शोभायात्रा के बाद घर-घर दीप जलाकर रामभक्तों ने राम लला का स्वागत किया
उतई । अयोध्या में प्रभु श्री रामचन्द्र जी की 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के पवित्र दिन को दीपावली की तरह मनाने के लिए ग्राम सेलूद के राम भक्त टोलियों के द्वारा व्यापक तैयारी किया गया था । जिसे साकार किया गया । सुबह हनुमान मंदिर सेलूद चौक में पूजा अर्चना पश्चात भोजन ग्रहण उपरांत हजारों महिलाये और बालिकाएं कलश सिर में धारण करके शोभायात्रा किया गया । करीब एक किलोमीटर तक लंबी कतार में महिलाये कलश लेकर चल रही थी । साथ मे छत्तीसगढ़ के बारहमासी त्योहार की झलक लिए राम दरबार, राम सीता लक्षमण, हनुमान की सेना चल रही थी, शीतला सेवा समिति सेलूद के पुरुष और महिलाओं के द्वारा सेवा किया जा रहा था । रामायण ग्रंथ, जवारा, गौरी गौरा को महिलाये सिर पर धारण किये हुए थी द्य राउत नाच और अखाड़ा वाले सड़क पर अपनी जौहर दिखा रहे थे । पंथी नृत्य और सुवा नृत्य विशेष आकर्षण का केंद्र बना हुआ था द्य डी जे की धुन में युवा वर्ग लगातार बिना रुके बिना थके रामधुन में नाच रहे थे । करीब चार हजार की भीड़ ने पूरा वातावरण को अयोध्या नगरी राममय बना दिया था ।जगह जगह महाभोग, फल वितरण लड्डू वितरण, खीर वितरण का पूरा प्रबंध किया गया था द्य सेवक लोग पूरा तन, मन, धन से सराबोर होकर सेवा में तल्लीन होकर पुण्य का लाभ लेने की होड़ मची हुई थी । सेलूद के घर घर से आरती पूजा के लिए लोग पूजा की थाली सजाकर कतार में खड़े नजर आए । पूरा भक्ति में सराबोर होकर हर इंसान नाच गा रहे थे । भाठापारा के राम जानकी मंदिर में भगवान राम की पूजा अर्चना पश्चात हजारों की संख्या में महाआरती कर महाभोग का वितरण किया गया द्य अनुमान के हिसाब से ऐसा लगता है कि सेलूद गांव का कोई भी व्यक्ति इस कार्यक्रम से अछूता नही रहा होगा द्य कार्यक्रम को देखने के लिए आसपास गाँव के भी रामभक्तों का आगमन हुआ था । शाम होते ही घर घर दीपक जलाया गया खूब फटाखे फोड़े गए राम जानकी मंदिर के साथ साथ गाँव के कोने कोने में आतिशबाजी किया गया द्य पूरे गांव का राममय माहौल देखते ही बनता था द्य कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए विगत कई दिनों से रोज सुबह सुबह सैकड़ो की संख्या में बाजा गाजा के साथ प्रभातफेरी किया जा रहा था द्य 22 जनवरी को भव्य बनाने के लिए सदस्य गण घर घर जाकर अक्षत और निमंत्रण पत्र के माध्यम से सबको आमन्त्रित कर किये थे । मंदिरों की साफ सफाई की किया गया था द्य हर घर दीपक जलाने की निवेदन के साथ फटाखे जलाने और रंगोली बनाकर उत्सव को भव्य बनाने के लिए प्रेरित किया था द्य 22 जनवरी को बजरंग चौक सेलूद से राम जानकी मंदिर भाठापारा तक विशाल भव्य विहंगम शोभायात्रा की तैयारी किया गया था । सबको अपने अपने तरीके से स्वर्णिम पल को यादगार बनाने के लिए प्रेरित किया गया था द्य हिंदू समाज के लिए 550 वर्ष बाद कई पीढ़ी के बीत जाने के बाद यह स्वर्णिम क्षण अपने जीवित जीवन काल में आया है जिसे पूरे परिवार के साथ उत्सव के साथ मनाया गया द्य ग्राम सेलूद की सरपंच खेमिन साहू ने बताया कि 22 जनवरी के ऐतिहासिक पल को दिवाली की तरह मनाया गया द्य घर घर दीप जलाकर अपने प्रभुश्रीराम जी को अपनी झोपड़ी में स्वागत करने के लिए रामभक्तों ने अपने घरों को रंगोली से सजाई, दीप जलाए, फटाखे फोड़े उत्सव मनाया । 