पहलवानों के समर्थन में किसानों ने राष्ट्रपति के नाम सौंपा ज्ञापन
राजिम । भाजपा सांसद एवं अखिल भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष ब्रिज भूषण शरण सिंह द्वारा यौन उत्पीडऩ के खिलाफ जारी पहलवानों की आंदोलन को संयुक्त किसान मोर्चा ने समर्थन दिया है। संयुक्त किसान मोर्चा के देशव्यापी आह्वान पर 1 जून से 5 जून तक सभी राज्यों से राष्ट्रपति के नाम किसान संगठनों द्वारा ज्ञापन भेजा जा रहा है। इसी कड़ी में संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े संगठन अखिल भारतीय क्रांतिकारी किसान सभा के सदस्यों ने अनुविभागीय अधिकारी राजस्व राजिम जिला गरियाबंद को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा है।
ज्ञापन में छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ के संयोजक मंडल सदस्य एवं संयुक्त किसान मोर्चा राष्ट्रीय समिति के सदस्य तेजराम विद्रोही, अखिल भारतीय क्रांतिकारी किसान सभा के प्रदेश उपाध्यक्ष मदन लाल साहू सदस्यगण ललित कुमार, उत्तम कुमार, हेमंत टंडन, जहुर राम, जुम्मन ध्रुव, तीजराम, मनोज कुमार साहू ने संबोधित करते हुए कहा कि आप जानती हैं कि अंतर्राष्ट्रीय खेल आयोजनों में पदक जीतकर देश का नाम रोशन करने वाली, एक नाबालिग सहित, कई महिला पहलवानों ने भारतीय जनता पार्टी के सांसद और भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीडऩ के गंभीर आरोप लगाए हैं।
ये महिला पहलवान 23 अप्रैल 2023 से दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना दे रही हैं, जब केंद्र सरकार जनवरी 2023 में आरोपी सांसद के खिलाफ जांच करने और आवश्यक कदम उठाने के लिए खिलाडिय़ों से किए अपने वादे को पूरा करने में विफल रही। खिलाडिय़ों को भारत के माननीय सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाना पड़ा और माननीय न्यायालय द्वारा मामले की सुनवाई शुरू करने के बाद ही दिल्ली पुलिस ने बहुत देर से आरोपी बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ 2 प्राथमिकी दर्ज की। दुर्भाग्य से, उसके बाद दिल्ली पुलिस अपने पांव खींच रही है और जांच और अभियोजन को आगे नहीं बढ़ाया गया है। जब खिलाडिय़ों ने अपना विरोध जारी रखा और 28 मई 2023 को दिल्ली में एक शांतिपूर्ण मार्च निकाला, तो दिल्ली पुलिस, जो केन्द्र सरकार के नियंत्रण में है, ने उनके विरोध मार्च का क्रूरता से दमन किया, उन्हें हिरासत में लिया, उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की और उन्हें जंतर-मंतर पर उनके शांतिपूर्ण विरोध स्थल से हटा दिया। यह पूरी तरह से गलत और अलोकतांत्रिक था।संयुक्त किसान मोर्चा में हम इन घटनाओं से बेहद विचलित हैं। आप खुद एक किसान की बेटी होने के नाते जानती हैं कि कुश्ती एक ग्रामीण खेल है और बृज भूषण शरण सिंह की शिकार ज्यादातर लड़कियां ग्रामीण/किसान परिवारों से हैं। इसलिए हमें चिंता है कि जिन किसानों की बेटियों ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त करने के लिए बहुत मेहनत की है और देश को गौरव दिलाया है, उनके साथ राजनीतिक रूप से शक्तिशाली लोगों के इशारे पर केंद्र सरकार द्वारा अत्यंत क्रूरता के साथ व्यवहार किया जा रहा है। राष्ट्र के प्रमुख के रूप में, हम आपसे यह निर्देश जारी करने का अनुरोध करते हैं कि (1) केंद्र सरकार महिला पहलवानों को दिल्ली के जंतर-मंतर पर अपने धरना जारी रखने की अनुमति दे, (2) महिला पहलवानों के साथ क्रूरता के लिए जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए और (3) बृज भूषण शरण सिंह को गिरफ्तार कर, तेजी से चार्ज-शीट दाखिल करने और अभियोजन के लिए उनकी हिरासत में पूछताछ की जाए।भारत की बेटियों की सम्मान की रक्षा के लिए शीघ्रता से कार्य करने और देश को शर्मसार करने वाली इस घिनौनी गाथा को समाप्त करने के लिए हम आपके सम्मानित कार्यालय को यह ज्ञापन सौंप रहे हैं।