देवभोग पहुंच मुखिया ने बांटी खुशियाँ , जानिए कैसे जनता के दिल में घर कर रहे सीएम
देवभोग । छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इन दिनों एक विशेष अभियान पर हैं. इस अभियान में वे प्रदेश की सभी विधानसभाओं का दौरा कर रहे हैं, जिसका उद्देश्य सरकार द्वारा संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं का धरातल पर प्रभाव देखना है. भेंट-मुलाकात की यह अनूठी यात्रा सरकार और जनता के बीच जुड़ाव और विकास की सतत सम्भावनाओं का मेल है.इसी क्रम में प्रदेश के मुखिया ने मंगलवार को देवभोग का दौरा किया.. सीएम ने देवभोग ब्लॉक की जनता से इस अंदाज़ में भेंट मुलाक़ात किया..मानो वे अपने परिवार के सदस्य से मिल रहे हो.. सीएम ने भेंट मुलाक़ात के दौरान सबकी बातों का सम्मान किया.. जिसने जो कहा.. सीएम ने तत्काल मंच से उसकी बातों को सम्मान देकर उसे पूरा भी किया..आमजनों से सीधा संवाद-: मुख्यमंत्री जहां भी जा रहे हैं, भेंट-मुलाकात में लोगों से उनकी समस्या पूछ रहे हैं, उनका समाधान कर रहे हैं. हर वर्ग के लोगों से किसान, मजदूर, युवाओं, महिलाओं, बच्चों, बुजुर्गों सभी से बातचीत करते भेंट-मुलाकात की यात्रा आगे बढ़ रही है. मुख्यमंत्री अब तक 45 विधानसभाओं का दौरा कर चुके हैं.
कका जैसा कोई नहीं:- मुख्यमंत्री मंच से भेंट मुलाक़ात कर रहे थे.. इस दौरान उन्हें कदलीमुड़ा के काशीराम चंद्रवंशी ने बताया कि उन्होंने अब तक 259 किवंटल गोबर बेचा है.. उससे उन्होंने 59 हजार रूपये कमाया है.. काशीराम ने बताया कि गोबर बेचकर उससे मिले पैसे से उन्होंने अपनी पत्नी के लिए स्कूटी खरीदा है.. काशीराम ने सीएम के साथ चर्चा करते हुए कहा कि कका आपके जैसा कोई नहीं… हमने कभी सोचा भी नहीं था कि कोई गोबर भी खरीदेगा.. लेकिन आपकी सरकार गोबर खरीदकर हमें रोजगार दे रही है।
अब बरसात में कभी नहीं कटेगा 36 गांव का सम्पर्क- टोंगसीपारा निवासी दयाराम बीसी, दीवानमुड़ा निवासी बाबूलाल, कंचन कश्यप और घनश्याम बिसी ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि सीएम जनहितैषी नेता है, तभी उन्होंने नदी उस पार रहने वाले 36 गॉव के लोगों की बड़ी समस्या को दूर कर दिया.. वहीं नदी उस पार रहने वाले ग्रामीणों की माने तो बरसात के दिनों में बेलाट नाला में पानी आते ही ब्लॉक मुख्यालय देवभोग से नदी उस पार रहने वाले 36 गॉवो का सम्पर्क टूट जाता था.. ग्रामीणों को दो से तीन दिनों तक बेलाट नाला में पानी कम होने का इंतज़ार करना पड़ता था.. ऐसे में सीएम की बेलाट नाले में पुल बनाने की घोषणा ने 36 गॉव के लोगों को बड़ी राहत देने का काम किया है.. यहां बताना लाजमी होगा कि सालों से मुंगिया नाला में पुल बनाने की मांग को भी सीएम ने भेंट मुलाक़ात के दौरान पूरा कर दिया.. गौरतलब हो कि सीएम ने अपने दौरे के दौरान क्षेत्र की बड़ी समस्याओं को दूर करते हुए आमजनों को बड़ी राहत पहुंचाने का काम किया है.. ऐसे में आने वाले दिनों में देखने वाली बात होगी कि बीजेपी के गढ़ को कांग्रेस भेदने में कितना सफल हो पायेगी।
उपेक्षा का शिकार नहीं होगा ऋषिझरन- छत्तीसगढ़ के देवभोग ब्लॉक के अंतिम छोर में बसा ऋषिझरन चारों तरफ से जंगल से घिरा है.. झरने की कल-कल धुन यहां पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती थी.. एक समय ऐसा था कि पर्यटकों का ऋषिझरन में ताता लगा रहता था। लेकिन पिछले कुछ वर्षों से ऋषिझरन के साथ हुए उपेक्षा के चलते इसका अस्तित्व खतरे में पड़ गया था.. और पर्यटकों की संख्या में भी यहां बहुत ज्यादा कमी आ गई थी.. इस बीच सीएम भूपेश बघेल की ऋ षिझरन को पर्यटन के रूप में विकसित करने के लिए 30 लाख रूपये देने की घोषणा करने के बाद एक बार फिर ऋ षिझरन के पर्यटन के रूप में विकसित होने की सम्भावनाओं ने तेजी पकड़ लिया है.. वहीं सीएम की इस घोषणा से क्षेत्रवाशियों ने भी उनके प्रति आभार व्यक्त किया है।