नारी सशक्तिकरण का ढोल पीटने वाली भूपेश सरकार से न्याय की गुहार लगा रहीं महिलाएं
उतई । भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश कार्यसमिति सदस्य एव सदस्य जिला पंचायत दुर्ग ने एक विज्ञप्ति जारी कर बताया कि विगत दिनों पाटन ब्लॉक आंगनबाड़ी के अध्यक्ष के साथ कार्यकर्ता एव सहायिका बहने अपनी मांगों को लेकर विगत कई दिनों से अनिश्चित कालीन आंदोलन पर है। आंगनबाड़ी केंद्र लगभग 46 वर्षों से संचालित हो रहे हैं। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को इन 46 वर्षों में जीने लायक वेतन भी प्राप्त नहीं हो रहा है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को साढ़े छह हजार मानदेय मिल रहा है।सहायिकाओं को तो इससे भी न्यूनतम राशि साढ़े तीन हजार मानदेय ही मिल रहा है जो न्यूनतम मजदूरी से भी कम है। श्रीमती चन्द्राकर ने छत्तीसगढ़ की वर्तमान राज्य सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि चुनावी घोषणा पत्र में कहा गया था कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिकाओं को सरकार आने पर नर्सरी शिक्षक का दर्जा दिया जाएगा। कलेक्टर दर पर मानदेय स्वीकृत करने की बात कही गई थी लेकिन आज चार साल से ज्यादा होने के बाद भी वादा पूरा नहीं किया गया जिससे आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका निराश है। कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि ऐसा कोई सगा नहीं जिसको कांग्रेस की सरकार ने ठगा नहीं। चार वर्ष बीत गया 8 महीने के बाद आम चुनाव होना है सरकार अपने ही द्वारा किए गए घोषणाओं को पूरा करने में पूरी तरह विफल रही है जिसका परिणाम है कि हरेक वर्ग सड़कों पर प्रदर्शन करने पर मजबूर हैं वो चाहे आंगनवाड़ी कार्यकर्ता/सहायिका हों या शिक्षक हों या संविदा कर्मचारी हों या किसान हों या मजदूर हों या मृत शिक्षकों की विधवा बहने हो या अन्य सभी वर्ग के साथ कांग्रेस की सरकार ने धोखा किया है।श्रीमती चन्द्राकर ने आगे कहा कि शायद सरकार को ये नहीं मालूम है कि माताओं बहनों को शक्ति स्वरूपा क्यों कहा गया है और सभी माताओं बहनों में क्या ताकत है जो कि सुबह से लेकर शाम तक तमाम कार्यों के साथ हमारे नौनिहालों को एवं हम सभी के घरों की गर्भवती एवं शिशुवती महिलाओं का पूरा ध्यान रखने का कार्य यही आंगनवाड़ी की कार्यकर्त्ता एवं सहायिका ही रखती हैं। किन्तु दुर्भाग्य की बात है कि सरकार के हठधर्मिता के कारण आज हमारी माताएं बहनें सड़क पर बैठने पर मजबूर हैं।छत्तीसगढ़ प्रदेश की सरकार को जल्द से जल्द इनके सभी मांगो को मानकर नारी शक्ति का सम्मान करना चाहिए। इन्हीं माताओं बहनों ने अपने बहुमूल्य वोटों से आपको जीत दिलाकर आप पर विश्वास करते हुए गद्दी सौंपी थी लेकिन अहंकारी सरकार ने विश्वास को तोडऩे का कार्य किया अब आने वाले समय में यही माताएं बहनें आपको गद्दी से उठाकर बाहर फेंकने का कार्य करेंगी।