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छत्तीसगढ़

खुसली हत्याकांड की गुत्थी पुलिस ने सुलझाई

भिलाई। भिलाई – 3 थाना क्षेत्र देवबलौदा में खुसली हत्याकांड के मामले को पुलिस ने सुलझा लिया है गैंगवार में शामिल नाबालिग समेत आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया है आरोपियों ने होली के समय हुई मारपीट का बदला लेने के लिए हत्या की पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर दो बाइक, लाठी, डंडा, बेस बाल, लोहे का राड और तलवार जब्त किया है। वहीं गैंग के फरार सरगना भीम समेत तीन आरोपियों की पुलिस तलाश कर रही है भिलाई – 3 टीआई पी डी चंद्रा ने बताया कि 5 जून की रात 10.45 बजे की घटना है आरोपियों ने देववलौदा में बंधवा तालाब के पास एल चिरंजीव उर्फ बुसली की हत्या की थी। देवबलौदा निवासी मुकेश कुमार मानिकपुरी की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ धारा 302, 147, 148, 149, 120बी के तहत प्रकरण दर्ज कर मामले की जांच शुरु की। चश्मदीद एवं आस- पास के लोगों से पूछताछ की गई। पता चला कि आरोपी भीम बघेल, दीपक कुमार टंडन उर्फ गोलू, अर्जुन बघेल, राजेश कुरें, भूपेंद्र टंडन, जसवंत मारकडे, देवा बंजारे, सुनील बंधे, अजय बघेल, शेखर सेन और नाबालिग ने मिलकर वारदात को अंजाम दिया है थाना और एसीसीयू की टीम ने संयुक्त कार्रवाई कर एक नाबालिग समेत आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया आरोपी बदल रहे थे अपना ठिकाना घटना के बाद आरोपियों की खोजबीन में पुलिस सक्रिय हुई इधर आरोपी भी पुलिस को चकमा देते हुए अपना ठिकाना बदल रहे थे पुलिस से बचने के लिए आरोपी रायपुर, बलौदाबजार, बेमेतरा, राजनांदगांव, दुर्ग और बालोद तक भागे, लेकिन लोकेशन के आधार पर पुलिस उनके पीछे लगी रही। 2 दिन के अंतराल में आठ आरोपियों को दबोच लिया हत्या की वजह पुरानी लड़ाई। भिलाई – 3 टीआई ने बताया कि वर्ष 2022 की होली में दीपक कुमार टंडन उर्फ गोलू के साथ बुसली का झगड़ा हुआ था। इस दौरान बुसली ने उसकी जमकर धुनाई की थी। वर्ष 2023 में खुसली ने भीम बघेल के भाई अर्जुन बघेल के साथ मारपीट की। उसको भी जमकर मारा था। जीआरपी थाना में अपराध दर्ज हुई। इस दौरान भीम और दीपक आपस में मिले दोनों ने खुसली को मारने की प्लानिंग की घटना के दिन वह तालाब में अकेला था इसकी जानकारी शेखर सेन ने भीम को दी थी बदला लेने के उद्देश्य से भीम और दीपक अपनी गैंग लेकर तालाब पहुंचे और हत्या की उक्त कार्यवाही में थाना पुरानी भिलाई से उप निरीक्षक योगेश्वर कुमार वर्मा, सहा. उप निरीक्षक जी.एन.एच. चौधरी, हिरामन रामटेके, मंगला गुप्ता, प्र.आर. राजेश साहू, रविन्द्र भारतीय, राजेश तिवारी, आरक्षक ईश्वर भारद्वाज, विजय पासवान, महेश बंछोर, शशिकांत यादव व एसीसीयु से सहा.उप निरी. चन्द्रशेखर सोनी, शमित मिश्रा, पूर्णबहादुर, प्र.आर. सगीर खान, रोमन सोनवानी, आरक्षक रिंकु सोनी, राकेश चौधरी, राकेश अन्ना, भावेश पटेल, गुनित कुमार, अजय गहलोत, शहबाज खान, अनुप शर्मा, शिव मिश्रा, जुगनु सिंह, अश्वनी यदु, मेघराज चेलक, राजकुमार चन्द्रा, अजय ढीमर, पंकज चतुर्वेदी की उल्लेखनिय भूमिका रही

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