https://tarunchhattisgarh.in/wp-content/uploads/2024/03/1-2.jpg
छत्तीसगढ़

दूसरों को सम्मान देने का गुण अच्छे संस्कारों से आता है: अनिल

उतई । दुर्ग ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कोडिय़ा के प्राचार्य अनिल कुमार गुप्ता को सेवानिवृत्ति पर संकुल स्तरीय विदाई समारोह आयोजित कर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर क्षेत्र के जनपद सदस्य एवं कृषि सभापति राकेश हिरवानी, सरपंच चंद्रभान सारथी, एसएमडीसी के प्रभारी अध्यक्ष जेपी दीपक, सदस्य दिनेश दीपक, मलेश निषाद, किरण भारद्वाज, एसएमडीसी सदस्य व शौर्य युवा संगठन के सचिव आदित्य भारद्वाज, ग्रामीण सीएल चंद्राकर, शौर्य संगठन कोषाध्यक्ष रवि साहू, शिक्षा विभाग सह प्रभारी ममता साहू, मनोवैज्ञानिक एवं काउंसलर शैलेष चंद्राकर, शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कोडिय़ा प्रभारी प्राचार्य नीलमणि उज्जवने, संकुल प्रभारी राहुल सोनटेके, मिडिल स्कूल कोडिय़ा हेडमास्टर सुधा राय, प्राथमिक स्कूल कोडिय़ा हेडमास्टर नीता शर्मा, प्राथमिक स्कूल कोकड़ी संदीप यादव, भानपुरी मीडिल स्कूल हेडमास्टर रत्ना मिश्रा सहित संकुल केंद्र कोडिय़ा के शिक्षक एवं ग्रामीणजन उपस्थित थे।
व्याख्याता प्रीतम देवांगन ने पूर्व प्राचार्य अनिल कुमार गुप्ता के जीवन एवं प्रशासनिक कार्यकाल पर प्रकाश डालते हुए कहा गुप्ता सर जी शुरुआत से ही अपने अनुशासन एवं उत्कृष्ट शिक्षण के लिए जाने जाते रहे हैं। वे विभिन्न संस्थाओं में व्याख्याता व प्राचार्य पद को सुशोभित करते हुए सन 2009-10 में कोडिय़ा में प्राचार्य पद को सुशोभित किया। उनके कर्तव्यनिष्ठ एवं अनुशासित व्यक्तित्व के कारण शाला में अनुशासन का वातारण निर्मित हुआ फलस्वरूप स्कूल का वार्षिक परीक्षा परिणाम जिला स्तर पर लगातार उत्कृष्ट बना हुआ है।
दुर्ग जनपद कृषि सभापति राकेश हिरवानी ने उत्तम स्वास्थ्य एवं दीर्घायु जीवन की कामना करते हुए प्राचार्य अनिल गुप्ता को कर्तव्यनिष्ठ, स्वच्छ छवि एवं अनुशासनप्रिय बताया। कहा मुझे जनपद सदस्य बनते ही स्कूल के कार्यक्रम में शामिल होने का पहली बार मौका मिला जिसमें उनके कुशल नेतृत्व को करीब से देखने का मौका मिला। वे हमेंशा से ही शिक्षा स्तर को बेहतर बनाने एवं छात्रों को उचित मार्गदर्शन देने पर ज्यादा केंद्रित रहे हैं।पूर्व प्राचार्य अनिल कुमार गुप्ता ने अपने सेवानिवृत्ति पर सम्मान समारोह आयोजित होने पर हर्ष जताते हुए आभार व्यक्त किया। कहा दूसरों को सम्मान देने से स्वयं का भी सम्मान होता है और यह गुण अच्छे संस्कारों से आते हैं। अनुशासन से जीवन को सही दिशा मिलती है, यह गुण मुझे अपने पिताजी से मिला है, इसके कारण परिवार में अच्छा वातावरण निर्मित हुआ जिससे सभी भाई- बहन अच्छे स्थानों पर पदस्थ हैं। उन्होंने कहा वे अपने सेवाकाल में प्रत्येक कार्यों और दायित्वों को पूरी ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा से पूरा करने का प्रयास किया है। जिसका प्रतिफल पालकों, छात्रों एवं ग्रामीणों के सम्मान एवं प्यार के रूप में प्राप्त हो रहा है।शौर्य संगठन सचिव एवं एसएमडीसी सदस्य आदित्य भारद्वाज ने सेवानिवृत्ति पर शुभकामनाएं देते हुए कहा गुप्ता सर से बहुत कुछ सीखने को मिला है। वे स्कूल के साथ-साथ विभिन्न सामाजिक गतिविधियों से भी जुड़कर छात्रों को मार्गदर्शन व सहयोग प्रदान करते रहे हैं। इनके कुशल नेतृत्व एवं अनुशासनप्रिय व्यक्तित्व के कारण कोडिय़ा स्कूल का पहचान जिला एवं राज्य स्तर पर बनी है।एसएमडीसी प्रभारी अध्यक्ष जेपी दीपक ने गुप्ता जी के कार्यों की सराहना करते हुए कहा विद्यालय परिवार एवं ग्रामवासी उनके कार्यों को सदैव याद रखेंगे। उनकी कुशल कार्यक्षमता व उत्कृष्ट योगदान हमारे लिए प्रेरणास्त्रोत हैं। इनकी सेवानिवृत्त जरूर हुई हैं, पर सेवा के दायित्वों से नहीं। हम समय समय पएसएमडीसी सदस्य मलेश निषाद, दिनेश दीपक व शैलेष चंद्राकर, सीएल चंद्राकर, संदीप यादव, सुधा रॉय, नीलमणि उज्जवने, भवानी सिंह देशमुख सहित अन्य शिक्षकों ने पूर्व प्राचार्य गुप्ता के साथ अनुभव एवं कार्यशैली की प्रशंसा करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दी।कार्यक्रम का संचालन शिक्षिका रश्मि मेहता एवं संकुल समन्वयक राहुल सोनटेके ने आभार व्यक्त किया।कार्यक्रम को सफल बनाने में भवानी सिंह देशमुख, प्रीतम देवांगन, समीर भेलवा, वीरेंद्र गजपाल, सुनील डड़सेना, त्रिलोकी साहू, तारिणी रंगारी, मंजू मंडावी सहित दुर्ग संकुल के समस्त शिक्षकों एवं गैरशैक्षणिक सदस्यों का विशेष योगदान रहा।

Related Articles

Back to top button