https://tarunchhattisgarh.in/wp-content/uploads/2024/03/1-2.jpg
छत्तीसगढ़

भाजपा में वापसी कर नगर सरकार बनाना पहली प्राथमिकता:श्याम नारायण

पत्थलगांव । भाजपा मेरा घर है,अब घर वापसी के बाद नगर पंचायत मे भाजपा की सरकार बनाना मेरी पहली प्राथमिकता है,पार्टी मे मेरे प्रवेश को लेकर विरोधियो ने जो विरोध के स्वर तेज किये उसे मै पार्टी के हित मे काम कर उनका मुंह बंद करूंगा,यह बातें वार्ड क्रमांक 13 के पार्षद एवं नगर पंचायत के उपाध्यक्ष श्याम नारायण गुप्ता ने कही है। दरअसल श्याम नारायण गुप्ता पर पार्टी अहित मे काम करने का आरोप लगा हुआ था,जिसके कारण उनके अलावा नगर पंचायत मे काबिज भाजपा के पांच पार्षदो को छ: साल के लिए पार्टी ने निष्कासित कर दिया था,परंतु भाजपा जानती है कि अपने लोगो से दूर रहकर वह जशपुर जिले की तीनो कठिन सीटो पर कांग्रेस को मात नही दे सकती। यही कारण है कि भाजपा अब अपने रूठो के अलावा निष्कासित कार्यकर्ताओ को भी मनाने मे लग गयी है। दो दिन पहले यहा के अग्रसेन भवन मे भाजपा के प्रदेश प्रभाारी अजय जामवाल के नेतृत्व मे विशाल बैठक का आयोजन किया गया था,जिसमे जिले भर से भाजपा के जनप्रतिनिधियों के अलावा बूथ लेबल के कार्यक्रर्ता भी मौजुद थे। भाजपा के प्रदेश प्रभारी अजय जामवाल ने जशपुर की तीनो सीटो पर कार्यक्रर्ताओ का ध्यान केंद्रित करते हुये इस मर्तबा विधानसभा चुनाव के दौरान अपना परचम लहराने के आवश्यक सुझाव दिये थे। उनके द्वारा कार्यक्रर्ताओ को पार्टी के लिए रीढ की हडडी की संज्ञा दी। उन्होने कार्यक्रर्ताओ को बूथ लेबल पर काम करने की सलाह दी थी,साथ ही उन्होने पार्टी से रूठे एवं निष्कासित लोगो पर फोकस कर उन्हे दोबारा पार्टी मे प्रवेश कराया,इस दौरान निष्कासित वार्ड क्रमांक 13 के पार्षद श्याम नारायण गुप्ता,पार्षद श्रीमति चंद्रकला गुप्ता,पार्षद स्नेहलता शर्मा,पार्षद आनंद गुप्ता,पार्षद श्रीमति रेखामुनी भगत,पार्षद पुनीत डहरिया एवं पूर्व पार्षद रम्मु शर्मा,बिश्शु शर्मा ने एक बार पुन: भाजपा का दामन थामकर पार्टी के हित मे काम करने की बात कही।।
दोबारा आ सकता है अविश्वास प्रस्ताव-:यहा की नगर पंचायत मे भाजपा के 9 पार्षदो ने पूरे बहुमत के साथ अपनी जीत हासिल कर नगर सरकार बनायी थी,परंतु कुछ पार्षदो ने अपनी ही पार्टी के अध्यक्ष का विरोध कर अविश्वास प्रस्ताव लाया था,जिसके बाद उन सभी बागी पार्षदो ने कांग्रेस अध्यक्ष पद के उम्मीदवार को वोट देकर नगर सरकार की कुर्सी पर कांग्रेस का कब्जा कर दिया था,परंतु अब भाजपा मे सभी बागी पार्षदो की दोबारा वापसी होने के बाद एक बार पुन: नगर पंचायत मे अविश्वास प्रस्ताव लाने की सुगबुगाहट देखी जा रही है। जानकारी के अनुसार पहले अध्यक्ष का दो साल बाद एवं दोबारा बने अध्यक्ष का एक साल बाद अविश्वास प्रस्ताव लाया जा सकता है,भाजपा का नगर पंचायत मे बहुमत रहने के कारण एक बार पुन: कांग्रेस की नगर सरकार की कुर्सी खतरे मे दिखायी दे रही है।।

Related Articles

Back to top button