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छत्तीसगढ़

मंदिरों में उमड़ रही श्रद्धालुओं की भारी भीड़

दन्तेवाड़ा । शारदीय नवरात्र का दुसरा दिन है। मां दंतेश्वर मंदिर समेत सभी दुर्गा पण्डालों में आज विधिवत् मां दुर्गा के दूसरे रूप मां ब्रम्हचारिणी की पूजा की गई है । माई दंतेश्वरी मंदिर में भक्तों का आना दूसरे दिन भी निरंतर जारी है। इनमें कई भक्त ऐसे भी हैं जो श्रद्धा के साथ सैकड़ों किलोमीटर की दूरी पैदल तय कर मां के दरबार पहूंच रहे हैं ।
जगत जननी मां शेरोवाली का दुसरा रूप ब्रम्हचारिणी कहलाता है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन विशेष पूजा अर्चना करने से मां के दर्शन लाभ सहित सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है । ब्रम्हचारिणी का अर्थ तप का आचरण करना होता है । वेदस्य पूजनं तसो ब्रम्ह मंत्र का उच्चारण किया जाता है । मां दुर्गा की नौ शक्तियों में से दूसरा स्वरूप ब्रम्हचारिणी का है । यहां ब्रम्हा शब्द का अर्थ तपस्या से है ब्रम्हचारिणी का अर्थ हुआ तप की चारिणी यानि तप का आचरण करने वाली । ब्रम्हचारिणी देवी का स्वरूप पूर्ण ज्योतिर्मय एवं अत्यंत भव्य है । इसके बांए हाथ में कमण्डल और दाएं हाथ में जप की माला रहती है । मां दुर्गा का यह स्परूप भक्तों और सिद्धों को अनंत फल प्रदान करने वाला है । इनकी उपासना से मनुष्य में तप, त्याग, वैराग्य, सदाचार और संयम की वृद्धि होती है । दुर्गा पूजा के दूसरे दिन इन्हीं की उपासना की जाती है । इस दिन साधक का मन स्वाधिष्ठान चक्र में स्थित होता है इस चक्र में अवस्थित मन वाला योगी उनकी कृपा और भक्ति प्राप्त करता है । गौरतलब है कि 15 अक्टूबर से शारदीय नवरात्र पर्व प्रारंभ हो गया है आज दूसरा दिन है। कल पहले दिन ही हजारों की संख्या में श्रद्धालु दूर दराज इलाकों से माता के दर्शन पूजन के लिए दंतेश्वरी मंदिर पहूंचे थे। भीड़ इतनी बढ़ गई थी कि घंटों कतार में भक्त खड़े रहे तब कहीं जाकर उन्हें माता के दर्शन का सानिध्य प्राप्त हो पाया। नगर के आंवराभाटा नवदुर्गोत्सव समिति व दुर्गा चौक दुर्गोत्सव समिति द्वारा प्रतिवर्षानुसार इस बार भी मा दुर्गा की भव्य प्रतिमा स्थापित की गई है। दोनों जगहों पर कई वर्षो से मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की जा रही है। कल देर शाम शुभ मुहुर्त में मां की प्रतिमा स्थापित कर पूजन आरती किया गया। नित्य दिन सुबह शाम मां की आरती, व भक्तिगीतों से पूरा नगर आनंदित हो रहा है । शक्तिपीठ होने से नवरात्र को नगर में एक मेले सा उत्सव की तरह मनाया जाने लगा है । हजारों किलोमीटर दूर देशों से लोग मां के दरबार में मनोकामना दीप प्रज्जवलित करते हैं । हर वर्ष ज्योति प्रज्जवलित करने वालों की संख्या बढ़ रही है । नवरात्र का दूसरा दिन होने तथा मां के ब्रम्हचारिणी रूप के वजह से भक्तगण खासे उत्साहित नजर आ रहे थे । मां दंतेश्वरी के दर्शन करने भक्तों की भीड़ सुबह से ही लगी रही। बाहर से आए श्रद्धालुओं के रूकने व भोजन, फलाहार आदि की व्यवस्था सामाजिक संगठनों द्वारा की गई है । माता के दर्शनार्थ ग्रामीण इलाकों से भी लोग भारी तादाद में दंतेवाड़ा रहे हैं । माईजी के मंदिर तथा पण्डालों में नित्यदिन भजन, कीर्तन, जसगीत, चण्डीपाठ, व हवन भण्डारा का आयोजन किया जा रहा है । पूरा नगर इन दिनों मां शेरावाली की जयजयकार से गूंजायमान हो रही है ।

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