गति अवरोधक संकेत नहीं होने से लोग हो रहे हादसों का शिकार
राजिम । शहर के आमापारा से लेकर पितईबंद मार्ग तक सड़क चौड़ीकरण का कार्य पिछले 3 सालों से लगातार चला और इसी वर्ष सन् 2023 के जनवरी में इन्हें पूर्ण कर दिया गया। सड़क चौड़ी होने के कारण वाहनों की रफ्तार बढ़ गई और इसी आपाधापी में बार बार दुर्घटनाएं हो रही थी जिसे देखते हुए वार्ड वासियों ने स्पीड ब्रेकर की मांग की पूर्व सांसद निवास के आगे बसंत किराना स्टोर के पास स्पीड ब्रेकर बना दिया। यहां से थोड़ी दूर पर हनुमान मंदिर के पास भी ब्रेकर बन गया। पीडब्ल्यूडी विभाग ने ब्रेकर तो बना दिए लेकिन राहगीरों को सचेत करने के लिए यातायात चिन्ह लगाने में दिलचस्पी नहीं दिखाई सपाट सड़क से ऊंचाई तक उभरी हुई गति अवरोधक वाहन चला रहे बाइकर्स को पता ही नहीं चलता और यहां पर आकर औंधे मुंह गिर जाते हैं। पिछले 2 महीने में 2 दर्जन से भी अधिक लोग गिरकर चोटिल हो चुके हैं। दिक्कत महिला एवं छोटे बच्चों की सबसे ज्यादा होती है महासमुंद जिला के लाफिन से होकर आ रहे सुरसाबांधा एक परिवार जबरदस्त गिरा और उनके साथ में बैठे तकरीबन 7 साल की छोटी बच्ची के हाथ के ऊपरी भाग छिल गए। पैरों में चोट आई तथा उनके मम्मी और पापा को भी अंदरूनी चोट लगी। इसी तरह से अरंड निवासी एक परिवार के तीनों लोगों को चोटे आई है। प्रत्यक्षदर्शी बताते हैं कि गति अवरोधक नजर नहीं आने के कारण लोग अपने दोपहिया वाहनों को दौड़ते हुए आगे बढ़ते हैं। इस बीच उन्हें रोड सपाट लगता है। बिल्कुल समीप आने पर पता चलता है जब तक अपने आप को संभालने में असमर्थ हो जाते हैं और फिर गिरना तय होता है। फिल्म के सीन की तरह उड़ते हुए गिरते हैं। इससे घाव होना स्वभाविक है। उल्लेखनीय है कि विभाग जहां पर भी स्पीड ब्रेकर लगाते हैं वहां पर स्पीड ब्रेकर का चिन्ह कुछ ही दूरी पहले ही लगा देते हैं ताकि लोग सचेत हो जाएं। ब्रेकर पर भी मोटी सफेद पेंट लगा देते हैं। ताकि पहले से ही ड्राइवर को समझ में आ जाए। इस ब्रेकर से बाइक सवार लोग ही ज्यादातर गिर रहे हैं। यही स्थिति रही तो किसी दिन किसी के जान जाने से भी रोका नहीं जा सकता। इस संबंध में वहां उपस्थित कुछ लोगों ने बताया कि स्थानीय जनप्रतिनिधियों को अवगत करा दिया गया है लेकिन अभी तक इस दिशा में कोई पहल नहीं हुई है।
इस तरह लगाते हैं गति अवरोधक सड़क के पास चिन्ह
यह चिन्ह दर्शाता है कि सड़क असमतल है या उसमें उभार है कई बार यह उभार यातायात को धीमा करने के लिए लगाया जाता है जिसे गति अवरोधक कहते हैं। यह वाहन की गति को धीमा करने तथा पहले से ही संभलने की जानकारी देता है। इसके अलावा रेखा के पास मोटी कलर में पेंट कर दिया जाता है।
यहां से एक किलोमीटर की दूरी पर पीडब्ल्यूडी विभाग का कार्यालय
बताना जरूरी है कि यहां से तकरीबन एक किलोमीटर की दूरी पर पीडब्ल्यूडी विभाग का उप संभागीय कार्यालय मौजूद है। शहर की सड़कों में ही इस तरह की लापरवाही बरती जा रही है जिसके कारण लोग दुर्घटना के शिकार होते जा रहे हैं तो फिर दूर अंचल गांव की स्थितियां पर विचार किया जा सकता है। ऐसा नहीं है कि वार्ड के लोगों ने यह जानकारी अपने जनप्रतिनिधियों को नहीं दी है। उन्होंने बकायदा सारी स्थितियां बताई। स्पीड ब्रेकर लगे हुए 3 माह बीत गए और जैसे तैसे बरसात भी आ गई लेकिन अभी तक गति अवरोधक चिन्ह नहीं लगना लापरवाही को इंगित करती है।