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छत्तीसगढ़

स्कूल के नाम परिवर्तन को लेकर 40 गांव के ग्रामीणों में नाराजगी

मोहला । औंधी में 40 वर्ष पुराने स्कूल का नाम और पहचान बदलने से आदिवासी क्षेत्र के लोगो ने नाराजगी जाहिर करते हुए क्षेत्रीय विधायक इन्द्रशाह मंडावी के सामने अपनी बात रखी। ग्रामीणों ने बताया कि हाई स्कूल औंधी का नाम बदलकर डॉ. भीमराव आंबेडकर किया गया है। इससे आक्रोशित क्षेत्र के ग्रामीणों ने विधायक को आवेदन देकर शासन से यह निर्णय वापस लेने की मांग की है। वही शाला प्रबंधन समिति ने भी बैठक कर मोहला-मानपुर अम्बागढ़ चौकी जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा लिखित आदेश को निरस्त करने प्रस्ताव बनाया है। ज्ञात हो कि नौ अप्रैल 2013 को राजनांदगांव जिले के ग्राम औंधी में तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंग का कार्यक्रम आयोजित था। ग्रामीणों के अनुसार औंधी क्षेत्र के समस्याओं के संबंध में क्षेत्रीय ग्रामीणों ने बैठक रखी थी। जिसमे ग्रामवासियों के द्वारा चर्चा परिचर्चा कर क्षेत्र की समस्याओं के संबंध में आवेदन बनाया था। जिसमें हाईस्कूल औधी का नाम डॉ. भीमराव आंबेडकर के नाम रखने का चर्चा या वियार किसी के द्वारा नहीं रखी गई थी। ना ही क्षेत्रवारियों द्वारा स्कूल का नाम बदलकर डॉ. भीमराव आंबेडकर रखने का प्रस्ताव बनाया था।ग्रामीणों के अनुसार बौद्ध सामाज के लोगो के द्वारा गोपनीय रूप से फर्जी प्रस्ताव बनाकर आवेदन को क्षेत्रिय आवेदन में सम्मिलित कर मुख्यमंत्री को प्रस्तुत किया । यह जानकारी तब पता चला जब डॉ. रमन सिंग द्वारा हाई स्कूल का नाम बदलकर डॉ.भीमराव आम्बेडकर का नाम रखने की घोषणा की। क्षेत्रवासियों का कहना है कि उनके स्वजन व पीिढयों से उनका इस विद्यालय से लगाव है इसलिए स्कूल का नाम परिवर्तन गलत है और जिस नाम से संचालित हो रही है उसी नाम से यथावत करते हुए स्कूल में शिक्षकों की पर्याप्त व्यवस्था की जानी चाहिए । नाराज ग्रामीणों ने राज्य शासन के इस निर्णय के खिलाफ जमकर नाराजगी जाहिर की है। इस संबंध में स्थानीय लोगों का कहना है कि 40 वर्ष पुराने स्कूल का नाम व पहचान बदलने से क्षेत्रवासियों में नाराजगी बढ़ रही है। शासन ने निर्णय नहीं बदला तो वे आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।

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