महासमुंद की शिक्षिका पुष्पा गजपाल का गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड से सम्मानित
महासमुंद की शिक्षिका पुष्पा गजपाल का गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड से सम्मानित
महासमुंद। छत्तीसगढ़ सम्पूर्ण दर्शन ग्रंथ के चतुर्थ भाग में वर्णित प्राचीन स्मारक विषय पर महासमुंद की बेटी श्री मती पुष्पा गजपाल पीहू ने अपनी लेखनी चलाई है। छत्तीसगढ़ सम्पूर्ण दर्शन ग्रंथ में १००७ पृष्ट है ११७ प्रकार के छंद , ७२ विषयो पर लिखा गया है जिसमें छत्तीसगढ़ के ५७ साहित्यकार एवं अन्य राज्यों से १३ साहित्य कारों ने अपना योगदान दिया है।इसके लिए उन्हें गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में संस्कृति विभाग से सम्मान प्राप्त हुआ है। कार्यक्रम का आयोजन रायपुर के वृंदावन हाल में हुआ। श्रीमती गजपाल सांसद नंदकुमार साय, अध्यक्षता गौ सेवा आयोग दुधाधारी मठ महंत राजेश्री रामसुन्दर दास, विशिष्ट अतिथि विनय मोहन पाठक, पूर्व अध्यक्ष राजभाषा आयोग छत्तीसगढ़ श्रीमती सोनल राजेश शर्मा गोल्डन बुक ऑफ वल्र्ड रिकार्ड अध्यक्ष रायपुर, सचिव राजभाषा आयोग छत्तीसगढ़ अनिल कुमार भतपहरी, स्नेहलता पाठक प्रथम व्यंग साहित्य कार छत्तीसगढ़ माणिक विश्वकर्मा, रामेश्वर शर्मा, उदयभान सिँह चौहान राजेश शर्मा, एवं लखन पंडरिया उपस्थित रहें।