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छत्तीसगढ़

12 स्मार्ट आंगनबाड़ी के निर्माण में १ करोड़ का घोटाला

नारायणपुर । नारायणपुर जिले के रावघाट माइंस के प्रभावित 12 गांवों में सी.एस.आर. मद से 15 – 15 लाख रुपए की लागत से आंगनबाड़ी केंद्रों को स्मार्ट आंगनबाड़ी बनाया जाना था लेकिन ठेकेदार ने नौनिहालों के हक पर डाका डालते हुए 1 करोड़ का घोटाला कर डाला । उक्त मामले पर तात्कालीन कलेक्टर द्वारा बनाई गई जांच टीम ने डेढ़ साल पहले भ्रष्टाचार होने की रिपोर्ट पेश की जिस पर आज पर्यंत तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है। जिला कलेक्टर प्रतिष्ठा ममगाई ने मामले पर जांच करवाने की बात कही। वही नव निर्वाचित कांग्रेस पार्षद ने वनमंत्री केदार कश्यप पर निशाना साधते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ की सत्ता में आने के लिए प्रदेश से भ्रष्टाचार मिटाने की बात कहने वाले भाजपा नारायणपुर में हुए भ्रष्टाचार पर सत्ता में आने के डेढ़ साल बाद भी कार्यवाही नहीं करना भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वाली भाजपा कहा। जिस पर भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष रुपयाय सलाम ने जवाब देते हुए कहा कि भाजपा ने सत्ता में आते ही सबसे पहले भ्रष्टाचार पर कार्यवाही की है जिसका नतीजा है कि कई कांग्रेसी जेल में है नारायणपुर में हुए भ्रष्टाचार में भी जांच के बाद कई जेल जाएंगे।
रावघाट माइंस के प्रभावित 12 गांवों में संचालित आंगनबाड़ी को वर्ष 2022- 23 में स्मार्ट आंगनबाड़ी 15 – 15 लाख रुपए की लागत बनाने की योजना बनाई गई जिसमें प्रत्येक आंगनबाड़ी में स्मार्ट टीवी, आरो , टाइल्स , किचन शेड , बच्चो के खेल समान, मरम्मत कार्य , विद्युतीकरण , वाटर सफलाई , झुला , फिसलपट्टी जैसे कार्य करने थे लेकिन आज दो साल बीतने के बाद भी आंगनबाडियों में कोई कार्य नहीं हुए है। जिसकी जांच पड़ताल करने जी मीडिया की टीम हुच्चाकोट आंगनबाड़ी पहुंची जहां आंगनबाड़ी को देखकर लगा कि पूरे कार्य हुए होंगे। लेकिन जब आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से जी मीडिया ने पूछा तो चौंकाने वाली बात सामने आई। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने कहा कि ठेकेदार आए और पुट्टी का काम करके एक कागज पर हस्ताक्षर लेकर चले गए और आज तक वापस लौटकर नहीं आए। आंगनबाड़ी भवन में ग्राम पंचायत द्वारा कार्य कराया गया है और पेंटिंग का कार्य नीति आयोग की तरफ से हुआ है , 15 लाख का कोई काम नहीं हुआ है जांच टीम भी आई थी जिसे भी बताया गया लेकिन डेढ़ साल बीतने के बाद भी कुछ नहीं हुआ। छत्तीसगढ़ में चुनाव के दौरान भाजपा ने सत्ता में आने पर किए वादों को पूरा करने की बात कही थी इन वादों में एक वादा शासकीय योजनाओं के नाम पर हुए भ्रष्टचार पर कड़ी कार्यवाही करने की बात कही थी लेकिन ये वादा नारायणपुर जिला में पूरा होता नही दिख रहा है। भाजपा के सत्ता में आए लगभग डेढ़ साल होने को है लेकिन नारायणपुर जिले में स्मार्ट आंगनबाड़ी बनाने के नाम पर हुए लाखो रुपए के भ्रष्टचार पर अब तक कोई कार्यवाही ना होना कई सवाल खड़े कर रहा है जबकि नारायणपुर विधानसभा के विधायक केदार कश्यप छत्तीसगढ़ शासन में वन मंत्री है। ज्ञात हो कि उक्त मामले को लेकर तात्कालीन कलेक्टर अजीत वसंत ने अभिषेक गुप्ता अपर कलेक्टर की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच टीम बनाई। टीम ने जांच कर रिपोर्ट जिला कलेक्टर और जिला पंचायत सीईओ को सौप दिया है बाउजुद इसके अब तक उक्त फर्म के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गई है जबकि जांच रिपोर्ट में जैनम कंस्ट्रक्शन फर्म को जारी की गई राशि 1 करोड़ 39 लाख रुपए में से मजह 36 लाख रुपए का ही कार्य होना जांच टीम ने पाया है जो दर्शाता है कि 1 करोड़ रुपए का घोटाला 12 आंगनबाड़ी के निर्माण कार्य में हुआ है बाकी 10 आंगनबाड़ी केंद्रों की भी जांच होने पर घोटाला की राशि और बढ़ सकती है।

