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छत्तीसगढ़

हाईवे की बुरी हालत से राहगीरों को आवागमन में हो रही परेशानी

पत्थलगांव । हाईवे की बदहाल हालत से राहगीर हाय तौबा करने लगे है,हाईवे का मार्ग लोगो की जान लेने से कम नही है,कटनी गुमला राष्ट्रीय राजमार्ग की हालत काफी चिंताजनक बनी हुयी है। जशपुर रोड पुरन तालाब से लेकर ठाकुर शोभा सिंह कॉलेज तक पहुंचना जी का जनजाल बन चुका है। इस मार्ग की उडती धूल एवं उबड खाबड रास्तो मे आये दिन दुर्घटना हो रही है,साथ ही पैदल एवं दुपहिया चलने वाले राहगीर घातक धुल की वजह से गंभीर बिमारीयों की चपेट मे आ रहे है,यहा तक की सडक किनारे बसे लोग अपनी दुकानो को बंद करने की फिराक मे है। पुरन तालाब से लेकर तहसील कार्यालय तक लगभग एक किलोमीटर सडक का काम शुरू हुये एक साल से भी उपर का समय बीत चुका है,परंतु रोड उखाडने के बाद ठेकेदार इस सडक को बनाने मे जरा भी दिलचस्पी नही दिखा रहा,जिसके कारण पूरन तालाब से लेकर तहसील कार्यालय तक की सडक लोगो के लिए जी का जनजाल बनी हुयी है,इस मार्ग मे सफर करने वाले राहगीरो के अलावा वाहन चालक भी सडक की खराब हालत को लेकर जनप्रतिनिधियों कोसते दिखायी दे रहे है। वाहन चालक सडक की खराब हालत से तंग होकर कटनी गुमला राष्ट्रीय राजमार्ग से ना चलने की शपथ दोहराने लगे है।
एन.एच.विभाग नही ले रहा सुध-शहर के दो दिशाओ मे स्थित एन.एच. की सडक की स्थिती बेहद चिंताजनक रहने के बाद भी इस विभाग के अधिकारी कर्मचारी आंखो मे पटटी बांधकर धृतराष्ट्र बन हुये है। विभाग के अधिकारी हो या कर्मचारी जिनसे भी सडक के संबंध मे चर्चा की जाती है वे कार्यो से भागकर अपना पल्ला झाड रहे है, ऐसे मे राहगीरो की परेशानी सुनने वाला जिले मे शायद ही कोई शेष रह गया है। लोग अब अपनी परेशानी का जिम्मेदार शासन को मानते हुये क्षेत्रिय जनप्रतिनिधियों को भी खरी खोटी सुना रहे है। शहर की सोशल मीडिया मे सडको के हालात एवं प्रशासनिक चुप्पी की चर्चा दिनभर आम बात हो गयी है।।
नेता एवं अफसरों के आने का प्रमुख मार्ग-:दरअसल कटनी गुमला राष्ट्रीय राजमार्ग नेता एवं बडे अफसरो की आवाजाही का प्रमुख मार्ग है,यदि शहर की बात करें तो यहा के जशपुर रोड मे तहसील कार्यालय के अलावा एस.डी.एम कोर्ट एवं जिला जाने का भी यही मार्ग है,ऐसे मे इस मार्ग से शहर के बडे अफसरो के अलावा आये दिन नेताओ की भी आवाजाही लगी रहती है।परंतु उसके बाद भी ठेकेदार की मनमानी नेताओ के अलावा अफसरो को दिखायी नही देती। तहसील एवं एस.डी.एम कार्यालय मे जाने वाले बडे अफसर इसी मार्ग का चयन करते है,परंतु यहा की अव्यवस्था को लेकर ठेकेदार के प्रति उन्होने आज तक किसी कागज मे चिडिया नही बैठायी।।

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