विभागीय उदासीनता के चलते अधूरा नहर लाइनिंग निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पा रहा
राजिम, /पांडुका । विभागीय उदासीनता के कारण पूर्व स्वीकृत नहर लाइनिंग का कार्य अब तक अधूरे पड़े हुए हैं। इस अधूरे लाइनिंग कार्य को पूरा करने के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों के अनेक बार एसडीएम सहित जिले के अधिकारियों से भी मिल चुके हैं। और अधूरे पड़े कार्य को पूरा करने आवेदन भी लगाया जा चुका है, लेकिन सिंचाई विभाग के उदासीन रवैया के चलते नहर लाइनिंग का कार्य शुरू ही नही पा रहा है। विधायक के प्रयास से सिकासार पैरी परियोजना सिंचाई विभाग द्वारा सब डिविजनल फिंगेश्वर के अंतिम छोर गांव पसौद तक नहर लाइनिंग का काम प्रस्तावित हुआ है जो कि विगत वर्षों से अधूरा पड़ा हुआ है। विभाग द्वारा इस नहर लाइनिंग कार्य को ग्राम पेंड्रा तक किया गया है। उसके बाद का लाइनिंग कार्य को अधूरा छोड़ दिया गया है। वही जहां तक लाइनिंग कार्य हुआ है उसमें भी विभागीय अधिकारी व ठेकेदार द्वारा भारी अनियमितता बरती गई है। क्षेत्र के जनपद सभापति द्वारा अनुविभागीय अधिकारी राजिम पूजा बंसल को लगातार अवगत कराया जा रहा है। ज्ञात हो कि ग्राम पसौद सिकासार पैरी परियोजना सिंचाई विभाग का सबसे अंतिम गांव है। जिसके चलते खरीफ फसल में सिंचाई के लिए किसानों को काफी मशक्कत के बाद खेतो में पानी पहुंचता है। टेल एरिया होने के कारण बहुत से रकबे में किसानों द्वारा लगाया गया फसल ठीक से नही पकने के कारण उत्पादित फसल की कीमत लागत के अनुरूप नही मिल पाता है। यह नहर लाइनिंग कार्य विभाग व ठेकेदार के निष्क्रियता के चलते अभी तक अधूरा पड़ा हुआ है। ग्रामीणों ने बताया कि पूर्व में भी राजिम एसडीएम को अधूरे कार्य को जल्द प्रारंभ करने अवगत कराकर अति शीघ्र काम चालू करने को मांग पत्र दिया गया था। जिनका अभी तक कोई क्रियान्वयन नही हुआ है। किसानों की मांग है कि आगामी खरीफ फसल तक हमारा लाइनिंग का काम ग्राम पसौद के अंतिम छोर तक हो जाना चाहिए। अन्यथा उग्र कदम उठाते हुए पसौद, सिर्री कला, पोलकर्रा, पाली, पेंड्रा के किसानों के साथ चक्का जाम करने के लिए बाध्य होने की बात कहा गया है।और वही पांडुका सब डिवीजन के ग्राम अतरमरा, कुम्हर मरा, मुरमुरा के पास चल रहे नहर लाइनिंग के कार्य में भारी लोचा दिखाई पड़ रहा है बिना किसी विभाग के जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारी के देखरेख ठेकेदार और उनके आदमी आनन फानन में कार्यों को जैसे तैसे अंजाम देने में लगे है ।और कार्य पूरा भी नही हुवा अभी से भ्रष्ट्राचार की दरारे उभरने लगे हैं।वो तो ऊपर वाले भगवान का शुक्र है। की कुछ दिनों पहले जो बारिश हुई उसमे पानी तराई हो गया जिससे नहर लाइनिंग के इस कार्य में भगवान ने मदद कर दी नहीं तो आज कई दरारें और भी ज्यादा दिखाई देता । यहा भी विभागीय उदासीनता के कारण अधिकारी कर्मचारी और ठेकेदार की मिलीभगत से जमकर धांधली का खेल चल रहा है । बिना डंपिंग किए सीधा क्रांकीटीकरण किया जा रहा है । नतीजा अभी से टूटने लगी है ।और साल भर होते होते जगह जगह और जायदा टूटने लगेंगे ।जैसे की पहले के इनके नहर लाइनिंग कार्य में दिख रहा है।