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छत्तीसगढ़

प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र कोपरा में साफ-सफाई एवं अच्छी व्यवस्था की तारीफ की

राजिम (फिंगेश्वर) । कलेक्टर आकाश छिकारा ने जिले के राजिम एवं फिंगेश्वर विकासखण्ड के विभिन्न संस्थाओं एवं निर्माण कार्यो का आकस्मिक निरीक्षण किया और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये। कलेक्टर के आकस्मिक निरीक्षण से ब्लॉक के विभागीय अधिकारियों में हड़कंप मचा रहा। कलेक्टर ने प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र कोपरा निरीक्षण किया। जहां उन्होंने ओपीडी कक्ष, दवा वितरण कक्ष, चिकित्सक कक्ष, ड्रेसिंग कक्ष, पैथोलॉजी लैब, पुरुष एवं महिला वार्ड तथा प्रसूति कक्ष, एएनसी क्लीनिक को देखा। जिसमें दवा के रख-रखाव के बारे में जानकारी लेते हुए दवा के स्टॉक का अवलोकन किया। साथ ही अस्पताल में मरीजों के लिए लगाये प्रचार सामग्री को बेहतर पाया। उन्होंने अस्पताल में साफ-सफाई और अच्छी व्यवस्था देखकर चिकित्सा स्टॉफ की तारीफ की। अस्पताल स्टॉफ ने कलेक्टर को बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य कोपरा को विगत 4 वर्षो से लगातार राष्ट्रीय गुणवत्ता प्रमाण पत्र प्रदान किया जा रहा है। इस पर कलेक्टर ने सभी स्वास्थ्य कर्मियों को बधाई दी। कलेक्टर ने संस्थागत प्रसव का प्रचार-प्रसार बढ़ाने के निर्देश दिए। मलेरिया, डेंगू जैसी मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए जागरूकता लाने के लिए कहा। अस्पताल में मरीजों की बेहतर सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए लो-वोल्टेज की समस्या को दूर करने के लिए ट्रांसफार्मर लगाने तथा अस्पताल तक पहुंचमार्ग बनवाने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया गया। इस दौरान खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. एस.एल हुमने, सरपंच सहित स्वास्थ्यकर्मी मौजूद थे।इस निरीक्षण की कड़ी में कलेक्टर श्री छिकारा ने ग्राम पंचायत श्यामनगर के महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रीयल पार्क (रीपा) केन्द्र का औचक निरीक्षण किया। उन्होने रीपा केन्द्र का जायजा लेते हुए कपड़ा बुनाई इकाई, सिलाई, हरेली तिहार के लिए बनाये गये गेड़ी और गौठान में चल रहे निर्माण कार्यो का अवलोकन किया। कलेक्टर ने रीपा में कार्य करने वाले सदस्यों से चर्चा करते हुए उनके आय में वृद्धि करने के लिए मार्केटिंग की व्यवस्था करने के निर्देश जनपद सीईओ को दिये। रीपा में निर्मित सामग्रियों को विक्रय के लिए अच्छे मार्केटिंग की व्यवस्था किया जाए जिससे रीपा में कार्य करने वाले सदस्यों को अच्छी आमदनी प्राप्त हो सके। राज्य सरकार के इस लोककल्याणकारी योजना रीपा का लाभ ग्रामीण क्षेत्र के हुनरबंद लोगों को अधिक से अधिक मिल सके। श्यामनगर के आश्रित ग्राम धूमा में कलेक्टर ने जल जीवन मिशन के तहत पानी टंकी के लिए बनाये जा रहे स्ट्रक्चर और माध्यमिक शाला धूमा में स्कूल जतन योजना के तहत किये गये निर्माण कार्यो का अवलोकन किया।