22 जनवरी हम सबके लिए दीपावली थी । प्रभुश्रीराम जी की हर रामभक्त के ऊपर बनी रहे यही कामना पवित्र पावन दिवस पर किये द्य श्रीराम टोली के संयोजक टी पी शर्मा ने कहा कि 22 जनवरी के दिन को दीपावली के स्वरूप में मनाने का जो निर्णय ग्राम वासियों ने लिया था उसमें सफल हो गए । हिंदुओं के लिए नई किरण के साथ उजाला लेकर आएगा द्य घर घर मे राम जी की आरती पूजा किया गया द्य मंदिरों और घरों में दिया जलाये गए । पड़ोसियों के घर जाकर दीप दान किया गया । समस्त ग्राम वासियों एवं आसपास के गाँव वाले आकर बारहमसी रंगारंग कार्यक्रम का आनंद लिए । सह संयोजक रमेश देवांगन ने बताया कि सेलूद में ही अयोध्या का दर्शन करने को मिला । ऐसा ऐतिहासिक कार्यक्रम मैंने अपने जीवन मे न देखा था न ही सुना था मैं अपने जीवंत काल मे ऐसा आयोजन देखकर अभिभूत हु द्य सेलूद वासियों के ऊपर राम जी की खूब कृपा बरसी है द्य ये कलयुग में राम जी का साक्षात दर्शन का दिन है द्य हम सबके आराध्यदेव प्रभु श्रीरामचंद्र जी वर्षों बाद अपने दिव्य शिहासन में विराजमान हुए है । जो कि हमारे मानव जन्म लेने का जीवन सफल हो गया । ग्राम सभा अध्यक्ष सुरेंद्र बंछोर ने ग्राम वासियों से अपील किया था कि 22 जनवरी के दिन अनेकों प्रकार के आयोजन आयोजित किये जा रहे है द्य सभी नागरिक गन अनुशाषित एवं सभ्यता और संस्कारवान का परिचय देते हुए उत्सव को मनाएंगे द्य जिसे गाँव के हर रामभक्त ने आत्मसात करते हुए पूरी अनुशासन में रहकर कार्यक्रम को सफल बनाया एक भी ऐसा उलझन पैदा नही हुआ जिससे वातावरण दूषित हो द्य सबके अंदर राम समाया था । सभी अपने अपने जिम्मेदारियों का कुशलता से निर्वहन करके आयोजन को सफल बनाया द्य प्रशासन ने भी अपनी ओर से तैयारी बहुत बढिय़ा किया था । सबके सामूहिक सहयोग और समर्पण की भावना से कार्यक्रम को सफल बनाया गया द्य किसी व्यक्ति विशेष को श्रेय देना उचित नही है । सामूहिक सद्भभावना से रामभक्ति का वातावरण बनाया गया ।
पूरे शोभायात्रा के दौरान देखा गया कि लोग झूमते नाचते रहे और सबकी जुबा पर जय श्रीराम का जय घोष सुनाई देते रहे द्य गगनचुम्बी नारे लग रहा थे । पूरे कार्यक्रम को लोग यादों में कैद करते नजर आए द्य सड़क के दोनो किनारे पर लोगो के हाथो में पुष्प और आरती की थाल स्वागत में पड़के नजर आए । गाँव के सभी वर्ग जाती समाज के लोगो ने हर्षित मन से प्रभुश्रीराम जी के प्राण प्रतिष्ठा के पुनीत अवसर को पुण्य कमाने के दृष्टि से भाव भजन में रमते नजर आए । ऐसा आयोजन पूरे क्षेत्र में कही नही नजर आए । ऐसा अदभुत और विहंगम कार्यक्रम बिरले देखने को मिलता है द्य सबके मन में राम, सबके दिल में राम, घर घर में राम कण कण में राम साक्षात दर्शन प्राप्त हुए ।