लोगों का उठने लगा है जिला प्रशासन से भरोसा
राजिम/छुरा । लगातार शिकायत और अखबारों में खबर प्रकाशन होने के बाद भी खाद्य विभाग सहित जिले के आला अधिकारी इस मामले को दबाने के मूड में है।तभी तो शिकायत के 4 माह बाद भी कोई कार्यवाही नही, बता दें कि विकास खंड छूरा के ग्राम पंचायत कसेकेरा में बीते वर्ष 2020 से लेकर फरवरी 2022 में ग्राम में कुल 16 गरीबी रेखा के एकल राशन कार्ड धारी हितग्राहियों का मृत्यु हो गया था । और मृत्यु के बाद परिवार वाले को लगा था कि अब इसका राशन बंद हो गया होगा । पर ऐसा नही था इसी मौके का फायदा उठाकर चालाक लोमड़ी की तरह सेल्समैन ने चुपचाप एकल राशन कार्ड धारी हितग्राहियों के मृत्यु होने के बाद भी सेल्समैन ने ऑफ लाइन आबंटन प्रक्रिया का भरपूर इस्तेमाल किया और राशन डकार गया ।क्यों की मृतक के परिवार वाले को ये सब पता नही था ।और मृतको का राशन कार्ड को घर में ही रखे थे । पर उन्हें क्या पता था कि आप लाइन सिस्टम में सेल्समैन गिरधारी यादव महिला ग्राम पंचायत सचिव और सरपंच की मदद से इन मरे हुए व्यक्तियों का राशन निकाल कर खा रहा है । मामले का खुलासा मृतकों के परिवार से कुछ जानकर लोगों ने ऑनलाइन पोर्टल के यह जानकारी। जुटाए इसके बाद मृतक के परिवार वालों ने और ग्रामीणों ने छुरा थाना,एसडीएम छुरा , कलेक्टर गरियाबंद खाद विभाग, सहित मंत्री को शिकायत की पर 3 माह से ज्यादा हो गया है सेल्समैन गिरधारी यादव खिलाफ कोई कार्रवाई नही किया गया है । और मृतक के परिवार वाले लगातार सेल्स मैन के खिलाफ एफ आई आर करने की मांग कर रहे है इसके बावजूद पुलिस प्रशासन और जिला प्रशासन कार्रवाई करने में दिलचस्पी।नही दिखा रहा है
तथा सेल्स मैन को बचाने में एसडीएम से लेकर कलेक्टर, तहसीलदार ,पुलिस सब लगे हैं। जिसमे सबसे ज्यादा दिलचस्पी खाद्य विभाग दिखा रहा है ।ताकि किसी भी तरीके से सेल्समैन बच जाए इस उद्देश्य से तरह-तरह के हथकंडे अपनाए जा रहा है ।और इसमें सबसे रोचक तथ्य है कि ग्राम पंचायत सचिव ने मृतक के परिवार वाले को मृत्यु प्रमाण तो दे दिया पर मृत्यु हुई तो पंचायत रिकार्ड से मृतकों का नाम जानसबुचकर नही काटे तथा राशन कार्ड में अन्य किसी दस्तावेज में उनका नाम नहीं काटे जिसका सीधा फायदा सेल्स उठाया जिसमें दोनों की मिलीभगत से इनकार नहीं किया जा सकता हो सकता है कि सरपंच सचिव और सेल्समैन तीनों का पार्टनरशिप रहा होगा तभी तो लगातार 2 साल तक जिस प्रकार सैकड़ों किलो चावल,शक्कर चना आदि सामग्री मृत गरीबों का खा गए उससे सेल्समेन तो मालामाल हो गया पर सचिव सरपंच को भी निश्चित तौर पर लाभ मिला होगा तभी तो शिकायत होने के बाद भी आज तक इस मामले में जिला प्रशासन कार्रवाई के मूड में नहीं दिखाई दे रहा है ऐसे में ग्रामीण अब न्यायालय का दरवाजा खटखटाने का सोच रहे हैं बीते 3 माह से जिस प्रकार पीडि़त हितग्राही कार्यालय चक्कर लगा रहे हैं इसको देखकर नहीं लगता कि खाद्य विभाग सेल्समैन के खिलाफ कार्रवाई करेंगे क्यों की पहले भी इस प्रकार राशन की हेरा फेरी का मामला आया था ।और इस सेल्समैन के खिलाफ आरोप लगे थे । खाद्य निरीक्षक द्वारा जांच भी किया गया और सेल्समैन को तिकड़म बाजी कर बचा लिया गया ।इस मामले में कार्यवाही।नही होते देख ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत सचिव पिछले 6 साल से ग्राम पंचायत में टिके हुए हैं ।उसी का ही फायदा उठाते हुए मृतिको का नाम नहीं काटा और भोले भले ग्रामीण और परिवार वालो को मृत्यु प्रमाण पत्र दे दिया और इस प्रकार सेल्समैन को लाभ पहुंचाने के लिए सचिव ने कोई कसर नहीं छोड़ा साथ ही ग्रामीणों ने बताया कि जिला प्रशासन अगर इस मामले में कार्यवाही नहीं करता तो हम लोग संभाग आयुक्त,आई जी रायपुर जाएंगे वहां भी नहीं होगा तो सीधा न्यायालय का दरवाजा खटखटाया सेल्समैन के खिलाफ इस मामले में एफ आई आर दर्ज करवा कर जेल की हवा खिलाएंगे ।। वही इस बारे में ग्राम पंचायत कसेकेरा के सरपंच सचिव को फोन लगाया गया पर उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया ।जबकि इस बारे में अपर कलेक्टर गरियाबंद अविनाश भोई को पूछे जाने पर एसडीएम से करवाही के संबंध में जानकारी लेकर बताने की बात कही।