छत्तीसगढ़

पंडित प्रदीप मिश्रा ने की गोधन न्याय योजना की तारीफ

पंडित प्रदीप मिश्रा ने की गोधन न्याय योजना की तारीफ

भिलाई, इस्पात नगरी भिलाई में शिव महापुराण कथा के लिए पहुंचे सिहोर वाले पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि वे भाजपा या कांग्रेस जैसी किसी भी राजनीतिक पार्टी के नहीं बल्कि भगवान महादेव के स्टार प्रचारक हैं। उन्होंने छत्तीसगढ़ में सरकार द्वारा लागू गोठान योजना का उदाहरण देकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सराहना की। प्रदीप मिश्रा ने समलैंगिक विवाह को सर्वोच्च न्यायालय द्वारा स्वीकृति प्रदान करने के सवाल का जवाब देते हुए इस तरह का विवाह कतई श्रेष्ठ नहीं है, यह सनातन धर्म पर चोट पहुंचाने वाला है पंडित प्रदीप मिश्रा ने आज सुबह पत्रकारों से चर्चा करते हुए बताया कि राजनेता और धर्म के बीच सब्जी में नमक की तरह का संबंध है। यह संबध पुरातन काल से देखने को मिल रहा है। महाराज दशरथ के राज में भी राजनेता थे और गुरु परम्परा का सम्मान किया जाता था। वर्तमान समय में भी राजनेता गुरु परम्परा का सम्मान करते हैं। लेकिन इसे दलीय राजनीति से जोड़कर देखा जाना उचित नहीं होगा। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि वे भाजपा या कांग्रेस जैसी किसी भी राजनीतिक पार्टी के समर्थक अथवा स्टार प्रचारक नहीं हैं। बल्कि वे स्वयं को भगवान महादेव के स्टार प्रचारक मानते हैं। शिव महापुराण कथा के उन्हें जो भी दान और दक्षिणा मिलता है, उसका उपयोग जन कल्याण में किया जाता है पंडित प्रदीप मिश्रा ने बताया कि सिहोर के कुबेरेश्वर धाम में हजारों शिव भक्त प्रतिदिन भोजन करते हैं। छोटा सा चिकित्सालय बनाया गया है। इस चिकित्सालय में आसपास के 48 से 50 गांव के ग्रामीण मुफ्त में उपचार कराने आते हैं। किसी को गंभीर बीमारी के चलते दूसरे बड़े अस्पताल तक भिजवाने के लिए दो एंबुलेंस की व्यवस्था रखी गई है। इसके लिए जरुरतमंदों से किसी भी तरह की राशि नहीं ली जाती है। इसके अलावा गो सेवा भी समिति द्वारा की जा रही है मिश्रा ने बताया कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा भी गोठान योजना के तहत गो सेवा की जा रही है। रायपुर में शिव महापुराण कथा स्थल पर पिछली बार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस बात की जानकारी उनसे साझा किया है मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उन्हें यह भी बताया कि छत्तीसगढ़ के गोठानों में गाय के साथ साथ नंदी महाराज का भी पालन हो रहा है। श्री मिश्रा ने इसके लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सराहना की। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म में जन्म लेने वाले सभी लोगों को सनातन धर्म श्रेष्ठ लगना चाहिए। कहीं न कहीं हर मनुष्य में शिव तत्व रहता है। भगवान कृष्ण और श्रीराम में भी शिव तत्व था और उन्होंने शिव भक्ति की।

उन्होंने बताया कि उनकी शिव महापुराण कथा का क्रम पहले यजमान श्री चांडक परिवार से शुरू हुआ है जो निरंतर आज तक चल रहा है।? कोरोना काल के दौरान लोगों को यह अहसास हुआ कि धन दौलत एक तरफ रह जाती है। इस दौरान लोगों में जरुरतमंदों की सेवा का भाव जागृत हुआ। इसके चलते भक्ति की ओर लोग प्रभावित हुए हैं। भक्ति में वीआईपी कल्चर के लिए कोई जगह नहीं की बात भी उन्होंने कही। श्री मिश्रा ने बताया कि अंग्रेजी माध्यम की बनाए गए कान्वेंट स्कूलों में नौकर बनने की शिक्षा मिलती है। जबकि सनातन धर्म के गुरुकुल राज सिंहासन में बैठने की शिक्षा देते थे

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