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छत्तीसगढ़

लेखापाल ने जीता वाईस ऑफ जशपुर का खिताब

पत्थलगांव । यहां के बी.आर.सी.सी कार्यालय मे पदस्थ लेखापाल कमल किशोर मेहर ने वाईस ऑफ जशपुर प्रतियोगिता मे दूसरा स्थान बनाकर शहर के साथ-साथ शासकीय विभाग का भी नाम रौशन किया है,उनकी इस उपलब्धी की क्षेत्रिय विधायक रामपुकार सिंह के अलावा कांग्रेस की महामंत्री आरती सिंह एवं अन्य जनप्रतिनिधियों ने काफी सरहाना की है। उनका कहना था कि शासकीय सेवा मे रहकर कमल किशोर मेहर को मां सरस्वती का भी वरदान मिला है,जिसके कारण उनके कंठ से निकलने वाली सुमुधर वाणी के जरिये शहर खुद को गौरांवित महसूस कर रहा है। 14 फरवरी को सी.एम. भूपेश बघेल के आगमन के दौरान मयाली मधेश्वर पहाड की गोद मे बसे खुबसुरत स्थान मे प्रतियोगिता आयोजित हुयी थी,जिसमे जिले भर के चयनित दस फोक गीत गाने वाले कलाकार फायनलिस्ट के रूप मे इस प्रतियोगिता मे सम्मलित हुये थे,इन सभी के बीच हुये कडे मुकाबले मे यहा के प्रमुख गायक कमल किशोर मेहर ने शानदार प्रस्तुति देते हुये फोक गाना गाकर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। उनके गीत की सभी ने काफी प्रशंसा की,प्रतियोगिता मे उन्हे वाईस ऑफ जशपुर का दूसरा स्थान से नवाजा गया। उनकी इस उपलब्धी से शासकीय कर्मचारीयों मे भी काफी हर्ष व्याप्त है। कर्मचारीयों ने अपने बीच के साथी की इस उपलब्धी पर ढेर सारी बधायी प्रेषित की है। नगर पंचायत के उपाध्यक्ष श्याम नारायण गुप्ता ने इस उपलब्धी को क्षेत्र की धरा को गौरांवित करने वाला उपहार का नाम दिया। उनका कहना था कि शासकीय कार्य की व्यस्तता के साथ मां सरस्वती को अपने कंठो मे धारण करने वाले लेखापाल द्वारा कठिन परीक्षा के दौर मे दूसरा स्थान पाकर क्षेत्र का नाम रौशन किया है।।
धार्मिक स्थलों में भी नाम किया रौशन-बी.आर.सी.सी के लेखापाल के.के.मेहर की रूचि बचपन से ही गायन के क्षेत्र मे रही है,यही कारण है कि शहर के बीच या आस-पास आयोजित होने वाले अधिकंाश धार्मिक आयोजन मे उन्हे बतौर गायक के रूप मे आमंत्रित किया जाता है। उनके द्वारा स्वयं से गीतो का निर्माण कर उन्हे दर्शको के बीच गाया गया है,जिसके कारण जशपुर जिला ही नही सरगुजा,रायगढ,कोरबा, बिलासपुर,रायपुर तक उनके गीतो की चर्चा लोगो के जेहन मे रहती है।

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