कटेकल्याण सीएचसी हुआ जर्जर, छत से गिर रहा मलबा
दंतेवाड़ा । जिले में स्वास्थ्य विभाग को इन दिनों खुद ही ईलाज की दरकार है। कटेकल्याण के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की जर्जर हो चुके अस्पताल भवन को देखकर तो यही लग रहा है। अस्पताल भवन से आए दिन मलबा गिरने की खबरें मिल रही है। हालात इतने खराब हो चुके हैं कि अब तो वहां के स्टाफ ने भी सीएमएचओ को पत्र लिखकर स्पष्ट कह दिया है कि जब तक अस्पताल को यहां से हटाकर किसी सुरक्षित भवन में शिफट नहीं किया जाएगा कर्मचारियों व डॉक्टरों का यहां रहकर डयूटी करना मुश्किल होगा। जानमाल का खतरा व गंदगी के बीच कार्य कर पाने में स्टाफ ने असमर्थता जजाते हाथ खड़े कर दिए हैं।
जिले में सरकारी महकमों की इतनी बुरे हालात शायद आज से पहले कभी नहीं देखने को मिला था। कटेकल्याण सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में काम करने वाले कर्मचारियों ने फोन पर बताया कि अस्पताल भवन बेहद ही जर्जर हो चुका है। हालांकि नए अस्पताल भवन का काम चल रहा है लेकिन बेहद ही सुस्त व धीमी रफतार से काम चलने से अस्पताल भवन कब बनकर तैयार होगा इसकी कोई समय सीमा दिखाई नहीं दे रही। इस बीच बारिश में हर साल की तरह इस साल भी सामु0स्वा0केंद्र में तमाम प्रकार की समस्याएं यहां मरीजों सहित अस्पताल के पूरे स्टाफ को झेलना पड़ रहा है। कर्मचारियों की मानें तो आए दिन छत से फाल्स सिलिंग का मलबा नीचे गिरता रहता है। दो दिन पूर्व भी लेबर रूम में एक गर्भवती महिला के उपर मलबा गिरा था वो तो भगवान का शुक्र था कि मलबा थोडा साइड में गिरा अन्यथा महिला को गंभीर चोटें आ सकती थी। वार्डो के छतों में भी जगह जगह पानी टपक रहा है । बारिश व शौचालय का गंदा पानी पूरे अस्पताल परिसर में तथा हर वार्ड में फैल जाता है। मलबा तो कई बार अस्पतालों के वार्ड में गिर चुका है। आज भी डॉक्टर जब मरीज को देख रहे थे उसी दौरान वेटिंग कक्ष में धडाम से छत से मलबा गिरा। मरीज किस्मत वाले थे जो मलबे के नीचे आने से बाल बाल बच गए और बड़ा हादसा होते होते रह गया। दरवाजे खिडकी तथा अस्पताल भवन की बिजली वायरिंग भी जर्जर हो चुकी है दीवारें गिली होने से करेंट का खतरा हमेशा बना रहता है। शौचालय की बात करें तो अस्पताल के कक्षों में स्थित शौचालय में ओव्हर फलो के चलते गंदा पानी उपर आकर अस्पताल के परिसर में बहने लगता है जिससे पूरे परिसर में गंदगी एवं बदबू फैलता है मिनट भर भी रहना दुश्वार हो जाता है। मरीजों को भी बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। तमाम लिखित शिकायत कर्मचारियों ने सीएमएचओ से की है और तत्काल ही अस्पताल को वैकल्पिक व्यवस्था के तहत दूसरे भवन में शिफट करने की मांग की है। अब देखना होगा कि इस गंभीर समस्या से विभाग कैसे निपटता है। बहरहाल समस्या का समाधान जब भी हो लेकिन अस्पताल जैसी संस्था में अगर गंदगी व किसी मरीज के जानमाल का खतरा जर्जर भवन के चलते आ रही है तो यह समस्या कोई छोटी समस्या नहीं बल्कि बेहद संवेदनशील मामला है अस्पताल प्रशासन को इस पर गंभीरता से संज्ञान लेते हुए त्वरित कार्यवाही कर निदान ढुंढना होगा अगर लापरवाही के वजह से किसी के जानमाल का नुकसान होता है तो इसकी पूरी जवाबदारी अस्पताल प्रशासन पर ही होगी।
मैं कार्यालयीन कार्य से बाहर हूं। कटेकल्याण सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आ रही दिक्कतों की शिकायत कर्मचारियों ने किया है। उनका पत्र मिला है मुझे। हमने जिला प्रशासन के संज्ञान में यह बातें लाई है जल्द ही अस्पताल को किसी दूसरे भवन में शिफट करवाएंगे। वापस लौटते ही इस पर तेजी से हम काम करेंगे।
(डॉ. संजय बसाक)
सीएमएचओ दंतेवाड़ा