इसके उपरांत कलेक्टर ने राजिम के चौबेबांधा में विकसित किए जा रहे नये मेला स्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने लगभग 65 एकड़ में विकसित किए जा रहे मेला ग्राउंड में विभिन्न प्रगतिरत कार्यों का जायजा लिया। उन्होंने मेला स्थल में मंच, बिजली, पानी, सड़क, साधु संतो और श्रद्धालुओं के रहने के लिए आश्रय स्थल आदि कार्यों को प्राथमिकता में लेकर पूर्ण करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने विभागीय अधिकारियों से मेला स्थल में चल रहे विकास कार्यों के संबंध में चर्चा भी की। उन्होंने कहा की राजिम मेला की वैभवता को कायम रखते हुए उच्च स्तर की सुविधाएं मेला स्थल में विकसित की जाए। जिससे आने वाले सभी श्रद्धालुओं को कोई असुविधा का सामना न करना पड़े। उन्होंने नगर पंचायत राजिम स्थित पौनी पसारी योजना और गौठान का भी निरीक्षण किया।
इसके पश्चात कलेक्टर ने फिंगेश्वर विकासखंड के आंगनबाड़ी केन्द्र कोमा का निरीक्षण किया। इस दौरान कलेक्टर श्री छिकारा ने नन्हें बच्चों से बात की और उनसे रंगों, जीव-जन्तुओं के नाम, फलों के नाम, कविता, गिनती, खेल सहित नास्ता एवं गरम भोजन के संबंध में जानकारी ली। बच्चों ने भी उत्साहपूर्वक जवाब दिया जिससे कलेक्टर प्रसन्नित हुए और सभी बच्चों को चॉकलेट बांटी। इस दौरान गर्भवती माताओं से बातचीत करते हुए उन्हें आंगनबाड़ी में मिल रहे मेनु के अनुसार पौष्टिक गरम भोजन के बारे में जानकारी ली। इस पर गर्भवती माताओं ने बताया कि वे प्रतिदिन यहां गरम भोजन करने आते है। उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को निर्देशित करतेे हुुए कहा कि बच्चों के सुपोषण एवं स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देते, बच्चों के सुपोषण, स्वास्थ्य का परीक्षण कराने तथा समय पर टीकाकरण कराये।
कलेक्टर ने राजिम और फिंगेश्वर के स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल का अवलोकन केे दौरान उन्होंने शिक्षक बनकर बच्चों से गणित, सामाजिक विज्ञान सहित अन्य विषयों से संबंधित सवाल-जवाब किये। उन्होने बच्चों से पुस्तक पढ़वाकर और ब्लैक बोर्ड पर गणित के सवाल, अक्षर, मात्रा एवं जोड़, घटाव का सवाल स्वयं लिखकर बच्चों से हल कराया और उनके भाषायी एवं गणितीय ज्ञान की परख की। उन्होंने शाला के प्राचार्यो को कमजोर बच्चों पर विशेष ध्यान देने के साथ ही गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा प्रदान करने के निर्देश दिए। उन्होंने बच्चों को समझाईश देते हुए कहा कि वे मन लगाकर पढ़ाई करे। स्कूलों में जो पढ़ाया जाता है उसे घर में बार-बार रीपीट करे। जहां पर समझ न आये उस विषय के संबंध में शिक्षकों से दोबारा पुछे। इस दौरान कम्प्यूटर कक्ष, लैब, लाईब्रेरी कक्ष का भी अवलोकन किया।
कलेक्टर ने प्री मैट्रिक अनुसूचित जाति आदिवासी बालक छात्रावास फिंगेश्वर में शयन कक्ष, रसोई कक्ष, स्टोर रूम आदि का निरीक्षण किया। उन्होंने अधीक्षक से छात्रावास संचालन से संबंधित विषयों पर चर्चा की तथा परिसर में साफ-सफाई की सराहना की। कलेक्टर ने फिंगेश्वर के उचित मूल्य दुकान एवं तहसील कार्यालय का भी निरीक्षण किया। इस अवसर पर एसडीएम राजिम धनंजय नेताम, नायब तहसीलदार कृष्णमूर्ति दीवान, सीईओ अजय पटेल सहित संबंधित अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे।

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