छत्तीसगढ़

पानी की समस्या को लेकर बेलर के किसानों ने सिंचाई विभाग के एसडीओका घेराव किया

राजिम । राजिम फिंगेश्वर मुख्यालय से लगे ग्राम बेलर में किसानों ने जल संसाधन अधिकारी को लंबे समय तक घेर रखा सैकड़ो की संख्या में एकत्र किसानों में काफी गुस्सा देखने को मिला आपको बता दें कि रबी सीजन के लिए किसानों को सिकासार बांध से धान के लिए पानी दिया गया है वहीं धान अभी का गभोट अवस्था में है और पानी के अभाव के चलते 400 एकड़ में लगे फसल मुरझाने के कगार पर है जिसको लेकर बेलर, बोड़की, फुलझर के किसान लंबे समय से पानी की मांग करते रहे पर विभाग द्वारा किसी भी तरह से ध्यान नहीं देने से आज किसानों ने सिंचाई विभाग के एसडीओ को बेलर में सिंचाई कॉलोनी में स्थित विभाग की भवन में लंबे समय तक घेर रखा था जिसकी जानकारी लगते ही फिगेश्वर पुलिस भी मौके पर पहुंच शांति व्यवस्था कायम करते नजर आए किसानों में काफी आक्रोश देखने को मिल रहें थे कुछ किसान जिले के वरिष्ठ अधिकारियों को स्पाट में बुलाने की मांग कर रहे थे वहीं किसानों के द्वारा नहर में शीघ्र पानी छोडऩे की मांग कर रहे है अगर तत्काल पानी नहीं छोडऩे पर अनशन में बैठने की बात कर रहे हैं किसानों ने अधिकारीयों के ऊपर आरोप लगाया जानबूझ कर नहर को बंद कर रहे हैं जिसके कारण खेतो में लगे फसल मुरझाने लगे हैं बोर वाले किसान खेतों में नहर का पानी पला रहे हैं जिसके कारण नहर पानी में धान लगाया किसानों के खेतों में पानी नहीं पहुंच रहे वही
सिंचाई विभाग पांडुका के एसडीओ एमके पंडोरिया ने बताया कि सिकासर जलाशय में पानी की स्टोरेज के हिसाब से जल उपभोक्ता समिति के प्रस्तावित रकबे से ज्यादा एरिया में फसल लगाया गया है और कुछ किसानों के द्वारा नहरों में पंप लगा कर अपने खेतों में पलाने की वजह से भी यह समस्या आ रहे हैं जिसके वजह से किसानों के खेतों में पानी पहुंचाने में दिक्कत हो रही है । वहीं सिकासार में 25 प्रतिशत से भी कम पानी बचा है जिसमें से 15त्न पानी बचाकर रिजर्व रखना पड़ता है रही बात पानी की तो 300 क्यूसेक पानी अभी सिकासर से दिया जा रहा है जिसे कल हमने 200 क्यूसेक पानी और बढ़ाने का मांग किया था अब टोटल 500 क्यूसेक पानी सिकासार बांध से छोडऩे से पानी की दिक्कतें नहीं होगी फसलों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं इसके लिए किसानों के तरफ से भी सहयोग की जरूरत है।

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