छत्तीसगढ़

पूर्ण पेंशन के लिए मुख्यमंत्री के नाम विधायक को सौंपा ज्ञापन

पत्थलगांव । पूर्व सेवा गणना शिक्षक मोर्चा के प्रांतीय आह्वान पर प्रथम नियुक्ति तिथि से सेवा गणना को लेकर आंदोलन के द्वितीय चरण में जिला संयोजक अनिल श्रीवास्तव, संतोष टांडे के नेतृत्व में दर्जनो शिक्षक विधायक निवास पहुंचे थे। मोर्चा के जिला संयोजक अनिल श्रीवास्तव ने बताया कि प्रदेश में शिक्षाकर्मियों की नियमित नियुक्ति 1998 से शुरू हुई थी। अंशदायी पेंशन योजना में कटौती 2012 से शुरू हुई और संविलियन 2018 में हुई। 2004 में पुरानी पेंशन योजना बंद हुई जिसे छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा 2022 से पुन: शुरू की गई है। अब राज्य शासन द्वारा ओ.पी.एस या एन.पी.एस में बने रहने के विकल्प पर शपथ पत्र भरवाया जा रहा है,लेकिन उसमें शिक्षक एल बी संवर्ग की पूर्व सेवा अवधि की गणना के सम्बन्ध में स्पष्ट निर्देश नहीं होने के कारण प्रदेश के डेढ़ लाख शिक्षकों में भ्रम की स्थिति बनी हुई है। विधायक रामपुकार सिंह से आग्रह किया गया कि जनघोषणा पत्र में उल्लेखित क्रमोन्नत समयमान वेतन के लिए आदेश जारी करते हुए केंद्र सरकार की तर्ज पर पूर्ण पेंशन हेतु अर्हकारी सेवा 33 वर्ष के स्थान पर 20 वर्ष किया जाए। साथ ही ओपीएस अथवा एनपीएस विकल्प पत्र भरने के लिए कम-से-कम 3 माह का समय दिया जाए। प्रतिनिधि मण्डल की बातों को गंभीरता से सुनते हुए विधायक ने कहा कि आपकी माँग जायज है वास्तव में शिक्षक एलबी संवर्ग के साथ गलत हुआ है इस संबंध में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल तक बात जरूर पहुँचाऊँगा। मोर्चा के प्रतिनिधि मंडल ने सभी शिक्षक संवर्ग को कल जिला स्तरीय होने वाले महारैली व धरना में अधिक से अधिक संख्या में पहुंचने की बात कही। इस दौरान यहा अर्जुन रत्नाकर,एल डी बंजारा, वेदानंद आर्य, विकासखंड संयोजक धनु यादव, विनोद साहू, संतोष चंद्रा नित्यानंद यादव, देवर कुमार चेरमाको, गिरधारी यादव,कुंदन गुप्ता, रंजीत सिंह, नरेंद्र पटेल, मदन मोहन जोशी, मुकेश यादव, राजेंद्र सिदार, मिलन यादव चंदना दास, दीपा यादव, रश्मि पटेल, सुमित्रा ठाकुर के अलावा अन्य शिक्षक उपस्थित हुये।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button