दो साल बीतने के बाद भी शौचालय अधूरे
देवभोग । .स्वच्छता की दिशा में शासन की महत्वपूर्ण योजना स्वच्छ भारत मिशन को पलीता लगाने में कुम्हड़ई खुर्द पंचायत के सरपंच सचिव कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे है। वहीं स्वच्छता के प्रति सरपंच, सचिव और जनपद पंचायत के जिम्मेदार अधिकारियों का रवेय्या भी इतना सुस्त है कि आज दो साल बीत गए लेकिन स्वच्छ भारत मिशन के तहत स्वीकृत हुआ साढ़े तीन लाख का शौचालय अभी भी अधूरा पड़ा हुआ है। सरपंच, सचिव और स्वच्छ भारत मिशन का काम देखने वाले जिम्मेदारों की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़ा होने लगा है कि शासन की स्वच्छता अभियान को पलीता लगाने वाले सरपंच सचिव पर जिम्मेदारों ने अब तक कार्रवाई क्यों नहीं किया। ग्रामीणों का कहना है कि छह महीने पहले शौचालय में तीन तरफ दीवार खड़ा कर दिया गया। बकायदा स्लेब भी डाला गया इतना ही नहीं बाहर दो दरवाज़े भी लगा दिए गए। लेकिन अंदर में सिर्फ एक टंकी खोदकर काम को अधूरा छोड़ दिया गया। वहीं ग्रामीण भी सरपंच और सचिव की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा करने लगे है।
जारी राशि के अनुपात में मौक़े पर नहीं दिख रहा काम: यहां बताना लाजमी होगा कि स्वच्छ भारत अभियान के तहत स्वीकृत शौचालय के लिए कुम्हड़ई खुर्द पंचायत को अब तक दो लाख दस हजार रूपये जारी हो चुका है। जबकि जारी किये गए राशि के अनुपात में अब तक काम नहीं हुआ है। पंचायत को अब सिर्फ चौदहवें वित्त से 90 हजार की राशि मिलनी है। जबकि शौचालय में अभी टाइल्स, सीट, रंग रोगन, पाइप लाइन काम के साथ टंकी लगाया जाना बाकी है। ऐसे में राशि जारी करने वालों पर भी सवाल खड़ा होना शुरू हो गया है कि बिना काम देखे कैसे राशि जारी किया जा रहा है।
मामले में स्वच्छता अभियान के ब्लॉक समन्वयक उत्तर यादव का कहना है कि कुम्हड़ई खुर्द के सरपंच सचिव को जिला पंचायत से भी नोटिस मिल चुका है, वहीं ब्लॉक से भी नोटिस जारी किया जा चुका है, इसके बाद भी वे काम करने में रूचि नहीं ले रहे है। उत्तर ने कहा कि सरपंच और सचिव काम के प्रति गंभीर नहीं है। उन्होंने इसकी जानकारी नवनियुक्त सीईओ को देने की बात कही है। सचिव अनंतराम बिसी ने कहा कि शौचालय के लिए टाइल्स और पानी टंकी ला चुके है। जल्द ही टाइल्स और पानी टंकी लगाकर शौचालय को पूरा कर दिया जायेगा।