मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना से संवर रहे निगम क्षेत्र के स्कूल
भिलाई । नगर पालिक निगम, भिलाई क्षेत्र अंर्तगत छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना के अंतर्गत अब स्कूल संवरने लगे हैं। शहर के शाला भवनो का मरम्मत कार्य के साथ रंग रोगन व दीवारों पर उकेरे जा रहे है कलात्मक ज्ञानवर्धक चित्रकारी मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना के तहत प्राथमिक शाला और पूर्व माध्यमिक शाला भवन का जीर्णोद्धार कार्य के अन्तर्गत भवनों में टाइल्स लगाना, दीवारों में पुट्टी के बाद रंग रोगन व कलात्मक और शिक्षण गतिविधियों से जुड़े ड्राइंग बनाए जा रहे है। स्कूल भवन के खिड़की दरवाजे रिपेयर कराने के साथ ही अध्ययन कक्ष में पर्याप्त रोशनी के लिए लाईट लगाया गया है, जिससे बच्चों का उत्साहवर्धन हुआ है अब वे दीवार में लिखे गये कलात्मक पेंटिंग के जरिए भी पढ़ाई कर सकेंगे। बच्चे अपने शाला भवन को नये कलेवर में देख कर खुश हैं। निगम आयुक्त रोहित व्यास ने मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना के अधीन स्वीकृत प्रगतिरत कार्यों की नियमित समीक्षा कर रहे है। आयुक्त व्यास ने भिलाई निगम के मैदानी अमले के साथ संयुक्त बैठक लेकर मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना के कार्यों को शीघ्रता से पूरा करने के निर्देश दिए हैं। जिला शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित कर गुणवत्तापूर्ण निर्माण कार्य के लिए सतत निगरानी करने तथा निर्माण कार्य मे लगे एजेंसी को समय सीमा में कार्य पूर्णता हो यह सुनिश्चित करने कहा है। यह पहली बार होगा कि इतनी संख्या में विद्यालयों का जीर्णोद्धार किया जा रहा है, हर कार्य को लेकर संबंधित जोन के जोन आयुक्त प्रतिदिन स्कूल पहुंचकर संधारण कार्य की मॉनिटरिंग कर रहे है।
ऐसे संवर रहा स्कूल भवन
अधीक्षण अभियंता दीपक जोशी ने बताया कि मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना के तहत भिलाई निगम क्षेत्र में 4 करोड़ 87 लाख की लागत से 51 स्कूलों काल जीर्णोद्वार किया जाना है, इसमें अब तक 25 स्कूलों में कार्य पूर्ण कर स्कूल प्रबंधन को भवन सौपा जा चुका है, 23 स्कूलों में कार्य प्रारंभ है बारिश की वजह से शेष बचे हुए 3 स्कूलों में शीघ्र ही कार्य प्रारंभ किया जाएगा। स्कूल भवन में मरम्मत कार्य, शौचालय, सफाई, खिड़की दरवाजे का रिपेयरिंग, सभी कक्षों में पर्याप्त रोशनी के लिए लाईट, शुद्ध पेयजल, दीवारों के रंग रोगन व कलात्मक पेंटिंग करवाते हुए पूरे शाला प्रांगण को सुज्जित किया गया है। इससे स्कूलों में पढऩे के लिए आने वाले बच्चों में अलग ही उत्साह है।