छत्तीसगढ़

शासन की मंशा के अनुरूप हर योजना का लाभ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाया जाएगा:उईके

गरियाबंद । गरियाबंद जिले में नवागत कलेक्टर भगवान सिंह उइके ने कार्यभार ग्रहण किया।वे 2016 बैच के आई.ए.एस. है और जिले के 13वें कलेक्टर है इस अवसर पर कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित सम्मान एवं विदाई समारोह में जिले के अधिकारियों और कर्मचारियों ने नव नियुक्त कलेक्टर का पुष्पगुच्छ भेंटकर स्वागत किया। साथ ही, निवर्तमान कलेक्टर दीपक अग्रवाल को स्मृतिचिन्ह भेंटकर भावपूर्ण विदाई दी, जिन्हें राज्य सरकार ने नियंत्रक खाद्य एवं औषधि प्रशासन के पद पर स्थानांतरित किया है। यह समारोह, उत्साह और भावुकता का एक अनूठा संगम बन गया।नवागत कलेक्टर श्री उइके ने अपने संबोधन में गरियाबंद के विकास की अपार संभावनाओं को रेखांकित किया। उन्होंने कहा, वनांचल और आदिवासी बाहुल्य इस जिले में विकास के नए द्वार खोलने की पूरी संभावना है। शासन की मंशा के अनुरूप योजनाओं को निरंतरता के साथ लागू कर जनहित में कार्य किए जाएंगे। मेरा प्रयास होगा कि जिलेवासियों को शासकीय योजनाओं का अधिकतम लाभ मिले। उन्होंने कहा की श्री अग्रवाल द्वारा चलाया जा रहे योजनाओं को आगे भी यथावत जारी रखा जाएगा। निवर्तमान कलेक्टर दीपक अग्रवाल ने अपने कार्यकाल को याद करते हुए भावुकता के साथ अनुभव साझा किए। उन्होंने कहा, गरियाबंद की समर्पित प्रशासनिक टीम के सहयोग से लोकसभा निर्वाचन, राजिम कुंभ मेला, पंचायत और नगरीय निकाय निर्वाचन जैसे बड़े आयोजनों को सफलतापूर्वक संपन्न किया गया। गौरव गरियाबंद अभियान टी.बी. मुक्त अभियान सुपोषण अभियान, प्रयास कोचिंग, नवोदय कोचिंसेल्फी विद ईपिक और पोषण निवेश जैसे नवाचारों ने जिले को राज्य में विशिष्ट पहचान दिलाई।” उन्होंने जिले के अधिकारियों और कर्मचारियों की मेहनत को सराहा और भविष्य में भी विकास की गति बनाए रखने की शुभकामनाएं दीं।समारोह में उपस्थित अधिकारियों ने श्री अग्रवाल के कार्यकाल की उपलब्धियों को याद करते हुए उनकी प्रशासनिक कुशलता और नेतृत्व क्षमता की जमकर तारीफ की। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी जी.आर. मरकाम ने कहा, “श्री अग्रवाल के मार्गदर्शन में हमें व्यावहारिक और प्रशासनिक कार्यों में अभूतपूर्व सहयोग मिला। उनकी कार्यशैली प्रेरणादायक रही।” अपर कलेक्टर अरविंद पाण्डेय ने श्री अग्रवाल द्वारा बायोमैट्रिक उपस्थिति और समय प्रबंधन के क्षेत्र में किए गए सुधारों की सराहना की। जल संसाधन विभाग के ई.ई एस.के. बर्मन, उप संचालक पशुपालन श्री ओ.पी. तिवारी और डीपीओ श्री अशोक पाण्डेय ने भी श्री अग्रवाल के योगदान को मील का पत्थर बताते हुए नवागत कलेक्टर श्री उइके के साथ मिलकर जिले को नई ऊंचाइयों तक ले जाने का संकल्प लिया।यह समारोह न केवल एक प्रशासनिक बदलाव का साक्षी बना, बल्कि एकता, समर्पण और भावनात्मक जुड़ाव का प्रतीक भी रहा। श्री अग्रवाल की विदाई के पल जहां सभी के लिए भावुक कर देने वाले थे, वहीं श्री उइके के स्वागत ने जिले में नए जोश और उम्मीदों का संचार किया।

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