गरियाबंद जिले में नलजल मिशन योजना फ्लॉप
राजिम । गरियाबंद जिले में पीएचई विभाग की ओर से बड़ी लापरवाही देखी जा रही है। वो में केंद्र सरकार द्वारा जल जीवन मिशन के अंतर्गत पेयजल व्यवस्था हेतु बड़े बड़े पानी टंकी का निर्माण करवाया जा रहा है ,जिसमे भारी लापरवाही देखी जा रही है कार्य 2 वर्ष पूर्ण होने जा रहे हैं पर अभितक पूर्ण नही किया गया है । गर्मी के दिनों में भूजल स्तर गिर जाने के वजह से नलों में पानी नही आ पा रहे हैं आगे भीषण गर्मियों में जल संकट की समस्या दिखने को मिल सकती है , ऐसे में ठेकेदार द्वारा कछुए की चाल से निर्माण कार्य करवाया जा रहा है पीएचई विभाग के अधिकारी के सुस्त रवैए के कारण हो रहे कार्य भी गुणवत्ताहीन दिखाई दे रहा है ।
आपको बता दें की प्रत्येक ग्राम पंचायतों में पेयजल की समस्या को देखते हुए केंद्र सरकार द्वारा पानी टंकी और पाइपलाइन का कार्य ठेकेदारों के द्वारा कार्य कराया जा रहा है ,कार्य की गुणवत्ता की देखरेख पीएचई विभाग की निगरानी में बनाना है ।लेकिन पीएचई विभाग के अधिकारी कर्मचारियों की मिलीभगत से गुणवत्ताहीन पानीटंकी और पाइप लाइन का कार्य बेरोक टोक मनमानी ढंग से चल रहा है जिसका खामियाजा आगे चलकर जनता को झेलना पड़ेगा । गर्मी के दिनों में जल संकट गहरा प्रारंभ हो चुका है और दो वर्ष से बन रहे पानी टंकी अब भी पूर्ण नही हुए ऐसे में आने वाले दिनों में पानी को लेकर गांवों में भारी समस्या दिखने वाली है ।आपको बता दें की पानी टंकी और गली में पाइप कैसे बिछाया गया है, सही मानक के अनुसार तीन फिट गहरे में पाइप डालना था पर 1 से दो फिट गड्ढे खोदकर डाल दिया गया है जो भविष्य में छतिग्रस्त हो सकता है ।
निर्माणधीन जगहों पर सूचना पटल भी नही लगाया है जिसकी लागत और समय सीमा की जानकारी नही मिल पा रही है ।मौके पर ठेकेदार के जिम्मेदार कर्मचारी और विभाग के अधिकारी नदारत रहते है सिर्फ मिस्त्री लेबर भरोसे काम चलते नजर आ रहे हैं जिले के जवाबदार पीएचई विभाग के अधिकारी श्री कतलम से जानकारी मांगी गई तो उन्होंने अनभिज्ञता जाहिर किया अपने निचले अधिकारियों को फटकार लगाते हुए , कहा की जल्द ही सारे गलतियों को ठीक करने की बात कही ।