तहसीलदार के लंबे समय से छुट्टी पर होने से कई कार्य लंबित
पत्थलगांव । पटवारी अपनी लंबित मांग को लेकर एक माह से हडताल पर डटे हुये है,उस पर यहा के प्रभारी तहसीलदार का छुटटी मे चले जाने से भुईयां संबंधित अधिकांश कार्य लंबित पडे हुये है। एक ओर जिला कलेक्टर द्वारा राजस्व के लंबित प्रकरणो को जल्द से जल्द निपटाने के निर्देश दे रखे है तो वही पटवारी एवं तहसीलदार के कार्यालय में ना रहने से राजस्व प्रकरणो की फाईलो का ढेर लगा हुआ है। ग्रामीण क्षेत्र से लोग आकर तहसील ऑफिस के दिन दिन भर चक्कर लगा रहे है। दूसरी ओर शासन को मिलने वाला राजस्व का भी नुकसान हो रहा है,उसके बाद भी ना तो अब तक पटवारीयों की मांग पर कोई सुनवायी हई है और ना ही यहा के प्रभारी तहसीलदार का छुट्टी पर चले जाने से किसी अन्य जिम्मेदार को प्रभार सौंपा गया है,इन दिनो तहसील कार्यालय में संबंधित कार्यो को लेकर बुरा हाल है,लोग शासन को कोसते नजर आ रहे है,ग्राम जामजुनवानी से आये मनसुक सिदार ने बताया कि वे दस दिनों से अपनी जमीन का रकबा सुधार के लिए तहसील ऑफिस के चक्कर लगा रहे है,परंतु उनकी समस्या को सुनने वाला यहा कोई नही है। उनका कहना था कि पटवारी भुईंया संबंधित कार्यो से मुंह मोड रखे है,उनकी हड़ताल की वजह से वे किसी भी कार्य को करने से मना कर रहे है। वही कम्प्युटर मे ऑनलाईन कार्य कराने के लिए भी तहसीलदार का ना रहना समस्या गंभीर करने के सामान है।।
राजस्व का नुकसान-:यहा का तहसील के अंतर्गत लगभग 85 ग्राम पंचायत आश्रित है,हर रोज सैकड़ों लोग नगरीय क्षेत्र के अलावा ग्राम पंचायतो से आकर भुईंया एवं जमीन खरीदी बिक्री के कार्य कराते है। पटवारियों की हड़ताल के बाद तहसीलदार का ना रहने से रजिस्ट्री के कार्य पूरी तरह प्रभावित है,जिससे शासन को मिलने वाला लाखों रूपये के राजस्व का रोजाना नुकसान हो रहा है,इन दिनों तहसील कार्यालय में अपना काम लेकर आने वाले लोगों की भीड़ हर समय देखी जा सकती है,परंतु जिम्मेदार लोगो की हड़ताल एवं छुट्टी पर रहने से लोगो को मायुस लौटना पड़ रहा है।।