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छत्तीसगढ़

ग्रामीणों में बढ़ी सांस संबंधी बीमारी

देवभोग । नेशनल हाईवे 130 पर धूल के गुबार उडऩे से आमजन की हालत खराब है। ग्रामीण श्वांस की बीमारियों की चपेट में आ गए हैं लेकिन शासन प्रशासन के अधिकारी इतनी गंभीर समस्या पर कोई ध्यान नहीं दे रहे है।
हाईवे का आलम यह है कि देवभोग से लेकर गोहरापदर तक सड़क के निर्माणाधीन होने के कारण धूल के गुब्बार वाहनों के टायरों से उड़ते रहते हैं जिस कारण हाइवे पर राहगीरो का चलना मुश्किल हो गया है। वहीं धूल के गुब्बारों से परेशान राहगीर भी जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए नजर आ रहे है। राहगीरों के साथ ही दुपहिया वाहन चालकों की माने तो हाइवे पर धूल के गुबार के कारण दो माह से चलना मुश्किल हो गया है। कई बार नेशनल हाईवे विभाग के अधिकारियों से शिकायत करने के बाद भी समस्या का समाधान नहीं हुआ है। वहीं समस्या का समाधान करने के लिए प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी भी रूचि नहीं ले रहे है। जिसका खामियाजा ग्रामीणों को बीमार होकर भुगतना पड़ रहा है।
धूल के कारण वाहन चालकों को हो रहे हैं नेत्र रोग: हाईवे पर धूल के गुब्बार की हालत यह हो गई है कि वाहनों के टायरों से धिस धिस कर मिट्टी रज बन गई है। जिसके कारण हाइवे पर चलना मुश्किल हो गया है। अब हालत यह है कि वाहन ही नहीं हल्के हवा के झौंका से ही धूल का गुब्बार उडऩे लगता है, जो ग्रामीण राहगीरों को बीमार कर रहा है। जिसका अत्यधिक प्रभाव एलर्जी के तौर पर देखने मिल रहा है। मामले में देवभोग बीएमओ डॉक्टर सुनील कुमार रेड्डी ने बताया कि धूल से एलर्जी, सर्दी खासी की बीमारी, दमा की बीमारी होने की संभावना बनी रहती है। . वहीं नेत्र रोग होने की संभावना भी बने रहने की बात बीएमओ ने कही है।

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