ रहा है।