छत्तीसगढ़

मनुष्य के जीवन को नष्ट करने के लिए काफी है एक ही व्यसन :असंग साहेब मधुमक्खी से सीखे प्रेम और विवेक का पाठ

महासमुंद। उसी के जीवन में चमक आनी शुरू होती है जो अपने जीवन में प्रेम को प्राथमिकता देते है। प्रेम पशु-पक्षी, मकान,वस्तुओं से भी करे। यदि मकान से प्रेम नही करेंगे तो वह नष्ट हो जाएगा। इसलिए सभी के साथ प्रेमभरा व्यवहार होना चाहिए। प्रेम आपस में एक-दूसरे से हो, पति का पत्नी के प्रति, पत्नी का पति के प्रति, भाई, मां-बाप सब के प्रति प्रेमभाव, आदर भाव हो और एक दूसरे का याल रखे तो समझ लेना वह परिवार सुखी, समृद्ध परिवार है और वह घर स्वर्ग बन जाता है। सत्संग प्रेमियों को असंग साहेब ने प्रवचन करते हुए उक्त बातें कही। स्थानीय बीटीआई रोड के पास स्थित मैदान में दो दिवसीय असंग साहेब का सत्संग आयोजित था। प्रवचन के दूसरे दिन उन्होंने कहा कि अपने माता-पिता के प्रति आदर स मान प्रत्येक व्यक्ति में होना चाहिए। कोई साधु बन जाए तो अपने माता-पिता को भक्ति मार्ग में जोडऩे से उनका सतïलोक सुधर जाता है। प्रवचन का लाभ लेने काफी सं या में आसपास के गांवों से लोग पहुंचे थे। उन्होंने विवेकवान बनने की समझाइस देते हुए कहा कि प्रेम और विवेक का भाव मधुमक्खियों से सीखों, मधुमक्खी अपने छत्ते में कितने प्रेम से रहते है यह देखो, और कितने विवेकवान है यह समझों वह केवल फूलों में बैठकर वापस अपने छत्ते में चला आता है। इसलिए मधुमक्खी के झूठे शहद सभी खा लेते है लेकिन मक्खी जिस भोजन पर बैठती है उसे खाना कोई पसंद नही करता क्योंकि वह कहीं पर भी बैठ जाती है। इसलिए मनुष्य को भी अपने विवेक का परिचय देना चाहिए और उन्हीं लोगों से मोलजोल रहे जो अच्छे और सत्संगी हो। इसी तरह खान-पान पर बोलते हुए असंग साहेब ने एक उदाहरण देते हुए कहा कि एक स्पेशल शराब पीने का आफर देते हुए जाम बढ़ाया तो उस व्यक्ति ने उसे जमीन में गिरा दिया इस पर उसने कहा कि बहुत महंगी शराब को तुमने जमीन पर गिरा दिया। जबाव देते हुए उन्होंने कहा कि यदि मै पी लेता तो मै मिट्टी में मिल जाता इसलिए मैने इसे मिट्टी में मिला दिया। कहने का आशय यह है कि एक भी व्यसन मनुष्य के जीवन को नष्ट कर देता है। इसलिए गुरू के चरणों में अपने व्यसनों को अर्पित कर सतमार्ग का रास्ता चुने। प्रवचन लाभ लेने संसदीय सचिव विनोद सेवनलाल चंद्राकर व नपाध्यक्ष राशि महिलांग भी पहुंची थी। उन्होंने नगरवासियों की ओर से असंग साहेब का आभार व्यक्त किया व कहा कि भविष्य में जब भी उनका यहां आयोजन होगा वह इससे भी भव्य होगा। आयोजन में मिले सहयोग के लिए आयोजन समिति की ओर से नंदकुमार साहू, आनंद साहू, गौकरण साहू ने नगरवासियों व सहयोगियों का आभार व्यक्त किया। सत्संग समारोह में प्रमुख रूप से नगर पुरोहित पंकज तिवारी, पूर्व नपाध्यक्ष पवन पटेल, पार्षद मनीष शर्मा, दाऊलाल चंद्राकर, सेवनलाल चंद्राकर, संजय शर्मा, तहसीलदार प्रेमूलाल साहू, मोती साहू, कपिल साहू, मुन्ना साहू, रामचरण साहू समेत आसपास से काफी सं या में कबीर पंथ से जुड़े साधुवृंद भी प्रवचन लाभ पहुंचे थे।

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