सैयाभांठा गांव के किसानों को नहीं मिली बोनस की राशि
कसडोल । विकासखंड कसडोल के वनग्राम सैयाभांठा के कई किसानों को अभी तक धान की राशि का राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत बोनस नहीं मिला है जिसके चलते किसान आक्रोशित हैं। सैयाभांठा निवासी किसान इतवारी दीवान ने वर्ष 2022-23 में प्राथमिक सहकारी समिति बार में 100 क्विंटल सरना धान विक्रय किया था। धान का समर्थन मूल्य तो समय पर मिल गया लेकिन बोनस की दो किस्त जारी होने के बावजूद मई और अगस्त में जारी बोनस की राशि आज तक नहीं मिला जिसके चलते एक दर्जन किसान सोमवार को विकासखंड मुख्यालय कसडोल पहुंचकर मीडिया के समक्ष अपनी समस्या को रखा
अधिकारियों की समस्या हल करने में रुचि नहीं: इस दौरान किसान बेदराम बरिहा ने कहा कि विगत दिवस एसडीएम कसडोल से मुलाकात कर समस्या का समाधान करने की गुजारिश की गई थी जिस पर एसडीएम में तहसीलदार को मार्किंग कर आवेदन फॉरवर्ड किया था । लेकिन फिर भी समस्या का समाधान नहीं हो सका। इधर किसानों ने बताया कि लगातार विभागों के चक्कर काटने से, वे परेशान हो चुके हैं लेकिन आश्वासन के सिवा अभी तक कुछ नहीं मिला। इधर विभाग के जानकार बतलाते हैं कि टेक्निकल समस्या के साथ, वनग्राम होने कारण बोनस की राशि अभी तक नहीं मिला है लेकिन सवाल यह उठता है कि वनग्राम में कई किसानों को बोनस की राशि मिल चुका है लेकिन इन किसानों को अभी तक क्यों नहीं मिला?
किसान अब आंदोलन की राह पर: गौरतलब है कि किसान लगातार बार सोसाइटी में आवेदन के साथ आधार नंबर और बैंक पासबुक जमा कर रहे हैं। वहीं बार सोसायटी के प्रबंधक, कागजात को हेड ऑफिस रायपुर भेजने की बात कह रहे हैं। लेकिन समस्या का समाधान जल्दी नहीं मिलने पर किसान अब आंदोलन की राह में दिखाई दे रहे है। फिलहाल किसान बोनस की राशि जल्दी नहीं मिलने पर चुनाव का बहिष्कार के साथ सड़क उतरकर आंदोलन करने की बात कह रहे हैं ।
सोमवार को बोनस की समस्या को लेकर किसानों में मुख्य रूप से सुखदेव यादव, वेदराम बरिहा, पदुमलाल विश्वकर्मा, तेजराम ठाकुर, गीताराम कंवर, जयराम दीवान, ईतवारी दीवान, मोतीराम ओगरे, केवल सिंह चौहान सहित अन्य किसान मौजूद रहे।