सस्ते अनाज के लिय राशन दुकानों में लंबी कतार,घंटों करना पड़ता है इंतजार
तिल्दा-नेवरा । सार्वजनिक वितरण प्रणाली में सरकार दिन प्रति दिन नियमो को बदल ने से गरीब लोगो को राशन कार्ड में चावल लेने अब राशन दुकानों पर सुबह से जाकर लाइन लगानी पड़ती है तब जाकर 35किलो चावल मिलता है। दुकानों में कई प्रक्रिया से गुजर ना पड़ता है आम गरीब परिवार को अब सुबह से दुकानों में पहुंचकर लाइन लगाकर के खड़े रहना पड़ता है साथ ही राशन के चक्कर में मजदूर वर्ग 1 दिन का मजदूरी का नुकसान हो रहा है कुल मिलाकर के सच्चे चावल की चक्कर में एक मजदूर को 300 सांचौर पत्र महीने के एक दिन अच्छा पड़ रहा है कारण राशन मनी लगने से उनकी एक दिन की रोजी रोटी नुकसान हो रहा है इस वक्त इल्लल्लाह शहर ग्रामीण अंचल के रावण दुकानों में राशन बिहारी मत करना पड़ रहा है काम राशन कार्ड धारी झुकता परेशान है तो दूसरी और राशन दुकानों के संचालक सेल्समेन एक राशन कार्ड धारको चावल देने में बीस मिनट लग जाती है। बताया जाता है एक दिन में पहले सो से डेढ़ सो उपभोक्ता ओ को राशन मिलता था। लेकिन इस नई प्रणाली से करीब 60 लोगों को राशन प्रति दुकान से मिल रहा है। सबसे अधिक गरीब मजदूर परेशान है। कारण उनको महीने में एक या दो दिन की मजदूरी का नुकसान हो रहा है। यानी सुबह से मजदूर को कार्य बंद करना होता है तब उसे चावल मिलता है। सस्ते राशन के कारण मजदूर वर्ग परेशान है तो सरकार के नए नियमों से राशन कार्ड उपभोक्ता वो को दस रुपए किलो राशन अब महगा दिख रहा है। सामान्य कार्ड धारी हुए परेशान। नियमो के कारण राशन दुकानों में सामान्य कार्ड धारी भी अच्छे खासे तकलीफ उठा रहे है। नोकरी वाले व्यवसाही आदि अब राशन लेने लाइन में लग रहे है। इस समस्या के चलते आने वाले वक्त में धीरे धीरे सामान्य कार्ड धारी अब राशन लेने का मोह छोड़ सकते है। सेल्समेन भी परेशान है। राशन दुकानों के सेल्स मेन भी तकलीफ में है यूनियन के माध्यम से शासन के अधिकारियों को अपनी समस्या बताई है।