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छत्तीसगढ़

कब्जा हटाने का विरोध, जेसीबी पर चढ़ गईं महिलाएं, 50 से ज्यादा पर केस

कसडोल । बलौदाबाजार जिले के कसडोल नगर पंचायत से 16 किमी. की दूरी पर गिरौधपुरी धाम में अतिक्रमण हटाने के दौरान जमकर बवाल हो गया। कब्जा हटाने के लिए एसडीएम और तहसीलदार पहुंचे थे, साथ ही भारी मात्रा में पुलिस फोर्स भी तैनात की गई थीं। इसी बीच अतिक्रमणकारियों की पुलिस से झूमाझटकी हो गई। जिसके बाद गांव के लोग जो अतिक्रमण हटवाना चाहते थे उनकी भी अधिकारियों से बहस हुई साथ ही अतिक्रमणकारियों और गांव के लोगों में भी झड़प हो गई। जानकारी के मुताबिक शासकीय जमीन पर अस्पताल निर्माण के लिए शासन से स्वीकृति मिली है। इसे लेकर गांव के लोगों ने प्रस्ताव भी दे दिया है। जबकि उसी जमीन पर जायसवाल समाज अपना कब्जा होने का दावा कर रहा है और जमीन पर सामाजिक भवन का निर्माण करना चाहता है। गांव के लोग यहां अस्पताल बनवाना चाहते हैं।
जेसीबी के सामने खड़ी हो गईं महिलाएं: सोमवार को एसडीएम, तहसीलदार और एसडीओपी पुलिस बल के साथ कब्जा हटाने जेसीबी लेकर पहुंचे थे। जैसे ही अधिकारी और फोर्स कब्जा की हुई दीवार को तोडऩे जेसीबी मशीन चलाने लगे। जायसवाल समाज के लोगों ने विरोध कर दिया। महिलाएं, जेसीबी के सामने खड़ी हो गई और टीम के अधिकारी, कर्मचारियों और पुलिस जवानों को मारने के लिए हाथों में ईंट व पत्थर तक उठा लिए।
अधिकारियों ने दी समझाइश: जब अधिकारियों में उनसे जमीन से जुड़े कागजात की मांग की तो वे कुछ भी पेश नहीं कर सके। कब्जाधारियों को, अधिकारियों ने समझाया कि शांति से कब्जा हटाने दो क्योंकि जमीन शासकीय है। यहां अस्पताल बनाने के लिए पंचायत प्रस्ताव भी है। इसी बीच गांव के लोग भी अस्पताल बनाने के पक्ष में आगे आए जिसे लेकर जायसवाल समाज के लोगों से, गांव के लोगों की भी बहस हुई। आक्रोश को देखते हुए अधिकारियों ने कब्जा हटाने की कार्रवाई को रोक दिया। वही गांव के लोग कब्जा नहीं हटाने पर, अधिकारियों पर भी आक्रोशित हो गए साथ ही एसडीएम ऑफिस पहुंचकर अतिक्रमण हटाने की मांग की। जिसके बाद अधिकारियों ने दोनों पक्षों को बैठाकर, समझाकर मामले को शांत कराया।
सरकारी काम में बाधा डालने का केस: पुलिस ने सरकारी काम में बाधा डालने का केस भी दर्ज किया है जिसमें 50 से ज्यादा लोगों को आरोपी बनाया गया है हालांकि इनमें से किसी की भी अभी तक गिरफ्तारी नहीं हुई है।

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