वही सूत्रों की माने तो उक्त भ्रष्टाचारी फर्म को और नवीन कार्य जिला प्रशासन द्वारा दिए जाने की बाते भी सामने आ रही है । वही उक्त मामले को लेकर चुनाव से पहले भाजपा ने स्मार्ट आंगनबाड़ी बनाने की योजना पर भ्रष्टाचार किए जाने का मामला बड़े जोर शोर से उठाया था और सत्ता में आने पर नौनिहालों को उनका हक दिलाने की बात कही थी । लेकिन वन मंत्री केदार कश्यप ने उक्त मामले को लेकर मीडिया से ही हुए भ्रष्टाचार की सूची मांगी है , दूसरी बार पूछने पर प्रभारी मंत्री टंक राम वर्मा द्वारा कार्यवाही की बात कही जब प्रभारी मंत्री से पूछा गया तो उन्होंने भी जांच कराने का आश्वासन दे डाला । हद तो तब हुई जब जिला कलेक्टर से मामले पर पूछा गया तो जांच करवाने की फिर से बात कही गई एक मामला जांच कितने बार , कई सवाल खड़े करता नजर आ रहा है । पूरा मामला इस प्रकार है कि नारायणपुर जिले में रावघाट लौह अयस्क परियोजना की शुरुवात करने से पहले प्रभावित गांवों में शिक्षा , स्वास्थ, सड़क और पानी की व्यवस्था किए जाने के सपने ग्रामीणों को दिखाए गए और सीएसआर मद से प्रभावित 12 खोडगांव , परलभाट, भरंडा, खाड़कागांव, सूपगांव, केरलापाल , कनेरा , गुरिया , बिजली , अंजरेल , खैराभाट टेमरूगांव सहित देवगांव , नेलवाड़ , कुढ़ारगांव , बेनूर , भाटपाल , छोटेडोंगर , धनोरा , बडग़ांव , हलामीमुंजमेटा ,कोंगेरा 22 गांवों के12 आंगनबाड़ी को 15- 15 लाख रुपए कुल 3 करोड़ 30 लाख की लागत से स्मार्ट आंगनबाड़ी बनाकर छोटे छोटे बच्चो को आधुनिक सुविधा, पुराने भवन को वेल अप टू डेट भवन , आंगनबाड़ी में बच्चो के लिए खेलकूद के समान , मनोरंजन के लिए टीवी लगाया जाने की योजना बनाई गई और उक्त कार्य नारायणपुर जनपद पंचायत को सौप दिया गया । जनपद पंचायत द्वारा ग्राम पंचायत को कार्य ना देकर टेंडर लगाकर जैनम कंस्ट्रक्शन को कार्य दिया गया उक्त टेंडर प्रक्रिया में भी नियमो की धज्जियां उड़ाते हुए जैनम कंस्ट्रक्शन को कार्य दे दिया गया । ठेकेदार ने भ्रष्टचार का ऐसा खेला खेला की स्मार्ट आंगनबाड़ी की योजना धरी की धरी रह गई हद तो तब हुई जब जनपद पंचायत नारायणपुर द्वारा बिना स्टिमेंट के कार्य कराया गया और बिना इंजिनियर के वेलवेशन उक्त फर्म को लगभग ढाई करोड़ रुपए का पेमेंट बिना कार्य पूर्ण के कर डाला । वही आंगनबाड़ी कार्यकर्ता का कहना है कि आंगनबाड़ी में कोई ठेकेदार आया बोला आंगनबाड़ी का मरम्मत कर अच्छी व्यवस्था की जाएगी लेकिन रंगाई और टाइल्स का ही कार्य किया गया है जो कि गुणवत्ताविहीन है टाइल्स जगह जगह से निकल गए है जिससे बच्चो को चोट लगती है भवन हमारा जर्जर हो गया था जिसकी सिर्फ पुताई की गई है । पानी, बाउंड्रीवाल, किचन शेड की हालत दयनीय है हद तो तब हो गई जब ठेकेदार आंगनबाड़ी के शौचालय का दरवाजा और किचन शेड का टीन ले गया । जिसकी जानकारी अधिकारियों को दे दी गई है। जनपद पंचायत नारायणपुर द्वारा स्मार्ट आंगनबाड़ी निर्माण के लिए टेंडर लगाया गया और टेंडर जैनम कंट्रकशन को दिया गया । माडल आंगनबाड़ी में कुल 11 काम होने थे जिसमे किचन शेड , टाइल्स , पेंटिंग व कलर , वाटर सफलाई , विद्युतीकरण , आरो, स्लाइडर खिड़की व गेट, फिसल पट्टी झुला, वाटर प्रूफफिंग, टीवी सहित खिलौना के समान शामिल है । लेकिन ठेकेदार ने गुणवत्तविहीन पेंटिंग और टाइल्स का ही मात्र कार्य किया और जनपद पंचायत नारायणपुर द्वारा ठेकेदार को 3 करोड़ की राशि का भुगतान कमीशन खोरी के चक्कर में कर खुला भ्रष्टाचार किया । जांच में ठेकेदार का घोटाला सामने आने के साथ साथ बिना स्टीमेट , बिना इंजीनियर द्वारा बिना वेलवेशन के करोड़ों का भुगतान तत्कालीन जनपद पंचायत सीईओ घन श्याम जांगड़े द्वारा किया जाना हुए भ्रष्टाचार को दर्शाता है ।
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