राजिम माघी पुन्नी मेला परिसर में 11 फरवरी को सामूहिक विवाह
राजिम। मुख्यमंत्री कन्या सामुहिक विवाह कार्यक्रम 10 फरवरी 2023 दिन शुक्रवार को राजीव लोचन मंदिर परिसर में होना था, किन्तु अपरिहार्य कारणों से उक्त तिथि को परिवर्तित करते हुए 11 फरवरी 2023 दिन शनिवार को राजिव लोचन मंदिर परिसर में सम्पन्न होगा। महिला एवं बाल विकास के जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री ए.के. पाण्डेय ने बताया कि उक्त आयोजन प्रदेश के प्रथम पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री तथा राजिम विधायक श्री अमितेश शुक्ल के मुख्य आतिथ्य में सम्पन्न होगा।
जिला स्तरीय रामायण प्रतियोगिता राममय हुई धर्म नगरी राजिम
माधुरी महिला मानस मंडली ने प्रथम स्थान प्राप्त किया-राजिम छत्तीसगढ़ शासन के संस्कृति विभाग द्वारा आयोजित जिला स्तरीय रामायण प्रतियोगिता का आयोजन जिला प्रशासन गरियाबंद के तत्वावधान में राजिम माघी पुन्नी मेला के चौथे दिन आयोजित किया गया। जिसमें पांचों विकासखण्ड के एक-एक विजेता मंडलियों ने भाग लिया। प्रतियोगिता का विधिवत शुभारंभ भगवान श्रीराम की पूजा अर्चना कर किया गया। प्रत्येक प्रतिभागियों को 45 मिनट का समय और 100 अंक दिया गया। जिसमें व्याख्या, संगीत के लिए क्रमश: 40:40 अंक और वेशभूषा के लिए 20 अंक के मापदंड अनुसार विजेता निर्धारित किया गया। निर्णायक के रूप में सुरेश कुमार ध्रुव, द्वारिका नाथ, विनोद कुमार देवांगन, कृष्ण कुमार सोनी थे। कार्यक्रम का संचालन मुन्नालाल देवदास ने किया। प्रतियोगिता में कुल 5 मंडलियों ने प्रस्तुति दी। जानकारी के अनुसार 16, 17 व 18 फरवरी को इस मंच पर प्रदेश स्तरीय रामायण प्रतियोगिता का आयोजन होगा।
इस अवसर पर प्रथम प्रस्तुति देते हुए जय शिव शंकर मानस परिवार हरदीभांठा मैंनपुर के व्याख्याकार श्री पटेल ने अपने व्याख्यान में कहा कि जब भगवान राम माता सीता सहित अत्रिमुनि के आश्रम पहुचे तब मुनि प्रशन्न हो गए और माता अनुसुइया ने सीता माता को नारी धर्म की सीख देते हुए कहा कि नारी की महिमा महान है। नारी के कई रूप होती है वो माँ, बहन बेटी होती। शक्ति का दूसरा नाम ही नारी है। माता-पिता, भाई बन्धु रिश्तेदार सभी साथ तो देते है लेकिन एक सीमा तक ही, विश्वास केवल परमात्मा पर ही करना है। पति-पत्नी एक दूसरे के पूरक हैं, अपने पति का मन वचन धर्म के रूप में सेवा करनी चाहिए। दूसरी प्रस्तुति के रूप में प्रज्ञा मानस परिवार सोरिद खुर्द छुरा के व्याख्या कार खुमान ध्रुव ने बालकांड की कथा सुनाते हुए अहिल्या उद्धार कथा प्रसंग सुनाया। कहा कि भगवान राम ने गौतम ऋषि के श्राप से पत्थर बनी अहिल्या का उद्धार किया भगवान राम दया कृपा के सागर है। तीसरी प्रस्तुति के रूप में मां कात्यायनी महिला मानस परिवार श्यामनगर के व्याख्या कार अन्नपूर्णा साहू ने किष्किंधा कांड पर व्याख्या देते हुए कहा कि किष्किंधा कांड यानी मन चित बुद्धि अहंकार की गुफा है जिसका वर्णन विस्तार से करते हुए कहा कि आज के समय में कौन दास बनना चाहता है, हर कोई स्वामी ही बनना चाहता है। पवन पुत्र हनुमान ने बड़े-बड़े काम करने के बाद भी अपने आप को कभी स्वामी नहीं माना बल्कि राम का दास ही कहा। चौथे प्रस्तुति युवा मित्र मंडली धौराकोट देवभोग के व्याख्याकार आदित्य नारायण सतपथी ने अपनी प्रस्तुति दी। कार्यक्रम की आखिरी और पांचवी प्रस्तुति माधुरी महिला मानस मंडली नहरगांव के व्याख्याकार पुष्पांजलि सिन्हा ने रोचक अंदाज में राम कथा सुनाई, सुमधुर संगीतमय प्रस्तुति से धर्म नगरी राजिम गुंजायमान हो रहा था। इस अवसर पर, मम राजीव लोचन जिला मानस परिवार के जिला अध्यक्ष पुरुषोत्तम चंद्राकर, आदिवासी आयुक्त बी.के सुखदेवे, नूतन साहू, राजकुमार यादव आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम में पहुंचे जिला पंचायत सदस्य रोहित साहू ने कहा कि आज पूरा छत्तीसगढ़ राममय हो गया है, हमारे हर गांव गांव में रामायण प्रतियोगिता का आयोजन हो रहा है कहा कि प्रभु श्री राम के बताए मार्ग दर्शन में हम सबको चलना है साथ मे राजिम भक्तिन माता मंदिर समिति अध्यक्ष लाला साहू मौजूद।