रामायण में सीताहरण तो महाभारत में कवच कुंडल हुआ दान
पत्थलगांव । अग्रवाल नवयुवक समिती ने रविवार देर शाम रामायण महाभारत के पातर्् बनने के साथ-साथ दोनो ही कथाओ पर जीवंत चित्रण प्रस्तुत करने की प्रतियोगिता आयोजित करायी गयी थी। सेकेण्ड राउंड ओपन डांस की प्रतियोगिता भी आयोजित हुयी,जिसमे अग्र्र बंधुओ के समस्त वर्ग से बढचढकर लोगो ने हिस्सा लिया। दिन रविवार की देर शाम अग्रसेन भवन का मंच अग्र बंधुओ से खचाखच भरा हुआ था। नवयुवक समिती इन कार्यक्रमो को सफल बनाने मे पूरी तैयारियों के साथ जुटी हुयी थी,रंगीन लाईटो के बीच पहली प्रतियोगिता का शुभारंभ हुआ,जिसमे अपनी प्रथम प्रस्तुति देने निधी एंड ग्रुप के सदस्य मंच पर उपस्थित हुये थे,उनके द्वारा बेहद ही आकर्षक वेश भूषा के साथ दिल को छु लेने वाला अभिनय प्रस्तुत किया,जिसमे उन्होने वनवास के दौरान भरत मिलाप की प्रस्तुति दी थी। दूसरी प्रस्तुति ने भी लोगो का मन मोह लिया,सार्थक एंड गु्रप ने दानवीर करण एवं इंद्र द्वारा अभेद कवच कुंडल दान मे लेने की प्रस्तुति दी,इस प्र्रस्तुति के लोगो ने काफी सरहाना की। तीसरे नंबर पर छबि मित्तल एंड गु्रप ने यमुना नदी के भितर कृष्ण द्वारा शेष नाग के अहंकार को तोडने की प्रस्तुति दी गयी। चौथे स्थान पर कन्हैया एंड गु्रप ने द्रौपदी चीर हरण का जीवंत चित्रण पेश कर अग्रबंधुओ को नारी शक्ति के संबंध मे अवगत कराने की कोशिश की। अंतिम मे भावना एंड गु्रप ने बेहद आकर्षक प्रस्तुति देने के दौरान सीता स्वयंबर एवं भगवान परशुराम का क्रोध एवं भगवान राम के शांत चितवन का प्रस्तुति दी,इन सभी कार्यक्रमो को मंच एवं दर्शक दीर्घा मे बैठे समाज के लोगो ने काफी सराहा। दूसरे चरण अग्रवाल नवयुवक समिती द्वारा ओपन डांस प्रतियोगिता आयोजित करायी गयी,जिसमे प्रथम स्थान द एॅनी क्लासिकल गु्रप को मिला। वही दूसरे स्थान पर खुशी अग्रवाल ने बाजी मारी,तीसरे एवं अंतिम स्थान पर नेहा एंड गु्रप रही,इन सभी गु्रपो मे एक से बढकर एक डांस की प्रस्तुति दी थी।