श्रीमद् भागवत संस्कार की पाठशाला है:हिमांशु
महासमुंद। नगर में आयोजित भव्य श्रीमद भागवत कथा ज्ञान यज्ञ सप्ताह के द्वितीय दिवस पर देश के ख्यातिनाम कथावाचक पं. हिमांशु कृष्ण भारद्वाज ने अपनी अमृत वाणी से श्रद्घालुजनों से कहा कि श्रीमद् भागवत संस्कार की पाठशाला है, इसलिए हम सभी को भागवत कथा का श्रवण करना चाहिए एवं अपने घर परिवार में भी बच्चों को भगवत भक्ति की ओर जोडऩा चाहिए। क्योंकि, बच्चे, बड़ों को देखकर सीखते हैं एवं अपने बड़ों की तरह बनना चाहते हैं। इसलिए बच्चों को संस्कारवान बनाने में परिवार की बड़ी भूमिका होना चाहिए।उन्होंने कहा कि संस्कार के अभाव में व्यक्ति भटक जाता है। आज के समय में विद्यालयों में संस्कार की शिक्षा दी जानी चाहिए। द्वितीय दिवस कथा का श्रवण कराते हुए कहा कि हम सौभाग्यशाली है कि भारत भूमि पर हमारा जन्म हुआ है। क्योंकि, भारत को छोड़कर भगवान भी कहीं दूसरे जगह जन्म नहीं लेते। इसलिए साधु संत एवं महात्मागण भी भारत की भूमि को नमन करते हैं। महाराज द्वारा भागवत की उत्पत्ति का दृष्टांत बताते हुए सर्वप्रथम भोलेनाथ शिव ने माता पार्वती को इस कथा का श्रवण कराया। इसलिए हमें शिव के मंदिर में बांके बिहारी का स्मरण करना चाहिए। क्योंकि, भोलेनाथ भगवान शिव जिन्हें अत्यंत प्रेम करते हैं उनके स्मरण मात्र से शिव प्रसन्न होते हैं। महासमुंद की प्रेममय धरती के महत्ता बताते हुए कहा कि महासमुंद तो स्वयं प्रेम के सागर है। उन्होंने योगेश्वर राजू सिन्हा की श्रीमद भक्ति भावना की प्रशंसा करते हुए कहा कि विधायक अपने भक्ति से महासमुंदवासियों को श्रीमद् भागवत कथा श्रवण का सुअवसर दिया है।
इस अवसर पर सर्वप्रथम व्यासपीठ पर श्रीमद भागवत कथा ज्ञान यज्ञ सप्ताह के संयोजक (मुख्यकर्ता) योगेश्वर राजू सिन्हा की धर्मपत्नी प्रिया सिन्हा, मुख्य यजमान सुशील शर्मा, डॉ. मंजू शर्मा, सह यजमान खगेंद्र तारक, राधेश्याम सोनी, प्रलय थिटे, दिलीप जलक्षत्री, राजश्री ठाकुर, चंदन डड़सेना, मुन्ना साहू, नेहरू पटेल, नीतेश श्रीवास्तव, प्रहलाद यादव, घनाराम साहू, पप्पू ठाकुर, आशुतोष शर्मा द्वारा हिमांशु कृष्ण भारद्वाज का अभिनंदन करते हुए चरण वंदन किया गया। कथा प्रारंभ के पूर्व पं. जवाहर त्रिवेदी, अर्पित त्रिपाठी, नवल किशोर दुबे सहित आचार्यों के टीम ने मंत्रोच्चार के साथ व्यास, श्रीमद् भागवत व गोपाल की आराधना की। द्वितीय दिवस के भागवत कथा के दौरान प्रमुख रुप से प्रिया योगेश्वर राजू सिन्हा, संदीप दीवान, मीना वर्मा, सुजाता विश्वनाथन, आनंदगिरि गोस्वामी, सुधा साहू, अग्रज शर्मा, एमआर विश्वनाथन, चंद्रहास चंद्राकर, प्रशांत श्रीवास्तव, शशि सिन्हा, विमला गोण्डाने, श्रुति शर्मा, प्रकाश शर्मा, महेंद्र जैन, राजेश्वरी सिन्हा, सुनीता बंटी शर्मा, टेकराम सेन, मनीष शर्मा, दिग्विजय साहू, शोभा दीवान, ममता बग्गा, राखी ठाकुर, रमशीला बघेल, अर्चना राव, जीएस गौर, आकाश पांडेय, श्वेता सोनी, दक्षा जोशी, कृष्णा चंद्राकर, मनोज साहू, गुलाब ठाकुर, विपिन शर्मा, अनूप उपासे सहित हजारों की संख्या में श्रद्घालुगण उपस्थित रहे। उक्त जानकारी आयोजन समिति की ओर से टेकराम सेन ने दी है।