मित्रता दिवस मनाने गए एक युवक की डैम में डूबने से हुई मौत
पत्थलगांव । मित्रता दिवस मनाने गये किलकिला की मांड नदी पर बने एनिकेट मे डूबने से एक स्कूली छात्र की मौत हो गयी। पिछले 16 घंटे से छात्र का शव ढुंढने का प्रयास किया जा रहा था। सोमवार की दोपहर गोताखोरो ने एनिकेट से 700 मीटर की दूरी पर छात्र का शव ढूंढ निकाला,जिसे देखते ही परिजनो का बुरा हाल हो गया। शव मिलने से पहले तक परिजनो को बच्चे के जिंदा होने की आस लगी हुयी थी। दरअसल यह हृदय विदारक घटना रविवार की शाम घटित हुयी थी,जब ऋषभ वर्मा नामक छात्र अपने सात से आठ दोस्तो के साथ किलकिलेश्वर धाम मित्रता दिवस मनाने पहुंचे थे,उन सभी ने पहले भगवान भोलेनाथ के दर्शन किये थे,जिसके बाद सभी दोस्त नारायणपुर के रास्ते एनिकेट के करीब पहुंच गये। मृतक ऋषभ वर्मा के दोस्त काफी डरे सहमे है,वे कुछ भी बता पाने की सही स्थिती मे नही है,परंतु बताया जाता है कि ये वहा पानी मे नहाने के लिए पहुंचे थे,बारिश के कारण नदी मे पानी का बहाव काफी तेज था,यही कारण है कि एनिकेट के उपर से भी पानी बह रहा था,इस दौरान ऋषभ वर्मा का पैर फिसलने के कारण वह नदी के बहाव मे गिर गया। दोस्तो ने उसे बचाने की काफी कोशिश की,परंतु बहाव तेज होने के कारण वे उसे बचा नही पाये। इस बात की सूचना गांव वालो के साथ दो जिले की पुलिस को लगी। पत्थलगांव एवं कापू थाना से पुलिस बल आकर देर रात तक ऋषभ को तलाश करते रहे,ग्रामीण भी इस काम मे पुलिस की काफी मदद किये,परंतु पानी का बहाव एवं अंधेरा रहने के कारण ऋषभ को खोजा नही जा सका। आज सुबह जशपुर रायगढ से पहुंचे गोताखोरो ने ऋषभ को खोजने का अभियान शुरू किया। सुबह 6 बजे से खोजते खोजते आखिरकार दोपहर के 1:30 बजे लगभग ऋषभ का शव क्षत विक्षप्त हालत मे एनिकेट से लगभग 700 मीटर की दूरी मे बरामद किया गया।।
घर का एकलौता चिराग बुझा- ऋषभ वर्मा अपने मां बाप का एक लौता पुत्र था,पिता दूसरे जिले के माईनिंग विभाग मे इंजिनियर के पद पर काबिज है। वही माता यहा के एक शासकीय स्कूल की शिक्षिका है। ऋषभ वर्मा यहा के जोगपाल पब्लिक स्कूल की दसवीं कक्षा का छात्र था,पढने मे ऋषभ काफी होनहार था,दिन रविवार को वह अपने दोस्तो के साथ भगवान भोलेनाथ के दर्शन कर मित्रता दिवस मनाने के लिए किलकिला एनिकेट के करीब पहुचे थे,जहा पहले से मौत उसके इंतजार मे बैठी हुयी थी। ऋषभ का शव आज बरामद होने के बाद माता-पिता की हालत बेहद खराब है,वही अन्य परिजनो का भी रो रो कर बुरा हाल हो चुका है।।
सुरक्षा के नही इंतजामात- किलकिला मांड नदी का तट दो जिले की सीमाओ से लगा हुआ है। एनिकेट के करीब दो जिले की सीमा होने के कारण यह पत्थलगांव एवं कापू पुलिस के दायरे मे आता है,इस एनिकेट मे आज से पूर्व भी अनेक घटनायें घटित हो चुकी है। यहा हमेंशा पानी का तेज बहाव रहने के कारण पूर्व मे भी डूबने से कुछ छात्रो की मौत हो चुकी है,उसके बावजूद भी दोनो जिले का प्रशासन यहा सुरक्षा के कोई पुख्ता इंतजामात नही किये है। खतरनाक स्थल मे आसानी से पहुंच जाने के कारण यहा दिनभर छात्र-छात्राओ के अलावा अन्य युवक युवतीयां मौज मस्ती करते आसानी से देखे जा सकते है।।