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छत्तीसगढ़

चंदेनार कोटवारपारा में पानी की किल्लत ग्रामीण चुआ का पानी पीने को मजबूर

दंतेवाड़ा । चंदेनार पंचायत के कोटवारपारा में भीषण गर्मी के बीच ग्रामीणों को पीने के शुद्ध पानी की भारी किल्लत हो गई है। परेशान होकर ग्रामीणों ने बीते दिनों कलेक्ट्रेट पहुंच डीएम सर से मुलाकात की और पानी की समस्या का जल्द से जल्द निराकरण करने की गुहार लगाई। आवेदन दिए पखवाड़ा बीतने को है मगर अब तलक समाधान प्रशासन की ओर से नहीं किया गया है। ग्रामीण गढढा खोदकर चुआ से निकलने वाले पानी पीने को मजबूर हैं। यह स्थिति किसी पहुंचविहीन गांव की नहीं बल्कि मुख्यालय से महज 10 कि.मी. की दूरी पर बसे चंदेनार पंचायत की है जहां आसानी से किसी भी वक्त पहुंचा जा सकता है। प्रशासन की अकर्मण्ता के चलते ही गांव में पानी की सुविधा मुहैया नहीं हो पाया है। चंदेनार पंचायत के ग्रामीणों ने बताया कि बीते 30 मई 23 को गांव से दर्जनों की संख्या में ग्रामीण पानी की समस्या संबंधी आवेदन लेकर जिला कार्यालय पहुंचे थे जहां कलेक्टर विनीत नंदनवार से मिलकर ग्रामीणों ने पानी की समस्या को बताते हुए कोटवारपारा में एक जल्द ही एक हैण्डपंप लगाने की गुहार की थी। कलेक्टर सर ने समस्या तो सुनी पर आज 13 दिन बीत चुके हैं अब तक ग्रामीणों को पानी की समस्या से निजात नहीं मिल सका है जिससे ग्रामीणों में नाराजगी है। कलेक्टर को दिए अपने आवेदन में कहा है कि कोटवारपारा में कुल 40 परिवार निवास हैं। ग्रामीणों के मुताबिक उनके पारे में दो हैंण्डपंप पहले से लगे हैं जिनमें एक आंगनबाड़ी के समीप तथा दूसरा हैंडपंप स्कूल परिसर में लगाया गया है। ग्रामीण पहले इन्हीं हैंडपंपो का पानी पीने आदि के लिए इस्तेमाल करते थे। लेकिन इधर कुछ महिनों पूर्व इन दोनों हैंडपंपों में मोटर फिट कर दिया गया है जिससे अब हैंडपंप का पानी आंगनबाड़ी एवं स्कूल में ही उपयोग में लिया जाता है। हैंडपंप चलाने से पानी बहुत कम मात्रा में बाहर निकलता है। जिससे स्थानीय ग्रामीणों के बीच पेयजल की समस्या उत्पन्न हो गई है। इस वक्त गर्मी का मौसम है भीषण गर्मी पड़ रहा है। शुद्ध पेयजल की व्यवस्था नहीं होने से ग्रामीणों को भारी दिक्कत हो रही है। पानी का कोई विकल्प नहीं होने से ग्रामीण दूर जंगल में जाकर गढढा खोदकर चुआ का गंदा पानी को छानकर किसी तरह से पीने के लिए इस्तेमाल कर रहे है या फिर पुराने गंदे हो चुके कुंए का पानी निकालकर पीने को मजबूर हैं। पंचायत की ही महिला ने बताया कि पानी की समस्या के संबंध में क्षेत्र के तमाम जनप्रतिनिधियों को अवगत कराया गया यहां तक कि कलेक्टर सर को भी आवेदन देकर अवगत कराया गया बावजूद किसी ने भी हमारी परेशानियों पर ध्यान नहीं दिया जिससे पानी की समस्या का समाधान आज तक नहीं हो पाया है। ग्रामीणों ने गुहार लगाते कहा है कि जल्द से जल्द कोटवारपारा में एक हैंडपंप लगवाया जाए ताकि गर्मी में ग्रामीणों को आसानी से शुद्धपेयजल उपलब्ध हो सके। ईधर नल जल योजना के तहत सालों पहले घर घर में नल तो लगा दिया गया है मगर आज पर्यत इन नलों में पानी नहीं निकला है। कुल मिलाकर नल जल योजना भी जिले में फिसडडी ही साबित हुआ है।

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