बम की सूचना मिलने पर टीम ने तीन जगहों पर सघन जांच की

दुर्ग। दुर्ग पुलिस को दुर्ग रेलवे स्टेशन सहित भिलाई शहर के सूर्या मॉल और सिविक सेंटर इलाके में बम होने की सूचना मिली। इसके साथ ही पुलिस की टीम बम निरोधक दस्ते के साथ तीनों जगहों पर पहुंचकर सघन जांच अभियान चलाया। दुर्ग रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ और जीआरपी भी जांच में शामिल रही। सूर्या मॉल के अंदर एक एक शो रूम और दुकानों सहित पार्किंग एरिया की बारीकी से जांच की गई। वहीं सिविक सेंटर क्षेत्र में खड़ी वाहनों की तलाशी ली। पुलिस को बम डिटेक्टर मशीन से तलाशी लेते देख मौजूद लोगों में अनहोनी का डर साफ दिखने लगा। लेकिन जब मॉकड्रिल की जानकारी हुई तो सभी ने राहत की सांस ली।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे हमले को देखते हुए लोगों को जागरूक करने के लिए दुर्ग पुलिस ने बम डिस्पोजल स्क्वाड और डॉग स्क्वाड के साथ मिलकर सूर्या मॉल और सिविक सेंटर में रिहर्सल किया। सीएसपी भिलाई नगर सत्य प्रकाश तिवारी ने बताया कि यह ब्लैक आउट और मॉकड्रिल की तरह एक रिहर्सल था इसके लिए बम डिस्पोजल स्क्वाड और डॉग स्क्वाड की टीम को भी साथ लिया गया था। पुलिस को अचानक डमी इनपुट मिलता है कि दुर्ग स्टेशन, सूर्या मॉल और सिविक सेंटर में बम रखा गया है सूचना मिलने के महज कुछ मिनट के अंदर पूरी टीम वहां पहुंचती है। टीम सबसे पहले सूर्या मॉल पहुंची और वहां मौजूद लोगों को सुरक्षित किया। मॉल और सिविक सेंटर में पार्क गाडिय़ों की एक-एक कर चेकिंग की जाती है। इसके बाद वहां से बम का कोई सिग्नल ना मिलने के बाद टीम सीधे दुकानों और मॉल के अंदर जाती है। वहां टीम एक एक दुकान में बम डिटेक्टर मशीन को लेकर घुसती है। हर एक बड़े और छोटे सामान की चेकिंग की जाती है। इसके साथ ही जो लोग वहां बैग और छोला लेकर घूम रहे होते हैं उनकी भी तलाशी ली जाती है। इस तरह का तलाशी अभियान दुर्ग रेलवे स्टेशन पर भी आरपीएफ व जीआरपी के साथ मिलकर चलाया गया। लोगों को बताया गया कि वे किस तरह इस तरह की संदिग्ध गतिविधि को देखकर अलर्ट हों और पुलिस को इसकी सूचना तुरंत दें।रिहर्सल के दौरान स्मृति नगर, सुपेला और दुर्ग के कई अधिकारी मौके पर मौजूद रहे। उन्होंने मॉल में मौजूद लोगों को बताया कि ये भारत पाक युद्ध को देखते हुए एक तरह का रिहर्सल है। इसलिए पैनिक होने की जरूरत नहीं है। उन्होंने लोगों को उसी हालत से गुजारा जिस हालत में रियल बम मिलने पर किया जाता है और उस दौरान किस की सावधानी बरती जाती है