रेलवे स्टेशन में लावारिस मिले तीन बैग
भिलाई । भिलाई -3 रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म क्रमांक 2 पर आरपीएफ की टीम को सीढ़ी के नीचे तीन बैग लावारिस हालत में मिले आरपीएफ की टीम ने आसपास पूछताछ के बाद उक्त तीनों बैग जब्त किए जब बैग खोलकर देखा तो बैग से कुल 14 पैकेट बरामद किए जिसमें गांजा भरा हुआ था बरामद गांजे का कुल वजन 14.222 किलोग्राम निकला जब्त गांजे की कीमत 2 लाख 80 हजार रुपए आंकी गई है भिलाई – 3 आरपीएफ पोस्ट टीआई पूणिर्मा राय बंजारे ने बताया कि घटना आरपीएफ पोस्ट भिलाई की टीम ने विधानसभा चुनाव को देखते हुए छत्तीसगढ़ के सभी रेलवे स्टेशनों में मादक पदार्थों की तस्करी रोकने लगातार जांच की जा रही है। इसी कड़ी में भिलाई 03 रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म क्रमांक 2 पर लावारिस हालत में तीन बैग मिले। यह बैग पोल नंबर 852/09 के पास सीढी के नीचे दिखाई दिए। उक्त बैगों के संबंध में आसपास के यात्रियों से पूछताछ करने पर कोई वारिस नहीं मिला। इसके बाद तीनों बैग जब्त किया गया। जब्त बैग में काले रंग का पीट्टू बैग जिसमें एचपी लिखा हुआ था एक लाल एवं काले रंग का पीट्टू बैग रीबोक लिखा हुआ तथा एक कपडे का थैला चेन लगा हुआ मिला। तीनों बैग खोलने पर एक बैक से 6 पैकेट, दूसरे बैग से 4 पैकेट व कपड़े चेन लगे बैग से 4 पैकेट कुल 14 पैकेट मिले पैकेट खोलने पर उसमें गांजा भरा हुआ था। वजन कराने पर इसका कुल वजन 14.222 किलोग्राम निकला जिसे जब्त किया गया। आरपीएफ मामला जीआरपी को सौंप दिया। जीआरपी ने इस मामले में अज्ञात के खिलाफ धारा 20 (बी) एनडीपीएस एक्ट के तहत अपराध दर्ज कर जांच शुरू कर दी है इसके बाद आरपीएफ पोस्ट प्रभारी के एसआई आरके राठौर ने पंचनामा के बाद अज्ञात आरोपी के खिलाफ कार्रवाई के लिए शासकीय रेल पुलिस थाना भिलाई 3 को सौंप दिया गया। जीआरपी द्वारा उक्त मामले में धारा 20 (बी) एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है इस पूरी कार्रवाई में आरपीएफ पोस्ट भिलाई के टास्क टीम प्रभारी उपनिरीक्षक आरके राठौर, प्रधान आरक्षक सीमांत सिंह, आरक्षक सुखराम मीना, आरक्षक अजय राठौर का सराहनीय योगदान रहा।
नेवई स्थित एसएलआरएम सेन्टर में पुन: ऐग्लो उत्पादन शुरू
भिलाई, 28 अक्टूबर। सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र ने अपने पर्यावरणीय प्रयासों को सुदृढ़ करते हुए नेवई में कचरा निष्पादन हेतु एसएलआरएम सेंटर की स्थापना की थी। जिसके माध्यम से प्लास्टिक पॉलीथिन से ग्रेनुअल्स तथा गीला कचरा से खाद बनाया जा रहा था। विगत कई महीनों से यहां कार्य प्रभावित था, भिलाई इस्पात संयंत्र के नगर सेवाएं विभाग के पीएचडी के संयुक्त प्रयासों से नेवई स्थित एसएलआरएम सेंटर में 27 अक्टूबर को प्लास्टिक प्रसंस्करण द्वारा ऐग्लो का उत्पादन पुन: शुरू कर दिया गया है।
वेस्ट टू वेल्थ की योजना को साकार करने के साथ ही भिलाई टाउनशिप को प्लास्टिक कचरे से मुक्त करने हेतु भिलाई इस्पात संयंत्र द्वारा नेवई में एसएलआरएम सेंटर प्रारंभ किया गया। टाउनशिप को प्लास्टिक मुक्त बनाने एवं पर्यावरण संवर्धन में यह योजना मील का पत्थर साबित होगा। उल्लेखनीय है कि अंतिम उपयोग के प्लास्टिक जिसमें रैपर एवं पाउच आदि आते हैं का उपयोग भी एसएलआरएम सेंटर में किया जा सकेगा। चूंकि इनका रिसाइकलिंग संभव नहीं है। ऐसे प्लास्टिक से बने उत्पाद को संयंत्र में कोक उत्पादन की प्रक्रिया में शामिल करने की योजना पर कार्य चल रहा है आरंभिक चरण में पायलट प्रोजेक्ट सफल रहा है, साथ ही आरडीसीआईएस, रांची ने भी अपने परीक्षण में इसके उपयोग को उपयुक्त पाया है।